पहाड़ों पर कब्जे का पुल:पहाड़ों तक पहुंचने में पाईप लाइन आ रही थी आड़े, 1लाख रुपए का चंदा किया और बना दिया पुल
जोधपुर- जोधपुर में अतिक्रमण के लिए लोग क्या नहीं कर गुजरते। नाले, फुटपाथ, वन भूमि कोई ऐसे स्थान नहीं जहां अतिक्रमण नहीं किया हो। अब तो लोग पहाड़ों पर भी धडल्ले से अतिक्रमण कर रहे हैं। ऐसा ही मामला ग्राम गेंवा का है। यहां स्थित पहाड़ी पर अतिक्रमण करने के लिए तो लोगों ने हद ही पार कर दी।
ग्राम गेंवा में स्थित पठानकोट की पहाड़ी पर अतिक्रमण करने के लिए भू-माफिया व अतिक्रमियों ने अनूठी कारस्तानी की। दस फीट ऊंची वन विभाग की दीवार व पाइप लाइन को फांदकर पहाड़ी पर पहुंचने के लिए भू-माफिया ने पहले लोहे की सीढ़ियां बनाई और बाद में पाइप लाइन से पहाड़ी तक पहुंचने के लिए लोहे का पुल बना दिया। इसके लिए अतिक्रमियों ने सामूहिक चंदा कर एक लाख रुपए से ज्यादा इकट्ठे किए।
सीढ़ियां और पुल बनने के बाद दो दिनों से काफी अतिक्रमी पहाड़ी पर पहुंच कर सफेद चूने व पत्थर की लाइनिंग कर सरकारी जमीन पर कब्जा कर अपने नाम लिख रहे हैं। एक-दो लोगों ने तो कब्जा करने के बाद मकान का अवैध निर्माण भी शुरू कर दिया है। इस सूचना पर दैनिक भास्कर की टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि सीढ़ियां व पुल का निर्माण पूरा हो चुका था। सीढ़ियों के नीचे एक श्रमिक पत्थर तोड़ रहा था तो दो श्रमिक सीढ़ियों व पुल पर खड़े थे। अवैध निर्माण व अतिक्रमण के बारे में पूछा तो सब एक-दूसरे की तरफ देखने लगे। नाम पूछा तो बोले-नाम से आपको क्या काम है? हमें पैसे दिए हैं और हम काम कर रहे हैं। आप कहें तो हम चले जाएं। जब टीम ने पूछा कि पाइप लाइन पर लोहे की सीढ़ियां व पुल किसने बनाया? तो खुद को सलीम बताने वाले श्रमिक ने बताया कि हमें मालूम नहीं। हम तो शनिवार को ही काम पर आए। ज्यादा पूछताछ करने की कोशिश की तो काम करने वाले श्रमिक मौके से इधर-उधर हो गए।
निगम दक्षिण के अधीन है यह जमीन
ग्राम गेंवा के खसरा सं. 885/2 की जमीन सिवायचक की है। इसका मालिकाना हक नगर निगम दक्षिण के पास है। खसरा सं. 885/1 वन विभाग के मालिकाना हक की है। प्रशासन शहरों के संग अभियान में कच्ची बस्ती व सरकारी जमीन के कब्जे के नियमन की चर्चा के बाद कई महीनों से इस जमीन पर भू-माफिया व अतिक्रमियों की नजर थी। एक-डेढ़ हफ्ते से इस पर कब्जे के प्रयास चलने के बाद पाइपलाइन व वन विभाग की दीवार को फांदने के लिए लोहे की सीढ़ियां व पुल बनाया, अब लोग कब्जा कर पक्के निर्माण करने लगे हैंं।
मोटी कमाई
नगर निगम दक्षिण के वार्ड 9 फन वर्ल्ड के सामने की गली से होकर पहाड़ी को जाने वाले रास्ते पर स्थित पठानकोट में एक कब्जे को 8 से 10 लाख रुपए में बेचा जा रहा है। ऐसे में अगर 30-40 हजार रुपए खर्च कर 30x60 का भूखंड कब्जा ले तो आने वाले एक-दो साल में इसकी कीमत भी 5 से 7 लाख रुपए हो जाएगी। अगर सरकार इन कब्जों का नियमन करने की भूल कर ले तो फिर कब्जा करने वालों के न्यारे-वारे ही हो जाएंगे क्योंकि एक कब्जा 10 से 15 लाख में बिक जाएगा।
पीएचईडी एईएन चारु पुरोहित ने कहा कि कई दिन से लोगों ने हमारी लाइन पर भी काबिज होने की कोशिश की तो निगम दक्षिण के आयुक्त को लिखित में शिकायत दी। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। डर है कि अतिक्रमी फिल्टर हाउस तक नहीं पहुंच जाएं।
नगर निगम दक्षिण वार्ड 9 के पार्षद सुमेर सिंह भाटी ने कहा कि मौके पर लोहे की सीढ़ियां-पुल बन गए। लोग इस पर चढ़कर पहाड़ पर पहुंच कब्जा कर रहे हैं। यह जमीन नगर निगम दक्षिण के मालिकाना हक की है। मैंने इस संबंध में आयुक्त दक्षिण से शिकायत की, लेकिन अभी काम नहीं रूक पाया है।
निगम आयुक्त अरुण कुमार पुरोहित ने बताया कि इस संबंध में शिकायत मिली है, जिसमें बताया गया कि कुछ लोग पाइप लाइन पर सीढ़ियां बनाकर पहाड़ी तक पहुंचकर और कब्जा कर रहे हैं। अगर ऐसा है तो तुरंत निर्माण रोकेंगे, सीढ़ियां व पुल भी हटाएंगे।
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