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दलित बच्चे की मौत के बाद नेताओं का लगा तांता:कांग्रेस देगी 20 लाख रुपए, पायलट बोले- दलितों में विश्वास के लिए कुछ करना होगा, मटका छूने से मौत पर बीजेपी MLA ने उठाए सवाल

दलित बच्चे की मौत के बाद नेताओं का लगा तांता:कांग्रेस देगी 20 लाख रुपए, पायलट बोले- दलितों में विश्वास के लिए कुछ करना होगा

मटका छूने से मौत पर बीजेपी MLA ने उठाए सवाल:जोगेश्वर गर्ग बोले- स्कूल में सवर्ण और दलितों की पार्टनरशिप, स्टाफ SC-ST फिर भेदभाव कैसे?

मंत्री गोविंद मेघवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई नेता एक साथ सुराणा गांव पहुंचे।


जालोर (का स)- टीचर की कथित पिटाई से जालोर के छात्र इंद्र मेघवाल की मौत के मामले में प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। पीड़ित परिवार से मिलने के लिए नेताओं का भी सुराणा गांव पहुंचने का सिलसिला जारी है। नेताओं के दौरे को देखते हुए जालोर जिला प्रशासन ने इंटरनेट की स्पीड घटा दी है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता छात्र के परिजनों को देने की घोषणा की।

इधर, जोधपुर में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बच्चे की मौत पर सवाल उठाते हुए इसे वंचित तबकों के मनोबल टूटने से जोड़ा है। पायलट ने कहा- उम्मीद करता हूं कि इस प्रकार की घटनाओं पर हमें हमेशा के लिए अंकुश लगाना होगा। क्योंकि इस तरह की घटनाएं जब होती है तो देश-प्रदेश में दुख की भावना जेहन में आती है। बच्चे को टीचर ने इस तरह मारा और उसकी मौत हो गई, इससे ज्यादा दुख की बात और क्या होगी?

सोमवार देर रात को टंकी पर चढ़े भीम सेना नेता


पायलट ने कहा- दलित समाज को इससे हटकर हमें संदेश देना पड़ेगा, उनके जेहन में विश्वास जगाना होगा कि हम उनके साथ खड़े हैं। सिर्फ कानून बनाने, नियम बनाने, भाषण देने और कार्रवाई से शायद यह हम पूरा नहीं कर सकें। उन्हें विश्वास दिलाने के लिए जो कुछ करना है, हमें करना पड़ेगा। इस तरह की घटना दोबारा न हो इसे भी सुनिश्चित करना होगा।

दोषी को मिलेगी सजा

पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, मंत्री गोविंद मेघवाल, राज्य मंत्री अर्जुन बामणिया, जनअभाव अभियोग निराकरण समिति (पब्लिक डेप्रवेशन रिड्रेसल कमेटी) के अध्यक्ष पुखराज पाराशर मंगलवार दोपहर करीब एक बजे पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। इस दौरान डोटासरा ने आश्वासन दिया कि परिवार को उचित मुआवजा दिया जाएगा। वापस जाते समय सभी लोग 36 कौम के धरने पर पहुंचे। यहां पर लोगों से मिलने के बाद उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। दोषी लोगों को सजा दी जाएगी और निर्दोष लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।

पूर्व मंत्री गोलमा देवी और एमएलए रूपाराम ने परिवार से बात की।


डोटासरा के पहुंचने के करीब 15 मिनट बाद बारां-अटरू विधायक पानाचंद मेघवाल पहुंचे। मेघवाल ने कहा- जब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं होती, इस्तीफा वापस नहीं लूगा। इधर, जयपुर में चार दलित नेता पानी की टंकी पर चढ़ गए हैं। उनकी डिमांड है कि सरकार मुआवजा बढ़ाए और परिवार के दो लोगों को नौकरी दे। मंत्री भजनलाल जाटव, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के भी सुराणा गांव जाने की योजना है। इससे पहले जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव सुबह पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और परिवार वालों से बात की।

राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष और राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस जीके व्यास का भी जालोर के दौरे पर आने का कार्यक्रम है। व्यास दोपहर 2 बजे सुराणा (जालोर) पहुंचेंगे और पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे।

समाज की ओर से डोटासरा, मंत्री गोविंद मेघवाल और सचिन पायलट को ज्ञापन दिया जाएगा।


सोमवार को राजस्थान सरकार के 4 मंत्री सुराणा गांव पहुंचे थे और बच्चे के परिजनों से मुलाकात की। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जुली, श्रम मंत्री सुखराम बिश्नोई, अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा और जनअभाव अभियोग निराकरण समिति (पब्लिक डेप्रवेशन रिड्रेसल कमेटी) के अध्यक्ष पुखराज पाराशर ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। पीड़ित परिवार से बातचीत के बाद खिलाड़ी लाल बैरवा ने सरकार के मुआवजे पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की मदद और परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।

सुराणा गांव में पुलिस फोर्स तैनात

जालोर जिले में कई नेताओं के दौरे को लेकर पुलिस विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर दी हैं। जालोर से सुराणा तक रास्ते में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। साथ ही सुराणा गांव को भी पुलिस छावनी में बदल दिया है।

मंत्रियों के दौरे को लेकर सुराणा गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई।


राज्यसभा सांसद ने दी एक महीने की सैलरी

जैसलमेर कांग्रेस विधायक रूपाराम धनदेव और पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल मंगलवार सुबह 8 बजे सुराणा गांव पहुंचे। उन्होंने इंद्र मेघवाल के परिजनों से मुलाकात कर उनको ढांढस बंधाया। पूर्व मंत्री गोलमा देवी करीब 10.30 बजे सुराणा गांव पहुंचीं और पीड़ित परिवार से मुलाकात की। गोलमा देवी ने बताया कि सांसद किरोड़ी लाल मीणा को पुलिस ने पाली और जालोर की सीमा पर रोक दिया। इस कारण मैं यहां आई हूं। गोलमा देवी ने कहा कि सरकार को हमारी मांगें माननी होंगी। गोलमा देवी ने मृतक की मां को सांसद किरोड़ी की एक महीने की सैलरी 1 लाख रुपए दिए।

बारां-अटरू विधायक ने दिया इस्तीफा

बारां-अटरू के कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने इस्तीफा दे दिया है। मेघवाल ने सोमवार को अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधानसभा स्पीकर को भेजा है। इसमें उन्होंने टीचर की पिटाई से दलित छात्र की मौत से आहत होने को इस्तीफे की वजह बताई। मेघवाल ने इस्तीफे में लिखा- भारत अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे कर रहा है। देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, लेकिन आजादी के 75 साल बाद भी प्रदेश में दलित और वंचित वर्ग पर लगातार हो रहे अत्याचारों से मेरा मन काफी आहत है। मेरा समाज आज जिस प्रकार की यातनाएं झेल रहा है, उसका दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।

बहुजन समाज के लोगों ने जल्द मांगें पूरी नहीं होने पर पूरे प्रदेश में आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।


बहुजन समाज के लोगों ने रैली निकालकर किया प्रदर्शन

इस घटना के विरोध में सोमवार शाम को जोधपुर में बहुजन समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट से अंबेडकर सर्किल तक रैली निकाल प्रदर्शन किया। रैली में शामिल लोगों ने मांग की कि आरोपी शिक्षक को फांसी की सजा दी जाए। साथ ही इस प्राइवेट स्कूल की संपत्ति को जब्त कर दिया जाए। वहीं, दौसा में दलित संगठनों ने कैंडल मार्च निकाला।

दलित संगठनों ने निकाला कैंडल मार्च

टीचर की पिटाई के कारण इंद्र मेघवाल की मौत के बाद शहरों से लेकर कस्बों तक लोग विरोध पर उतर आए हैं। दौसा जिला मुख्यालय पर दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने नेहरू गार्डन से गांधी तिराहे तक कैंडल मार्च निकाला। महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने 2 मिनट का मौन रखकर मृतक छात्र को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पदाधिकारियों ने राज्य सरकार पर भी निशाना साधा। बैरवा समाज के बाबूलाल टोरडा ने कहा कि बहुत निंदनीय घटना है। राज्य सरकार दूसरी घटनाओं में मृतकों को 50 लाख रुपए और परिवार के सदस्य को नौकरी का मुआवजा देती है, लेकिन दलित के साथ होने वाली घटनाओं में पीड़ित परिवार को महज 5 लाख रुपए का मुआवजा देकर भेदभाव कर रही है।

जालोर में स्कूली छात्र की मौत के मुद्दे पर बीजेपी विधायक जोगेश्वर गर्ग ने पार्टी लाइन से अलग हटकर बयान दिया है। उन्होंने छात्र की मटके से पानी पीने की वजह से मौत पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस तरह से सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है, वो गलत है। बच्चे की मौत के वास्तविक कारण जांच में सामने आएंगे।

जालोर जिले के सुराणा गांव में स्कूल टीचर की मारपीट से 9 साल के मासूम बच्चे इंद्र मेघवाल की मौत हो गई थी। इसके बाद सामने आया था कि बच्चे ने स्कूल टीचर छैलसिंह के मटके को छू लिया था, इससे नाराज होकर शिक्षक ने पिटाई की थी, इसके चलते मौत हुई। इस पर विधायक ने कहा कि मामले पर बहुत राजनीति हो रही है। बच्चे के साथ मारपीट करने वाले को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, लेकिन सामाजिक सद्भाव नहीं बिगड़ना चाहिए।

बीजेपी विधायक दल के सचेतक जोगेश्वर गर्ग


बीजेपी विधायक दल के सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कहा- क्या मारपीट इसलिए हुई कि उस बच्चे ने मटकी से पानी पी लिया था या इसलिए हुई कि वो मेघवाल था? ऐसा है या नहीं। ये पहले साफ होना चाहिए, उसके बाद ही कोई राय देनी चाहिए। विधायक ने कहा मेरी जानकारी के अनुसार जिस स्कूल में घटना हुई उस प्राइवेट स्कूल में दो पार्टनर हैं। एक राजपूत और एक मोची है। वहां के स्टाफ में आधे से ज्यादा टीचर SC-ST के हैं। मेघवाल,मोची और भील भी हैं। वहां के आधे के लगभग बच्चे SC-ST के हैं। ऐसे में जिस स्कूल में सवर्ण और दलितों के बीच पार्टनरशिप हो और स्टाफ दलित और जनरल कास्ट का हो, वहां इस तरह का भेदभाव नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जालोर जिला सामाजिक सौहार्द का जिला है। यहां राजनेता जबर्दस्ती मामले को तूल दे रहे हैं।

पानी पीने या जाति के कारण मारपीट हुई इसमें संदेह

विधायक गर्ग ने कहा गांव के लोगों और अलग-अलग समुदायों के लोगों से भी बात की है। मारपीट हुई है यह तय है, लेकिन वो मारपीट जाति के कारण या पानी के कारण हुई है इसमें संदेह है। इसलिए जांच का इंतजार करना चाहिए। उसके बाद ही कोई निर्णय करना चाहिए। उससे पहले वैमनस्य फैलाना और सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ना सही नहीं है। ऐसी मेरी सबसे अपील है थोड़ा सा धैर्य रखें। सरकार, पुलिस,प्रशासन से अपील है तुरंत इसकी जांच करें। हकीकत तक पहुंचें और नियमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई जो हो सकती है करें।

पहले हमको सच की जानकारी कर लेनी चाहिए

विधायक गर्ग ने कहा- मेरे विधानसभा क्षेत्र की सायला पंचायत समिति में सुराणा गांव में पिछली 20 तारीख को ये घटना हुई। मारपीट और चोट के कारण दुर्भाग्य से बच्चे की मौत हो गई। बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है मासूम, अनुसूचित जाति और गरीब परिवार के बच्चे के साथ ये सब हुआ। मैं उस बच्चे को श्रद्धांजलि देता हूँ परिजनों के लिए संवेदना प्रकट करता हूँ, घटना का मुझे बहुत दुख है। गिरफ्तार टीचर ने मारपीट की बात स्वीकार कर ली है, लेकिन मैं ऐसा राजनेता हूं जो राजनीति से ऊपर समाज नीति को रखता हूं। सबसे निवेदन है कि उत्तेजित होने और आक्रामक बयानबाजी करने से पहले हमको सच की जानकारी कर लेनी चाहिए। प्रशासन, पुलिस और शिक्षा विभाग जांच कर रहे हैं। उनकी फाइंडिंग आ जाए।

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