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मरुधर आईना की स्पेशल रिपोर्ट में पढ़िए, इस बार मेले में क्या खास है और भक्तों के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं... खाटूश्याम और भक्तों के बीच अब शीशे की दीवार



 मरुधर आईना - खाटूश्याम और भक्तों के बीच अब शीशे की दीवार

साढ़े तीन घंटे में दर्शन होंगे; डीजे के बजाय ढोल-मंजीरे, प्रसाद चढ़ाने के लिए 30 पॉइंट लगाए

ब्यूरो रिपोर्टर रामनिवास/लोकेश कुमार 

सीकर/खाटूश्यामजी

लखदातार बाबा खाटू का लक्खी फाल्गुन मेला 22 फरवरी से शुरू होगा। मेले से पहले ही भक्तों का आना शुरू हो गया है। सीकर जिले के खाटू कस्बे में भरने वाले मेले में 30 लाख से ज्यादा भक्तों के आने की संभावना है। मेले में राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, कलकत्ता, मध्यप्रदेश समेत देशभर और दूसरे देशों से लाखों भक्त आते हैं।

फाल्गुन मेले में बाबा के श्रृंगार से लेकर उनके भक्तों का भी खास ख्याल रखा जाता है। प्रशासन से लेकर मंदिर कमेटी महीने भर पहले से तैयारियों में लग जाती है। वैसे तो बाबा श्याम का लक्खी मेला हर बार ही खास होता है, लेकिन इस बार मेले में पांच बड़े बदलाव श्याम भक्तों को देखने को मिलेंगे...

  • भक्तों और बाबा श्याम के बीच शीशा होगा
  • 7 सेकेंड तक लखदातार के दर्शन कर सकेंगे भक्त
  • डीजे की जगह इस बार ढोल और मंजीरे होंगे
  • निशान मंदिर के अंदर ले जाने पर रोक रहेगी
  • प्रसाद चढ़ाने के लिए 30 पॉइंट बनाए गए हैं



1- पहले बात बाबा के शृंगार और मंदिर की सजावट की, कोलकाता-बेंगलुरू से आएंगे फूल

  • मेले के दौरान बाबा श्याम का हर बार अलग श्रृंगार होता है। दिल्ली और अन्य कई बड़े राज्यों से आए फूलों उन्हें सजाया जाएगा।
  • मंदिर के बाहर भी फूलों से सजावट होगी। थर्माकोल पर राधा--कृष्ण बनाकर मनमोहक सजावट की जाएगी। साथ ही रंग--बिरंगी रोशनी होगी।
  • 75 फीट ग्राउंड में 14 लाइनों में लगने वाले श्रद्धालुओं के सामने पैदल पुल पर एक बड़ी स्क्रीन लगाई गई है। अभी यहां 2 बड़ी स्क्रीन और लगेगी।
  • जिससे लाइन से भी भक्त अपने बाबा को देख सकेंगे। मंदिर परिसर में लगे करीब 200 स्पीकर से बाबा श्याम का गुणगान होगा।

रंगीन लाइटों से मंदिर की सजावट

मंदिर कमेटी सजावट के लिए इस बार नई थीम लाई है। मुख्य द्वार के ठीक ऊपर लगाए जाने वाले इस 60 फीट ऊंचे इलेक्ट्रिक बोर्ड पर तीन बाणधारी बाबा श्याम की छवि रंगीन लाइट्स से उकेरी जाएंगी।

मंदिर परिसर के सभी 200 से अधिक पोल्स पर लगे स्पीकर्स से संगीतमय ध्वनियों की आवाज के साथ बाबा के जयकारे गूंजेंगे। इसके लिए मंदिर के गेट पर राधा-कृष्ण की तस्वीर होगी।



2- भक्त कैसे करेंगे बाबा के दर्शन, अब 7 की जगह साढ़े 3 घंटे में ही आएगा नंबर

  • 8 अगस्त 2022 को एकादशी मेले के दौरान 75 फीट के एंट्री गेट पर भगदड़ मचने से तीन महिलाओं की मौत हो गई थी। इस कारण प्रशासन और मंदिर कमेटी भक्तों की सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क है।
  • खाटू में विकास के काम होने के बाद मंदिर में दर्शनों को भी आसान बनाया गया है। इस बार दर्शनों के लिए 3 के बजाय 4 लाइनें होंगी। जो 75 फीट ग्राउंड तक बैरिकेडिंग से ही आएगी।
  • पहले यहां सड़क पर बैरिकेडिंग नहीं होने से भीड़ का दबाव बढ़ जाता था। पहले करीब 7 घंटे लाइन में लगने के बाद नंबर आता था, लेकिन अब लाइनों की संख्या बढ़ने से केवल साढ़े 3 घंटे में भक्त मंदिर परिसर तक पहुंच जाएंगे। ऐसे में अब आधे टाइम में ही भक्तों को दर्शन हो जाएंगे।


कहां से शुरू होगी लाइन, कैसा होगा इंतजाम, पढ़िए…

  • दर्शनों के लिए लाइन में लगने का स्टार्टिंग पाइंट रींगस रोड पर डायवर्जन के पास बिजली ग्रिड के सामने से है।
  • भक्त पार्किंग एरिया में अपनी गाड़ी खड़ी करेगा। वहां से 800 मीटर की दूरी पर ही दर्शनों के लिए स्टार्टिंग पाइंट ग्रिड के सामने से शुरू होगा। जो चारण खेत जाएगा।
  • चारण खेत में जिग-जेग की 8 लाइन हैं, जिसकी लंबाई करीब 4 किलोमीटर है।
  • लखदातार ग्राउंड में 8 लाइन से गुजरना होगा, जिसकी लंबाई 5 किलोमीटर का जिगजैग है। वहां से होते हुए 40 फीट के नए रास्ते से 75 फीट ग्राउंड होते हुए भक्त मंदिर तक पहुंचेंगे।
  • लखदातार ग्राउंड से आने वाली तीन लाइनों को अब 4 कर दिया गया है।
  • 75 फीट एंट्रेंस के गेट पर पहले बैरिकेडिंग नहीं होने के चलते सड़क पर श्रद्धालुओं का दबाव रहता था। वहां भी अब बैरिकेडिंग की चार लाइन है जो 75 फीट में आकर 14 लाइनों में बदल जाएगी।
  • इन लाइनों के बीच 8 फीट का स्पेस रखा गया है, ताकि श्रद्धालुओं तक पानी के पैकेट और अन्य जरुरत का सामान पहुंचाया जा सकें।
  • भीड़ ज्यादा होने पर 12 से 13 किलोमीटर एरिया कवर करने के बाद भक्त मंदिर तक पहुंच सकेंगे।
  • भक्त केरपुरा तिराहा, लामिया तिराहा ,चारण खेत ,लखदातार ग्राउंड, सीसी सड़क, 75 फीट ग्राउंड होते हुए मंदिर पहुंचेंगे।



भक्त और बाबा के बीच होगा शीशा

  • खाटू नगरी के विस्तार के लिए 13 नवंबर से मंदिर बंद था। 2 महीने से ज्यादा समय तक खाटू कस्बे में कई विकास कार्य हुए। करीब 85 दिन बाद फरवरी के पहले सप्ताह को दर्शनों के लिए मंदिर खोला गया है।
  • लेकिन अब भक्तों को शीशे में से बाबा के दर्शन होंगे। मूर्ति के सामने एक पारदर्शी कांच लगाया गया है। कांच में से ही अपने लखदातार के दर्शन भक्त कर सकेंगे।
  • मुख्य मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं को ज्यादा देर तक खड़ा नहीं होने दिया जाता था। अब करीब 7 सेकेंड तक बाबा श्याम का दीदार करेंगे।

प्रसाद चढ़ाने से रोक हटी

  • 3 महीने बाद मंदिर खुलने पर प्रसाद नहीं चढ़ा पाने से भक्तों को निराशा हुई थी।17 फरवरी को मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान और व्यापारियों के बीच बैठक के बाद प्रसाद वापस चढ़ाने का फैसला लिया गया।
  • मुख्य मंदिर में दानपेटी के पास एक टंकी होगी। जिसमें भक्त प्रसाद चढ़ाकर जा सकेंगे। जगह-जगह 40 से ज्यादा दानपात्र लगाए गए हैं।
  • इस तरह करीब 30 पॉइंट पर प्रसाद चढ़ाने की व्यवस्था होगी। मंदिर में लगे शटर की ऊंचाई भी बढ़ा दी गई है। मंदिर के मुख्य परिसर में फायर सिस्टम भी लगा दिया गया है।



दिव्यांगों के लिए लगी लिफ्ट को हटाया

  • मुख्य मंदिर परिसर में इस बार दिव्यांगों के लिए लगी लिफ्ट हटा दी गई है। मंदिर मूर्ति के सबसे पास वीआईपी लेन से ही दिव्यांगों को दर्शन होंगे।
  • मंदिर में पहले की तरह अब फेरी नहीं दे सकेंगे। इसके अलावा श्रद्धालु किसी भी लाइन में लगकर दर्शन कर सकते हैं। उसे एक जैसे ही दर्शन होंगे।
  • मंदिर की पुरानी जिगजैग में लगने वाले श्रद्धालु एक 4 फीट के रैंप से दर्शन करेंगे। जिनकी एग्जिट कबूतर चौक की तरफ होगी।

दर्शन के बाद दो रास्तों से होगा एग्जिट

भक्तों की सुविधा को देखते हुए इस बार बैरिकेंडिंग की लाइन को बढ़ाया गया है। पहले केवल 4 लाइन हुआ करती थी। इस बार 10 लाइनों को जोड़ा गया है।

दर्शन के बाद एग्जिट भी दो रास्तों से होगा। नई लाइनों में दर्शनों के लिए लगने वाले श्रद्धालुओं को कला भवन के पास निकाला जाएगा। पुरानी चार लाइनों में लगे श्रद्धालुओं का एग्जिट कबूतर चौक की तरफ रहेगा।



मेले से एक दिन पहले शाम 5 बजे तक दर्शन बंद

  • मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष कालू सिंह ने बताया कि इस बार बाबा खाटूश्याम का तिलक 21 फरवरी को किया जाना है। ऐसे में ऐसे में शाम 5 बजे तक भक्तों के लिए दर्शन बंद रहेंगे।
  • विशेष आयोजन और धार्मिक पर्व पर बाबा खाटूश्याम का तिलक और शृंगार या जाता है। ऐसे में मंदिर में दर्शन बंद रखे जाते हैं। वहीं 22 फरवरी से 4 मार्च तक बाबा खाटूश्याम का लक्खी मेला भी शुरू होने जा रहा है।


3- ये रहेगा पार्किंग रूट, पार्किंग में 10 हजार से ज्यादा गाड़ियां हो सकेंगी खड़ी

  • मेले के दौरान 52 बीघा मैदान में गाड़ियों को पार्क करवाया जाएगा। सीकर ट्रैफिक डिप्टी विकास कुमार धींधवाल ने बताया कि खाटूश्याम आने वाली गाड़ियां मंडा मोड होते हुए पार्किंग की तरफ जाएगी।
  • दर्शन के बाद लौटने वाले भक्तों की गाड़ियों को चौमू पुरोहितान बाईपास, शाहपुरा होते हुए नेशनल हाईवे संख्या 52 से निकाला जाएगा।
  • किसी रूट पर ट्रैफिक ज्यादा होने पर वैकल्पिक रास्तों का उपयोग किया जाएगा। मेले के दौरान पार्किंग स्थल पर करीब 100 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।
  • खाटूश्यामजी थानाधिकारी सुभाष यादव के मुताबिक पार्किंग में एक बार में एक साथ 10 हजार से ज्यादा गाड़ियां खड़ी हो सकेगी।



रींगस-खाटू मार्ग नो व्हीकल जोन

  • 22 फरवरी से 4 मार्च तक रींगस से खाटू तक का 17 किलोमीटर लंबा मार्ग नो व्हीकल जोन रहेगा। इस रास्ते से सबसे ज्यादा पद यात्री आते हैं।
  • साथ ही भंडारे भी इसी रोड पर होते हैं। हालांकि इस बार भंडारों का एंट्रेंस सड़क की तरफ नहीं होगा। इससे पदयात्रियों को परेशानी नहीं होगी।


4- मेले में पाबंदी

डीजे पर बैन, ढोलक- मंजीरे बजाएंगे भक्त

भक्त पैदल यात्रा करते हुए डीजे पर डांस करते और भजनों पर झूमते हुए आते हैं। इस बार डीजे पर प्रतिबंध लगाया गया है। भक्त साउंड सिस्टम की जगह पुराने वाद्ययंत्र जैसे ढोलक और मंजीरे के साथ भजन करते हुए आएंगे। होटल और धर्मशाला में भजन कार्यक्रम के दौरान भी गाइड लाइन की पालना करनी होगी।

मंदिर में निशान ले जाने पर रोक

भक्त बाबा के निशान (झंडे) मंदिर तक नहीं ले जा सकेंगे। मेला क्षेत्र में रूट चार्ट के साइन बोर्ड लगवाने के साथ ही माइक सिस्टम के जरिए व्यवस्थाओं संबंधी घोषणा भी होती रहेगी पहले निशान मंदिर कमेटी के ऑफिस के पास एकत्रित किए जाते थे।

इस बार 75 फीट ग्राउंड के सामने ही एक काउंटर बना है, यहां भक्त निशान जमा करा सकेंगे।। मेले में नियुक्त मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारी-कर्मचारी वॉकी-टॉकी के जरिये एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे।



5- भक्तों के लिए सुविधा, रोडवेज की 30 अतिरिक्त बस

  • मेले के दौरान रोडवेज 30 अतिरिक्त बस चलाएगा। रूट पर यात्री भार ज्यादा होने पर अतिरिक्त बसों का संचालन होगा।
  • सीकर रोडवेज के कार्यवाहक मैनेजर नरोत्तम शर्मा ने बताया कि मेले में आने वाले दर्शनार्थियों को सुलभ व सुविधापूर्ण परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 30 अतिरिक्त वाहनों का संचालन किया जाएगा। प्रथम चरण 22 फरवरी से 24 फरवरी तक होगा।
  • जिसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी भी फिक्स कर दी गई है। मेला ग्राउंड खाटूश्यामजी में विनोद कुमार प्रभारी रहेंगे।
  • पहली पारी में बुकिंग कार्य सुबह 6 से दोपहर 2 बजे तक और दूसरी पारी में दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक होगा।
  • इसके अलावा मेला ग्राउंड सी.बी.एस. सिन्धी कैंप और रेलवे स्टेशन जयपुर के लिए पहली पारी सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक और दूसरी पारी दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक रहेगी।
  • मेले में पदस्थापित समस्त अधिकारी, कर्मचारी अपनी निर्धारित वर्दी में होंगे और किसी भी परिस्थिति में मुख्य प्रबन्धक सीकर की अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे।



500 अस्थाई टॉयलेट,4 वाटर फिल्टर मशीन

  • इस बार बाबा खाटू श्याम के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए करीब 500 से ज्यादा अस्थाई टॉयलेट की व्यवस्था की गई है। टॉयलेट में भी इस बार बदलाव किया गया है।
  • पोर्टेबल टॉयलेट की बजाय इस बार फिक्स टॉयलेट बनाए गए हैं जिसमें पानी की सुविधा भी रहेगी। इन टॉयलेट के पास के एक बड़ी पानी की टंकी भी लगाई गई है।
  • इसके अलावा 4 वाटर फिल्टर मशीन लगाई गई है। हर मशीन रोज करीब 40 से 50 हजार पानी पैकेट पैक कर सकती है। चारण खेत और लखदातार ग्राउंड के एंट्री और एग्जिट पर एक -एक वाटर टैंट लगाया है।
  • इसके अलावा 75 फीट ग्राउंड में दर्शनों के लिए बनाई गई 14 लाइनों के बीच एक 8 फीट का स्पेस रखा गया है। जहां से स्वयंसेवक लाइनों में लगे श्रद्धालु तक पानी उपलब्ध करवा सकेंगे।

मेडिकल कैंप में 24 घंटे होगा स्टाफ

  • मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल टीमों का गठन किया जाएगा। रींगस, सीकर, फतेहपुर के अस्पतालों में मेला अवधि के दौरान 24 घंटे मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा।
  • मेला क्षेत्र में नियंत्रण कक्ष बनाया जाएगा। घरेलू गैस सिलेंडर का व्यावसायिक उपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

6- मेले में ऐसी होगी सुरक्षा व्यवस्था, 12 से ज्यादा ड्रोन से मेले पर नजर

मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर भी कड़े इंतजाम किए गए है। खाटू कस्बे और आस-पास के रास्तों पर निगरानी के लिए 320 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। कैमरों की लाइव फीड सीकर के अभय कमांड सेंटर से भी कनेक्ट की गई है। इसके अलावा लाइव फीड मंदिर कमेटी और मेला मजिस्ट्रेट ऑफिस में भी रहेगी। एक दर्जन से ज्यादा ड्रोन कैमरे से भी मेले की निगरानी होगी। ऐसे में यदि कहीं भीड़ ज्यादा बढ़ती है या फिर अन्य कोई परेशानी होती है तो तुरंत स्थिति को काबू में लिया जा सकेगा।

सुरक्षाकर्मियों में 4 हजार पुलिसकर्मी जिनमें ईआरटी और SDRF भी शामिल है। इसके अलावा करीब 1 हजार से ज्यादा प्राइवेट गार्ड और स्वयंसेवक शामिल रहेंगे।

सिविल ड्रेस में होंगे पुलिसर्मी

करीब चार हजार के लगभग पुलिसकर्मी, एक हजार के लगभग प्राइवेट गार्ड और करीब 1200 से ज्यादा स्वयंसेवक सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहेंगे। इसके अतिरिक्त मेले के दौरान कुछ पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में भी तैनात रहेंगे। जिनका काम चैन स्नैचिंग जैसी घटनाओं को रोकना होगा।

वहीं खाटू कस्बे में भिक्षावृत्ति रोकने के लिए मेले के पहले से ही काम शुरू हो चुका है। जहां पुलिस और चाइल्ड लाइन की संयुक्त टीम कार्रवाई में लगी हुई है।

 गरीबों को देंगे जूते-चप्पल

इसके अलावा हर बार मेले में देखा जाता है कि श्रद्धालु अपने जूते चप्पलों को हर कहीं फेंक कर चले जाते हैं। जिन्हें बाद में नगर पालिका द्वारा एकत्र किया जाता है। लेकिन इस बार मेले के दौरान एक नवाचार यह देखने को मिलेगा कि जो जूते चप्पल लावारिस छोड़ जाते हैं वो गरीबों तक पहुंचाएंगे। वहीं सफाई व्यवस्था के लिए नगर परिषद सीकर की रोड स्वीपर मशीन भी फिलहाल खाटू में ही है।

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