सरना डूंगर में अवैध रूप से बन रही थी फैक्ट्री में कैरी बैग प्रशासन ने फैक्ट्री को किया सीज.

18 हजार किलो कच्चा माल किया जप्त

प्रदेशभर में प्रतिबंध के बाद भी प्लास्टिक के कैरी बैग बना रही राजधानी के सरना डूंगर इलाके में प्रशासन ने शनिवार शाम  को कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री को सीज कर दिया गया छापेमारी में कई कुंटल पॉलीथिन और कच्चा और तैयार किया हुआ  माल बरामद किया गया। वही फैक्ट्री मैं  9 मशीनों को भी सीज कर दिया गया है जानकारी के अनुसार कालवाड  नायब तहसीलदार सुनीता सांखला ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार सरना डूंगर मैं कार्रवाई की गई है जहां बड़ी मात्रा में कैरी बैग और कच्चा माल और तैयार किया हुआ  माल बरामद हुआ। करधनी थाना पुलिस ने छापेमारी टीम के सामने फैक्ट्री के मजदूर लोग संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इसके बाद अधिकारियों ने फैक्ट्री को सील करने का निर्देश दिया। हम आपको बता दे की फैक्ट्री पर छापेमारी की सूचना पर। टीम के पहुंचने से पहले ही मालिक और आधे मजदूर फरार हो गए। जिसके बाद फैक्ट्री को सील कर दिया गया। पूछताछ में पता चला कि फैक्ट्री आएन इंडस्ट्रीज के नाम से संचालित है और इसका मालिक रूपेश अग्रवाल  है जो मौके से टीम को देख कर फरार हो गया वहीं मजेदार बात यह है कि इस फैक्ट्री में 18 वर्ष के कम वायु के बच्चे भी काम में लिप्त मिले छापेमारी की सूचना पर पत्रकार मौके पर पहुंचे तो वहां के कर्मचारियों ने पत्रकारों से धक्का-मुक्की की बाद में छापेमारी कर रहे अधिकारियों की लताड़ के बाद हरकत में आए कर्मचारी


कोर्ट के आदेश की उड़ रही है धज्जियां....... 

2 वर्ष पूर्व कोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश सरकार ने पॉलीथीन बैग पर पूरी तरह से बैन लगा दिया था। यह बैन निर्माण और बिक्री दोनों पर लागू था। उस समय इसका असर भी दिखाई दिया लेकिन प्रशासनिक सख्ती कुछ समय बाद गायब हो गई। आज फैक्ट्रियों में धड़ल्ले से पॉलीथीन का निर्माण हो रहा है।



नगर निगम ने खड़े किए हाथ

पॉलीथीन की बिक्री और यूज को रोकने की जिम्मेदारी नगर निगम की थी। शुरुआत में सभी जोनों में अभियान चलाकर कई क्विंटल पॉलीथीन जब्त की गई थी। इस जब्त पॉलीथीन का क्या करना है, यह तय नहीं था। जिससे आज भी यह पॉलीथीन निगम के गोदामों में पड़ी है।
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