REET लीक में एडीजी ने पुलिस अधिकारियों की ली बैठक:3 जिलों के अधिकारी मौजूद रहे, फरार आरोपियों की संपतियां जब्त करने की तैयारी


 


राजस्थान का बहुचर्चित रीट पेपर लीक मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे है। फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ ने बाड़मेर, जालोर व सिरोही के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करके प्लानिंग कर ली है। फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए दबाव बनाने की रणनीति बनाई गई है। एसओजी तीनों जिलों में फरार चल रहे आरोपियों की सूची एसपी, एएसपी, सीईओ व एसएचओ को उपलब्ध करवाएगी। इसके बाद इन लोगों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाकर दबोचा जाएगा। जब एडीजी अशोक राठौड़ से पूछा गया कि परीक्षा से कितने लोगों के पास पेपर पहुंचा। वे बोले- यह सवाल हमारे मन में भी है इसकी तह तक जाने की कोशिश कर रहे है।

एसओजी ने निर्देश दिए है कि अवैध काम, अवैध वाहन, और अवैध संपत्तियों को चिन्हित करके जब्त की कार्रवाई की जाए। इसके अलावा फरार चल रहे आरोपियों के परिजनों से भी पूछताछ की जाए। रीट पेपर लीक में शराब तस्कर राजू ईशराम विश्नोई का नाम भी सामने आ रहा है। इसके बाद राजू की संपत्तियां जब्त करने की कार्रवाई शुरू हो गई। ट्रक, डंपर, अन्य गाड़ियां व बाइक भी जब्त की है। वहीं एसओजी के रडार पर चल रहे आरोपियों को पकड़ने का सर्च ऑपरेशन तेज किया जाएगा।

एडीजी अशोक राठौड़ ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि तीनों जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक कर फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयास तेज किए जाएगे। कोई भी छोटे से लेकर बड़ा आदमी पेपर लीक से जुड़ा हैं तो उसको बख्शा नहीं जाएगा। मामले में अब तक 38 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका हैं ओर भी इनके सहयोगी व पेपर पढ़कर परीक्षा देने वालों की खोजबीन कर रहे हैं। जैसे-जैसे नए नाम आएंगे उनको भी गिरफ्तार किया जाएगा।

डीपी जारोली की गिरफ्तारी पर बोलें कि अभी तक उनसे कोई जांच नहीं की है। एक बार जांच होने के बाद तय किया जाएगा। पेपर कितने अभ्यर्थियों तक पहुंचने की आशंका के सवाल पर एडीजी अशोक राठौड़ बोले की एक सवाल हमारे मन में भी है इसको ट्रेस कर रहे है। इसकी तह जाने की कोशिश कर रहे है।

जालोर के सांचौर डाक बंगले में 3 घंटे चली मैराथन बैठक

रीट प्रकरण के मामले को लेकर जालोर, बाड़मेर व सिरोही जिले से जुड़े संदिग्ध अधिकतर सामने आने के बाद शनिवार शाम को एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ सांचौर पहुंचे। शहर के नर्मदा नहर परियोजना के डाक बंगले में शनिवार शाम को 5 बजे रीट परीक्षा पेपर लीक प्रकरण को लेकर जालोर, बाड़मेर व सिरोही जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक ली।

3-4 घंटे तक चली बैठक में रीट प्रकरण मामले में तीनों जिले के कई संदिग्धों का पेपर लीक में नाम सामने आने के बाद इनको गिरफ्तार करने की रणनीति को लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए दिशा निर्देश दिए। एसओजी सूत्रों के अनुसार इन जिलों में पेपर लीक मामले में कई संदिग्धों के नाम सामने आने के बाद भूमिगत हो गए। ऐसे में इनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। बैठक में सिरोही एसपी धर्मेन्द्र यादव, बाड़मेर एसपी दीपक भार्गव, सांचौर एएसपी दशरथसिंह, गुड़ामालानी, चौहटन, बालोतरा सीईओ, बाड़मेर जिले के कई थानाधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे।

बाड़मेर पुलिस ने एग्जाम से 36 घंटे पहले पकड़ा था नकल गिरोह

बालोतरा पुलिस ने रीट एग्जाम से 36 घंटे पहले रमेश व सुरेश विश्नोई को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों रुपए की नकदी व अन्य रीट से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए थे, एडीजी राठौड़ ने पूरे प्रकरण की समीक्षा कर मामले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए निर्देश दिए। धोरीमन्ना पुलिस ने सुरेशकुमार, देवीलाल व पाबूराम जांगू को अलग-अलग प्रकरणों में गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों ने डमी, प्रवेश पत्रों में फर्जीवाड़े किया था। इनकी भी समीक्षा हुई है। चौहटन पुलिस ने अलग-अलग फोटो लगाकर डमी अभ्यर्थी बिठाने के आरोप में कार्रवाई हुई थी, उस दौरान हनुमानराम उपरला व अशोक धनोड़ा रामसर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सम्पूर्ण पत्रावलियां पर काम करने के निर्देश दिए।

एसपी व तीन डिप्टी बैठक में शामिल

एडीजी अशोक राठौड़ ने सांचौर में तीन जिलों के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में बाड़मेर एसपी दीपक भार्गव, समेत चौहटन, गुड़ामालानी व बालोतरा वृत्त डिप्टी के साथ धोरीमन्ना, चौहटन, सेड़वा, गुड़ामालानी व बालोतरा थानाधिकारी बैठक में शामिल हुए। इधर, नकल गिरोह के मामले में फरार चल रहा आरोपी महेंद्रदान को पुलिस ने उसके गांव पटाऊ स्थित घर से हिरासत में लिया। वहीं पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश को लेकर जगह-जगह दबिशें दे रही है।

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