देखिये जालोर महोत्सव में कुमार विश्वास ने कांग्रेस-बीजेपी के विषय में क्या कहा ? #JaloreMahotsav2023



कुमार विश्वास ने कांग्रेस-बीजेपी में खींचतान पर कसे तंज:बोले- कांग्रेसियों से पूछना पड़ता है आप दौसा वाले हो या जोधपुर वाले

जालोर- साल 2013 से शुरू हुए जालोर‎ महोत्सव के 10वें आयोजन का‎ आगाज बुधवार को हो गया। महोत्सव के पहले दिन डॉ. कुमार विश्वास का लाइव कॉन्सर्ट भी हुआ। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस चिंगारी से राजस्थान अछूता था वो चिंगारी राजस्थान में पहुंचा दी गई है, हम उत्तर प्रदेश के लोग हैं, इसे झेल के बैठे है, दुआ करता हूं कि आप इस आग से बचे रहे।

इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं सच्चा धर्मनिरपेक्ष आदमी बोल रहा हूं, फर्जी नहीं हूं। साथ ही हिंदू-मुस्लिम एकता पर कविता सुनाते हुए बोले "गोधरा न हो...गुजरात न हो, इंसान न नंगा हो, हाथों में तिरंगा हो, होठों पर गंगा हो। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई को बांटने का काम राजनेता सत्ता के लिए करते है। इस कविता पर खूब वाहवाही लूटी और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा स्टेडियम गूंज उठा।



पायलट-गहलोत के विवाद पर कसा तंज

कुमार विश्वास ने अपने प्रोग्राम की शुरुआत राजस्थान की राजनीति से की और राजस्थान की राजनीति पर ही समाप्त किया। कुमार विश्वास ने कहा कि चुनाव आ रहे है कौन भाजपा में है, कौन कांग्रेस में कुछ नहीं पता। राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में भी अलग-अलग बाड़े बने हुए हैं। कुछ लोग कहते हैं कि हम दौसा वाले हैं, कुछ कहते हैं कि हम जोधपुर वाले हैं।

बीजेपी में आपसी खींचतान पर भी बोले

इसके साथ ही भाजपा में मुख्यमंत्री की दावेदारी पर हो रही आपसी खींचतान पर भी तंज करते हुए कहा कि राज्यपाल असम के बने हैं, खुशी झालावाड़ में हो रही है। इस दौरान कुमार विश्वास ने राजनीतिक व्यंग्य, देशभक्ति और कई अन्य कविताओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कुमार विश्वास के कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग जालोर स्टेडियम पहुंचे। पूरा स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा था। कई लोगों को बैठने की जगह नहीं मिली तो खड़े रहकर कुमार विश्वास की कविताएं सुनी।

उपखंड मुख्यालयों पर होंगे विभिन्न कार्यक्रम

3‎ दिवसीय जालोर‎ महोत्सव में‎ आज से सभी‎ उपखंड‎ मुख्यालयों पर‎ विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इससे पहले बुधवार को जालोर शहर में शोभायात्रा के साथ महोत्सव की शुरुआत‎ हुई। यह‎ शोभायात्रा हनुमानशाला से रवाना‎ होते हुए हरिदेव जोशी सर्किल,‎ अस्पताल चौराहा, राजेन्द्र नगर,‎ भीनमाल बाइपास, कॉलेज चौराहा‎ से स्टेडियम पहुंची। करीब 3 किमी‎ लंबी शोभायात्रा में बड़ी संख्या में‎ शहरवासियों ने शिरकत की।‎ इसमें घोड़े-ऊंटों पर भी लोग‎ सवार थे।

अलग-अलग थीम पर जारी किए स्पेशल कवर

स्टेडियम में पहुंचने के‎ बाद झंडारोहण के साथ जालोर महोत्सव की आधिकारिक शुरुआत‎ हुई। डाक विभाग की ओर से पर्यटन‎ विभाग, जिला प्रशासन, जालोर‎ विकास समिति के संयुक्त‎ तत्वावधान में आयोजित जालोर‎ महोत्सव के उद्घाटन समारोह में‎ कुल 4 विशेष आवरण (स्पेशल‎ कवर) अलग-अलग थीम पर‎ जारी किए गए। जालोर किला,‎ तोपखाना, भीनमाल की जूतियां व‎ लेटा के खेसले शामिल किए हैं। कलेक्टर निशांत जैन के विशेष‎ आग्रह पर डाक विभाग ने इस‎ मौके पर जालोर की सांस्कृतिक‎ विरासत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान‎ दिलाने के लिए डाक विभाग ने‎ विशेष आवरणों को जारी करवाने के‎ लिए एक महीने पहले ही तैयारी कर ली‎ गई थी।

राजस्थान पर्यटन विभाग एवं‎ जालोर प्रशासन के संयुक्त सहयोग‎ से जालोर के इन विशेष आवरणों‎ को जारी करने के लिए संचार‎ मंत्रालय भारत सरकार से अनुमति‎ प्राप्त की गई। जालोर‎ महोत्सव शुभारंभ समारोह में विभिन्न‎ गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में‎ भव्य विमोचन किया। यह प्रत्येक‎ आवरण का मूल्य मात्र पांच रुपए‎ रखा गया है। जालोर से जुड़ी धरोहर‎ पहली बार डाक कवर पर होगी।‎

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