भाजपा जिलाध्यक्ष राव ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

भाजपा जिलाध्यक्ष राव ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
जालोर 
भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष श्रवणसिंह राव बोलरी ने मुख्यमंत्री गहलोत के नाम जिला कलेक्टर जालौर को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर जिला प्रमुख वन्नेसिंह गोहिल, जिला आई टी संयोजक अमन देवेन्द्र मेहता, जालोर नगर अध्यक्ष सुरेश सोलंकी,  पहाडसिंह राव बोरली मुकेश राजपुरोहित, हेमेन्द्रसिंह बगेड़िया, पार्षद दिनेश महावर रहे मौजूद 

ज्ञापन में राव ने बताया कि जिले के नेहड़ क्षैत्रों एवं जिले के बडे़ भु-भाग में गर्मी को देखते हुए पेेयजल संकट उत्पन्न हो गया है ,ऐसे आपातकाल की स्थिती में अधिकारीयो एवं कर्मचारीयों द्वारा भी इस समस्या की और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे नेहड़ क्षेत्र में पेयजल संकट विकराल रूप धारण कर चुका है।  
एवं क्षैत्र की जीनवदायनी नर्मदा नहर की सभी वितरिकाओं में पर्याप्त पानी दिया जिससे कि पेयजल संकट वाले क्षैत्रों में पानी की उपलब्धता हो सके। तथा वितरीकाओं के माध्यम से अन्तिम छोर तक पानी पहुंच सके।

केरोना महामारी से आज देश में कई विकट समस्याऐं उत्पन्न हो गयी है तथा केन्द्र सरकार द्वारा आम जन के सहयोग तथा उनकी सहायता हेतु विभिन्न योजना चलाकर उन्हे लाभान्तिवित कर रही है, इस महामारी से विगत तीन माह से सभी प्रकार के उधोग और मजदुर वर्ग के आजीविका के सभी प्रकार के साधन ठप पडे़ है। दूसरी और किसान वर्ग द्वारा सरकार के बेची गई फसलो का भुगतान भी उन्हे समय पर नही हो रहा है। ऐसी परिस्थिती में आम जनता द्वारा बिजली के बिल लिया जाना उचित नही है। 
एक तरफ जहां आम जनता सरकार से ऐसे विकट काल में मदद की उम्मीद लगाये बैठी है, तो दुसरी तरफ उससे ही मुलभूत आवश्यकताओं का भुगतान करने पर विवश किया जा रहा है जो न्यायसंगत नही है। इसलिये राज्य सरकार आम जन के हितों को ध्यान में रख कर बिजली के तीन माह के बिलो को माफ करावें जिससे कि राज्य के लोगो को इस विकट परिस्थिती में सरकार की तरफ से कुछ राहत प्राप्त हो सके।

रानीवाडा विधायक नारायणसिंह देवल एवं अन्य पर किया मुकदमा को वापस ले -    रानीवाडा विधायक नारायण सिंह देवल आम जनता के साथ हो रही लूट और कालाबाजारी के विरोध में कस्बे के व्यापारियों के बुलाने पर मीटिंग में गये थे ना कि जानबुझकर धारा 144 का उल्लंघन करने। देवल रानीवाडा़ की जनता के चुने हुऐ विधायक है और जनता की परेशानी में जनता के साथ खडा़ होना, जनता की आवाज बनकर शासन-प्रशासन को चेताना एक जागरूक जनप्रतिनिधी का फर्ज है और देवल अपना वो फर्ज निभा रहे थे। विधायक ने किसी भी प्रकार से ना तो कोई उग्र आन्दोलन किया और ना ही कोई ऐसा कृत्य किया जिस कारण उन पर मुकदमा दर्ज किया जाये।  जब से कोरोना महामारी प्रकोप शुरू हुआ है विधायक देवल ने एक भी दिन बिना रूके निरन्तर जनसेवा की है। कभी जन सहयोग तो कभी निजी धन से गरीब जरूरतमंद परिवारों को राशन सामग्री वितरण कराना, मास्क, सेनेटाईजर, पीपीई किट आदि का वितरण कराना जैसे कई काम किये है देवल में विधायक कोष से कोविड-19 के लिये 42 लाख रूपये खर्च किये है। इसके अलावा पीएम केयर्स में अपना एक माह का वेतन और सीएम रिलीफ फंड में कोविड में एक माह का वेतन दिया है। जनता को भी जागरूक किया है। कदम कदम पर प्रशासन का सहयोग किया है फिर भी प्रशासन का एकतरफा कार्यवाही वाला रवैया अनुचित और अन्यायपुर्ण है। 
        

थानाधिकारी स्वः विष्णुदत्त विश्नोई की कथित आत्महत्या प्रकरण की सीबीआई जांच हो- राजगढ़ सादुलपुर में पदस्थापित पुलिस निरीक्षक विष्णुदत्त विश्नोई की थाना परिसर में आत्महत्या की खबर सुनकर पुरा देश स्तब्ध है। इस घटना से स्थानिय एवंम सम्पूर्ण राज्य के लोगो में रोष व्याप्त है। स्वः विश्नोई नेक, ईमानदार तथा अपने पद के गौरवांवित करने वाले कत्र्तव्य निष्ठ, कार्यकुशल अधिकारी थे। ऐसे अधिकारी का इस प्रकार से आत्महत्या करना सवालिया निशान उठाता है। एंवम सर्वविदित है कि स्वः विश्नोई आम जन के सहयोग हेतु हमेशा तत्पर रहते थे। उनके कारण अपराधियो में भय रहता है। उनके द्वारा कई पुलिस थानो का भी नवीनीकरण किया गया था तथा इनके कार्यकाल के दौरान किसी भी तरह का विरोध जनता में नही था। इनके स्थानान्तण के समय जनता द्वारा वापस उसी थाने में रहने की मांग तक कि जाती थी। ऐसे अधिकारी का आत्महत्या करना एक गंभीर विषय है। उक्त घटना की सीबीआई जाँच करवाई जाये जिससे पिङित परिवार को न्याय मिल सके तथा उक्त घटना में दोषियो को कङी से कङी सजा दी जाये जिससे की ऐसी घटनाओं की पुनरावूत्ति को रोका जा सके। तथा राजस्थान पुलिस के प्रत्येक जवानो के मनोबल को टुटने से बचाया जा सके। 
श्रवणसिंह राव बोरली                                    जिलाध्यक्ष भाजपा-जालौर
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