नकारा साबित हो रही है ईमित्र प्लस मशीन

नकारा साबित हो रही है ईमित्र प्लस मशीन 

एक आईना भारत
भरतसिंह राजपुरोहित अगवरी
  
 अगवरी    सरकारी योजनाओं  का   स्थानीय स्तर पर आधुनिक तकनीक के माध्यम से त्वरित लाभ दिलाने तथा आम लोगों की सहूलियत खातिर सरकार की ओर से एक ही छत के नीचे कई तरह की सरकारी और निजी सेवा मिले इसी उद्देश्य से पूर्व सरकार की ओर से ईमित्र प्लस मशीन लगाकर योजना शुरू की गई लेकिन वर्तमान में सरकार की ओर से इस पर कोई ध्यान नहीं दिए जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में  सरकारी कार्यालयों में लगी ईमित्र मशीन धूल फांक रही है ईमित्र प्लस मशीन कई जगह इंटरनेट के अभाव में नकारा साबित हो रही है ईमित्र प्लस मशीन कार्यालयों में करोड़ों रुपए खर्च कर लगाई गई ईमित्र प्लस मशीनें सरकारी  उदासीनता   के चलते   दिखावे की वस्तु बनकर रह गई है इसकी कोई सुध नहीं ले रहा है आमजन में जागरूकता व जानकारी के अभाव में कई महीने बीत जाने के बावजूद भी अभी तक इन मशीनों का उपयोग नहीं कर रहा है आलम यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यालय में मशीन तो लगी हुई है लेकिन अब तक कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को इस मशीन का संचालन कैसे होता है इसकी जानकारी नहीं है और ना ही अब तक किसी ऑपरेटर को इसके संचालन के लिए नियुक्त किया गया है  जिसके कारण कार्यालयों में आने वाले लोग ई-मित्र प्लस का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं यह दिखावा रूपी वस्तु बनकर कर पड़ी है    समिति के कई गांवों का यही हाल है




 बेहद उपयोगी है  ईमित्र प्लस मशीन से यह होंगे काम

 ईमित्र प्लस मशीन देखने में एटीएम जैसी है इसमें 32 इंच एलईडी के साथ वेब कैमरा मैथिली कीबोर्ड आदि मौजूद है आमजन को अपने विभागीय कार्यों के दर-दर  नहीं भटकना पढ़े इसलिए इस मशीन से गिरदावरी जमाबंदी की नकल जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र जाति प्रमाण पत्र मूल निवास प्रमाण पत्र का प्रिंट बिजली पानी बिल जमा करने सहित अनेक प्रकार के कार्य के संचालन के लिए राज्य सरकार ने ईमित्र   योजना चलाई थी इसके तहत सभी ग्राम पंचायतों व सरकार के विभागीय कार्यालयों में  सहित सभी तरह के बिल जमा करा सकते हैं   

 ऐसे काम करती है मशीन
 ईमित्र प्लस के उपयोग के लिए  कियोस्क    ऑपरेटर की एसएसओ आईडी बनानी होगी कोई भी व्यक्ति काम से जुड़े कागजों के लिए पंजीयन करवा कर सुविधा ले सकेगा इसका भुगतान केस भी हो सके जा जिसकी रसीद मिलेगी यदि किसी के पास  एटीएम डेबिट या क्रेडिट कार्ड हो वह भी इसका इस्तेमाल कर सकता है


 मामला नंबर 1
 ग्राम पंचायत   अगवरी   में मशीन पर लगी हुई है वहां के मित्र संचालक ने बताया की इंस्टॉल कर दिया गया है लेकिन 3 महीने से राशन कार्ड की साइट बंद है और अधिकतर जो ग्राहक आते हैं वह महिलाएं हैं अनपढ़ होने के कारण वह बराबर इसका उपयोग नहीं कर पाती

.    इनका कहना
 आहोर तहसील के कई गांवों में ईमित्र प्लस मशीन का संचालन हो रहा है कहीं पर भी तकनीकी कारण  से उसका उपयोग नहीं हो रहा है तो इसके लिए सरकार को लिखा भी गया है और जहां पर समस्या है उनको जल्द ही दुरुस्त करवा दिया जाएगा

 प्रशांत शर्मा
उपखंड अधिकारी आहोर


 ईमित्र प्लस के लिए अधिकृत अधिकारी   एसीपी  प्रवीण कुमार वर्मा को फोन किया गया लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया
और नया पुराने