प्रैस नोट-1
*अब तक लिये 30836 सेम्पल, 28484 नेगेटिव, 313 पाॅजिटिव एवं 847 प्रक्रीयाधीन*
*कंटेनमेंट जोन में की जा रही है गहनता से स्क्रीनिंग।*
जालोर 2 जुलाई।
कोरोना संक्रमण की कडी को तोडने के लिये जिला प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग तत्परता से जुटा हुआ है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. गजेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण की श्रंखला को तोड़ने में विभाग के कोरोना योद्धा रात दिन तत्परता से जुटे हुए है।
*अब तक लिये 30836 सेम्पल, 28484 नेगेटिव, 313 पाॅजिटिव एवं 847 प्रक्रीयाधीन*
सीएमएचओं डा. देवल ने बताया कि संदेहास्पद व्यक्तियों एवं कोरोना संक्रमित लोगो के सम्पर्क में आये व्यक्तियो में से जिले में अब तक कुल 30836 सेम्पल लिये गये है इनमें से 28484 की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई है जिले में अब तक कुल 313 व्यक्ति कोरोना संक्रमण पाॅजिटिव पाये गये है। वहीं 847 सेम्पल प्रक्रियाधीन है।
*वहीं जोधपुर चिकित्सा विभाग से प्राप्त सूचना अनुसार ओडवाडा निवासी व्यक्ति की एम्स जोधपुर में कोरोना संक्रमण के कारण मृत्यु हो गई है। मृतक की सैंपलिंग एम्स जोधपुर में ही की गई थी जहा वो कोरोना संक्रमित पाया गया।*
*कंटेनमेंट जोन में की जा रही है गहनता से स्क्रीनिंग*
सीएमएचओ डा. देवल ने बताया कि कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोडने में चिकित्सा विभाग के कार्मिक तत्परता से जुटे हुए है। विभाग की टीमों द्वारा कंटेनमेंट जोन में घर घर जाकर सर्वे कर आमजन को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। गुरूवार को जिले में 533 टीमों द्वारा 9 हजार 436 घरो का सर्वे कर 25 हजार 956 से अधिक लोगो की स्क्रीनिंग की गई। वहीं जिले में कोरोना पाॅजिटिव पाये गये क्षेत्रों में विभाग की टीमों द्वारा पुनः गहनता से स्क्रीनिंग कर संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आये लोगो को संस्थागत क्वरानटाईन कर उनके सैम्पल जांच हेतु भिजवाये जा रहे है।
*बच्चो एवं गर्भवती महिलाओं को लगाये जीवनरक्षक टीकें*
सीएमएचओ डॉ गजेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि कोविड-19 प्रभावित कन्टेन्मेंट जोन को छोड़कर बाकी सभी इलाकों के आंगनबाड़ी केंद्रों और सीएचसी, पीएचसी पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और अन्य सावधानियों का पालन करते एमसीएचएन सत्रों का आयोजन किया गया। जिले में गुरुवार को आंगनबाड़ी केंद्रों और सीएचसी, पीएचसी व यूपीएचसी पर मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (एमसीएचएन डे) का आयोजन हुआ। जिसमें गर्भवती महिलाओं और जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बवाव के टीके लगाए गए साथ ही आगंनबाड़ी केंद्रों पर पोषण सेवाएं प्रदान की गई। वहीं, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व एएनसी जांचे भी हुई। इस दौरान जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, एलएचवी, बीएएफ, पीएचएस आदि द्वारा टीकाकरण सत्रों की मॉनिटरिंग और निरीक्षण किया गया।
प्रेस नाॅट-2
*गावों में होगा साथीया (पीयर एजूकेटर) चयन*
*जगाएंगे किशोर किषोरियों में स्वास्थ्य की अलख*
जालोर 2 जूलाई। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले के समस्त गांवो में साथीया (पीयर एजूकेटर) का चयन किया जा रहा है। प्रत्योक गांव में चार पीर एजूकेटर बानाए जाऐंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ गजेन्द्रसिंह देवल ने बताया राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले में एक हजार आबादी वाले प्रत्येक गांव में साथीया (पीयर एजूकेटर) का चयन किया जाएगा। जो स्वेच्छा से कार्य करने का इच्छुक हों,जिनकी उम्र 16 वर्ष से 18 वर्ष हों। जिसमे दो किशोर एवं दो किशोरियां जो दो विद्यालय जाने वाले एवं दो विद्यालय नही जाने वाले होगे। चयन के लिए गावं की एएनएम अथवा आशा को अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते है। चयनित साथीया (पीयर एजूकेटर) को छः दिवस का गैर आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण उपरान्त साथीया ( पीयर एजूकेटर) अपने हमउम्र के 20 साथीयों का समूह बनाऐंगे एवं समूह के माघ्यम से मित्रवत तरिके से किशारावस्था में होनेवाले शारिरिक ,मानसिक बदलाव,स्वच्छता,स्वास्थ्य एवं भ्रांतियों के प्रति किशोरों को जाग्रत करेंगे एवं स्वास्थ्य संबधित जानकारियां उपलब्ध करवाएंगे। साथीया (पीयर एजूकेटर) को किसी तरह का कोई मानदेय देय नहीं होगा।किन्तु निदेशालय से प्राप्त निर्देशानुसार गैर मौद्रिक प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
जिला प्रजनन शिशु स्वास्थ्य अघिकारी डाॅ रामा शंकर भारती ने बताया राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले में पुर्व में चार ब्लाॅकों के चयनित 43 गावो में पीयर एजुकेटर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम का लक्षित समूह 10 से 19 वर्ष के सभी किशोर किशोरीयां है। कार्यक्रम का उद्वेष्य किशोर-किशोरियों के पोषण स्तर में सुधार लाना, यौन एव प्रजनन स्वास्थ्य की जानकारी बढाना,मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाना, चोट/ दुर्घटना हिंसा से बचाव, नशाखोरी से बचाव एवं असंक्रामक बिमारियों की जानकारी देना है। जिले में कार्यक्रम के तहत उजाला क्लिनिक संचालिक किए जा रहे है जहां किशोरावस्था संबधित परामर्श जाता है। किशोर स्वास्थ्य दिवस का आयोजन,साप्ताहिक आयरन फाॅलिक एसिड पुरक कार्यक्रम एवं माहवारी स्वच्छता योजना कार्यक्रम भी है।
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