25861 रुपए का चेक पाकर ललिता की आंखों से छलक उठे आंसू

25861  रुपए का चेक पाकर ललिता की आंखों से छलक उठे आंसू   

एक आईना भारत / भरतसिंह राजपुरोहित अगवरी



  अगवरी के निकटवर्ती रसियावास गांव में 1 माह पूर्व कानाराम हीरागर की मृत्यु हो गई थी कुछ वर्ष पूर्व उनकी पत्नी की भी मृत्यु हो गई थी परिवार में कमाने वाला कोई नहीं था जब इसकी सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से रक्तकोष  फाउंडेशन के ब्लॉक प्रभारी भरत सिंह राजपुरोहित   अगवरी  और समाजसेवी ओम दहिया को सूचना मिली दोनों ने सोशल मीडिया के माध्यम से 25861 रुपए इकट्ठा करके  आज रसियावास गांव जाकर  पांचों भाई बहनों के हाथ में चेक सौंप दिया जब सभी जगह उम्मीद की किरण खत्म हो गई थी तब भामाशाह द्वारा इतनी बड़ी रकम प्राप्त करके कानाराम की बड़ी पुत्री ललिता की आंखों से आंसू छलक उठे और उसने सभी   दानदाताओं को धन्यवाद दिया ललिता ने यह भी कहा कि इस पैसों का मैं सदुपयोग करके अपने भाई बहनों को पढ़ा लिखा कर काबिल बनाऊंगी अपने माता पिता के सपने  पूरे करूंगी इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता ओम दहिया जालोर  और   खीमा राम माली अगवरी   और कानाराम हीरागर का परिवार उपस्थित रहा   


 इनका कहना   

 जब मुझे सूचना मिली की इस परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है तब मैंने और मेरे मित्र  मिलकर यह राशि इकट्ठी की है जिसे आज परिवार को सौंप दिया ऐसे लोगों की मदद करने से दिल को बहुत सुकून मिलता है जब भी मौका मिले ऐसे लोगों की मदद जरूर करें    

भरतसिंह राजपुरोहित अगवरी
 रक्त कोष फाउंडेशन ब्लॉक प्रभारी आहोर
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