माॅनिटरिंग एवं चिकित्सा विभाग के गांव ढ़ाणी तक फैले वैश्विक महामारी कोरोना पर जीत।




एक आईना भारत
पाली सिटी सवांददाता ओम प्रकाश प्रजापति

माॅनिटरिंग एवं चिकित्सा विभाग के गांव ढ़ाणी तक फैले वैश्विक महामारी कोरोना पर जीत।


फरवरी। पाली सिटी  जिला प्रशासन की सतत माॅनिटरिंग एवं चिकित्सा विभाग के गांव ढ़ाणी तक फैले नेटवर्क की बदोलत पाली जिला अब वैश्विक महामारी कोरोना पर जीत पाने की दिशा में अग्रसर हो रहा है। कुल 12 हजार 387 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले पाली जिले में अब कोरोना के महज आठ सक्रिय केस बचे है। इन आठ रोगियों के संक्रमण मुक्त होने के साथ पाली जिला राज्य के उन जिलों की सूची में शामिल हो जाएगा जो पूरी तरह संक्रमण मुक्त हो चुके है। राहत यह भी है कि बीते कई दिनों से पाली जिले में नये पाॅजिटिव मरीजों की संख्या शुन्य आ रही है। 
जिला कलक्टर अंश दीप ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कस के टीकाकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अगले माह से आमजन में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वेक्सीनेशन की पहली खुराक लगाई जानी है। उन्होंने बताया कि पाली जिले में अब तक एक लाख 85 हजार 577 सैम्पल्स की जांच की जा चुकी है। इनमें से 11 हजार 14 सैम्पल्स पाॅजिटिव पाए जा चुके है। अब तक जिले में 109 मरीज संक्रमण के कारण दम तोड चुके है। जबकि 10 हजार 897 मरीज संक्रमण मुक्त होकर सेहत का लाभ ले रहे है। अब जिले में सिर्फ आठ सक्रिय केस बचे है। इन मरीजों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही पाली जिला पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो जाएगा। 
उन्होंने बताया कि कोरोना के नये पाॅजिटिव नहीं मिलने के बावजूद जिलेवासियों को राज्य सरकार, केन्द्र सरकार तथा जिला प्रशासन की और से जारी की गई गाइडलाइन का पूर्णतया पालन करना होगा। उन्होंने खुशी जताई की जिले के लगभग सभी संस्थानों, दफ्तरों, निजी प्रतिष्ठानों, कारखानों, दुकानों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर नो मास्क-नो एंट्री के नियम का पूर्णतया पालन किया जा रहा है। फिर भी आमजन को अपनी सुरक्षा के लिए मास्क लगाने के साथ हाथों को बार-बार सेनेटाइज करने सरीखे एहतियातन उपाय करने होगे। 
उन्होंने बताया कि जिले में कोविड-19 का पहला केस मुम्बई से लौटे ढोला गंाव के माधव सिंह से 22 मार्च .2020 को मिला था। इसके बाद कोरोना मरीजों के लगातार मिलने का सिलसिला बढ़ता गया। कोरोना का दायरा फैलने के बाद बीते बारह महीनों में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 11 हजार 14 तक जा पहुंचा। जिस समय पाली जिले में कोरोना के रोगी मिलने शुरू हुए थे उस समय पाली जिले में आवश्यक संसाधनों के साथ ढ़ांचागत व्यवस्था सुदृढ़ नहीं थी। राज्य सरकार व जिला प्रशासन के प्रयासों से न सिर्फ सरकारी व निजी अस्पतालों में कोरोना जांच के बेहतर प्रबंध किए गए बल्कि आवश्यक संसाधन जुटाकर जिले में विभिन्न स्थानों पर कोविड़ केयर सेंटर भी स्थापित किए गए। इसी का नतीजा रहा कि पाली जिले ने कोरोना संक्रमण जैसी महामारी पर विजय पाने में सफलता हासिल की। 
उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी फैलने के बाद जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के बाद कोविड़ मरीजों को रेफर करने की प्रवृति पर न सिर्फ अंकुश लगा बल्कि अब सभी चिकित्सा संस्थानों में गंभीर मरीजों को भी बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलने लगी है। कोरोना मरीजों के बेहतर उपचार के लिए पाली जिला अब प्लाज्मा थेरेपी की सुविधा उपलब्ध करवा रहा है। उन्होंने बताया कि पाली जिले में जिला प्रशासन के निर्देश पर चिकित्सा विभाग ने नोन कोविड सर्विसेज पर भी अपना फोकस कर रखा है।
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