राजस्थान पटवार संघ जिला जालोर के पटवारी गाँधीगिरी पर






राजस्थान पटवार संघ जिला जालोर  के पटवारी गाँधीगिरी पर

जालौर  आज शुक्रवार को राजस्थान पटवारी संघ जालौर के नेतृत्व में जालौर एडीएम छगनलाल गोयल को ज्ञापन सौंपा गया ज्ञापन में बताया कि राजस्थान पटवार संघ पिछले 15 महीने से लगातार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों को मानते हुए शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन कर रहा है। इसी क्रम में राजस्थान पटवार संघ द्वारा पिछले 15 महीने से लगातार शांतिपूर्ण ज्ञापन, अनुशंषा पत्र, सद्धबुद्धि यज्ञ, कोरोना जनजागृति कार्यक्रम, काली पट्टी एवं काला मास्क लगाकर कार्य करना, काला मास्क वितरण, मुक रैली एवं संभाग स्तर पर आक्रोश रैली "लाल बस्ता सड़क पर" जैसे कार्यक्रमों का आयोजन करता आ रहा
है। 15 जनवरी, 2021 से राजस्थान के समस्त राजस्व, उपनिवेशन, सिंचाई एवं भू प्रबन्ध विभाग के पटवारियों द्वारा अतिरिक्त पटवार मण्डलों का बहिष्कार किया जा रहा जो अनवरत जारी है। 1 फरवरी से राजस्थान के समस्त पटवारी व्हाट्सएप सहित समस्त सरकारी सोशियल मिडिया ग्रुप लेफ्ट कर चुके हैं जिससे सरकार को प्रेषित की जाने वाली सभी सूचनाएं प्रभावित हो रही है। ऑन-लाईन क्रोप कटिंग कार्य के बहिष्कार के कारण प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसी किसान हितैषी योजना भी अवरुद्ध हो रही है। उक्त कार्यक्रमों के बाद भी राजस्व विभाग एवं राज्य सरकार द्वारा लगातार अनदेखी किए जाने के विरोधस्वरूप राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के दांडी मार्च को प्रेरक के रूप में रखते हुए 11 फरवरी, 2021 से राजस्व मंडल अजमेर से विधानसभा जयपुर की ओर पैदल मार्च शुरू किया। अत्यंत दुःखद विषय है कि हमें जनप्रतिनिधियों द्वारा हमारी मांगों के संबंध में की गई अनुशंषाओं को माननीय विधानसभा अध्यक्ष महोदय को सौंपने से रोका गया और लाठीचार्ज किया गया जिसके कारण 15 फरवरी,2021 से लगातार शहीद स्मारक जयपुर पर धरना लगाया जा रहा है। अत्यंत खेद का विषय है कि एक तरफ जहां राज्य सरकार अपने आप को गांधीवादी विचारधारा का प्रेरक मानती है और 12 मार्च से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के दांडी मार्च को याद करते हुए देश की आजादी के 75वें बरस में 15 मार्च से शांति मार्च का आयोजन कर रही है जबकि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के आदर्शों को मानते हुए राजस्थान पटवार संघ द्वारा गांधीवादी तरीके से किए जा रहे आंदोलन पर कोई ध्यान न देकर दमन किया जा रहा है इसलिए राजस्थान पटवार संघ ने निर्णय लिया है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों को ग्रहण करते हुए राजस्थान पटवार संघ 12 मार्च, 2021 से सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू कर रहा है जिसके तहत राजस्थान पटवार संघ के आंदोलन को कुचलने के लिए अधिकारियों और सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के जो भी आदेश (स्थानान्तरण एवं कार्य व्यवस्था हेतु लगाना आदि ) जारी किए जा रहे हैं उन सभी आदेशों की अवहेलना करेगा और किसी भी आदेश को जो 15 जनवरी, 2021 के बाद जारी हुआ हो को नहीं मान कर उनकी अवज्ञा करेगा।

राजस्थान पटवार संघ अपनी निम्न मांगों को लेकर संघर्षरत है :1. पटवारी की वेतन विसंगति एवं वेतन सुधार हेतु पूर्व में हुए समझौतों एवं पटवारी के कार्य की बहु-आयामी राजस्व, प्रशासनिक एवं तकनीकी प्रकृति के मध्य नजर ग्रेड पे 3600 (पे लेवल-10) करते हुए पटवारी पद को तकनीकी अधिसूचित किया जाए।
2. ए.सी. पी. योजनांतर्गत 9,18,27 वर्ष की सेवा अवधि के स्थानपर 7,14,21,28 व 32 वर्ष की सेवाअवधि पूर्ण करने पर चयनित वेतनमान का लाभ देते हुए पदोन्नति पद का वेतनमान दिया जाए।
3. नो वर्क नो पे का आदेश निरस्त करते हुए कोटा संभाग एवं स.माधोपुर के पटवारियों के वेतन का भुगतान किया जाए। संगठन के साथ पूर्व में हुए समझौतों एवं संगठन द्वारा समय-समय पर प्रेषित ज्ञापनों का सकारात्मक निस्तारण किया जाए। राजस्थान सरकार द्वारा राजस्थान पटवार संघ के उक्त तीन सूत्री मांगपत्र पर शीघ्र अपेक्षित कार्यवाही नहीं की जाती है तो उक्त कार्यक्रम के दौरान कभी भी संपूर्ण कार्य बहिष्कार एवं अन्य किसी भी प्रकार के कार्यक्रम कभी भी जारी किए जा सकते हैं जिसके कारण लोगों को होने वाली असुविधाओं के लिए राजस्व मंडल, राजस्व विभाग एवं राज्य सरकार उत्तरदायी होगी।इस अवसर पर  राजस्थान पटवार संघ जालौर के ज्ञापन में जिला अध्यक्ष कैलाश डऊकिया, उपाध्यक्ष जोगेन्द्रसिहं, उपशाखा अध्यक्ष रमेश कुमार प्रजापत, वरुण कुमार, जीवनराम, संजय मीणा, लक्ष्मण सिंह, लहराराम, भीमाराम, प्रिती रौतेला, बरमा विश्नोई, कृष्ण कुमार, दिलीप कुमार, मानाराम, मदनलाल गोपालराम विश्नोई, पूरण मीणा, इत्यादि पटवारी उपस्थित थे!
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