कोविड 19 के संक्रमण की दूसरी लहर का पीक गुजर जाने के बाद कोविड के मामले तेजी से कम




एक आईना भारत
पाली सिटी,

कोविड 19 के संक्रमण की दूसरी लहर का पीक गुजर जाने के बाद कोविड के मामले तेजी से कम


 जून।पाली सिटी, जिला कलक्टर अंश दीप ने जिला स्तरीय अधिकारियों की वर्चुअल बैठक लेकर जिले में कोरोना एवं ब्लैक फंगस महामारी के नियंत्रण एवं प्रबन्धन के लिए किए जा रहे कार्यों एवं विभिन्न विभागों से सम्बन्धित विकास कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि मई में कोविड 19 के संक्रमण की दूसरी लहर का पीक गुजर जाने के बाद कोविड के मामले तेजी से कम हुए हैं और अब जनजीवन को दोबारा पटरी पर लाना है। कोरोना, ब्लैक फंगस महामारी से मुकाबले और अनलॉक के जरिए जनजीवन को सामान्य करने की प्रक्रिया साथ-साथ चलेगी।
उन्होंने कहा कि इसके लिए पाली और ग्रामीण क्षेत्र में हर वर्ग के अधिक से अधिक लोगों को जल्द से जल्द कोविड का वैक्सीनेशन कराया जाना आवश्यक है। स्वास्थ्य सेवाओं में सीएचसी-पीएचसी को अधिक मजबूत बनाना है। कोविड के मामलों में आई कमी के बावजूद अभी ब्लैक फंगस का खतरा बना हुआ है, सरकार इसके लिए इंजेक्शनों की कमी दूर करने का हर संभव प्रयास कर रही हैं। साथ ही मानसून नजदीक होने के कारण बिजली-पानी-सड़क जैसी आधारभूत सेवाओं, कृषि क्षेत्र पर भी ध्यान देना जरूरी है।
उन्होंने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि चिरंजीवी योजना में शामिल सभी अस्पतालों पर बडे़ आकार का बोर्ड लगाकर अस्पताल में इसके अन्तर्गत होने वाले इलाज की जानकारी दी जाए। साथ ही अस्पताल में भर्ती के समय ही मरीज को पूरी बात समझाकर भर्ती करें, यदि वे किसी कारण योजना का लाभ देने में सक्षम नहीं हैं तो उसे सही अस्पताल में रैफर करें। उन्होंने सीएमएचओ एवं जिला प्रशासन को इसकी सुनिश्चितता करने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि किसी कोरोना अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का काम रुकना नहीं चाहिए। साथ ही वैक्सीनेशन पॉलिसी को दुरूस्त कर मोबाइल वैन के जरिए ऑटो वाले, कच्ची बस्तियां, बोझा ढोने वाले मजदूर वर्ग के लोगों का भी वैक्सीनेशन किया जाए। वैक्सीनेशन की जानकारी सोशल मीडिया और स्थानीय विधायक को जरूर दी जाए। साथ ही दिखवाएं कि निजी अस्पताल वैक्सीनेशन में असंगत मुनाफाखोरी नहीं करें।
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