सूरजपोल के बाहर छतरी पर झुंजार भाटी को शहर वासियों ने दी श्रद्धांजलि
जालौर हमारी पुरातन विरासत और महापुरुषों के नाम पर बनी छतरिया, चबूतरे और थानों का संरक्षण किया जाना चाहिए। महापुरुषों का बलिदान हमें गर्व से जीने की प्रेरणा प्रदान करता है। हम सभी इतिहास का अध्ययन कर इसे लिखित रूप में पन्नों पर लाने का प्रयास करें। जालौर का दुर्भाग्य रहा की अंतिम समय में हार के कारण हमारा इतिहास सहेजा नहीं गया। मुगलों के समय वीर वीरमदेव और महाराजा मानसिंह जी के कालखंड के रतनसिंह जी भाटी जैसे असंख्य वीर जालौर की धरती के हर जाल-जाल पर स्थित है। युवाओं को चाहिए कि आगे आकर इस छुपे हुए इतिहास को बाहर लाएं तथा हम सभी मिलकर 36 कोम के महापुरुषों के उज्जवल इतिहास को लिखित रूप में स्थान प्रदान करें। यह बात जालोर विधायक और पूर्व मंत्री जोगेश्वर गर्ग ने सूरजपोल के बाहर झुंझार रतनसिंह भाटी के श्रद्धांजलि और स्मृति दिवस कार्यक्रम पर सभा को संबोधित करते हुए कही। आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने स्मारकों का संरक्षण करने की आवश्यकता बताते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस अवसर पर सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने ऐतिहासिक तथ्यों की जानकारी प्रदान करते हुए बताया की क्षत्रिय समाज के साथ अन्य समाज के लोगों ने भी अपना बलिदान देते हुए राष्ट्रहित में सर्वोच्च अर्पित कर दिया। इसलिए हम सभी को मिलकर ऐसे स्थानों और स्मारको का संरक्षण करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान भाजपा के वरिष्ठ जननेता रविंद्रसिंह बालावत ने जालौर के इतिहास की जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि हम हमारे उज्जवल इतिहास को थ्यान मे रखकर इससे प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़े। हम सभी को मिलकर इन ऐतिहासिक स्थलों का संरक्षण और विकास करना चाहिए। जिससे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलती रहे। आयोजक परिवार की ओर से सिवाना के पूर्व विधायक कानसिंह कोटडी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए जुंजार वीर और मामा जो मानवता के लिए बलिदान हो गए उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम मे सभापति राजेंद्र टांक, भाजपा के अंबाराम देवासी, एडवोकेट बाबूलाल सोलंकी, ईश्वरलाल शर्मा, नारायणलाल भट्ट, दिनेश परमार, केएन भाटी और यज्ञदत्त सहित सैकडो गणमान्य लोग उपस्थित थेl आयोजन समिति के दशरथसिंह व विक्रमसिंह ने बताया कि पौराणिक स्मारक झुंझार रतनसिंह जी की छतरी पर प्रतिवर्ष वर्षी के रूप में इस कार्यक्रम को बडे स्तर पर मनाया जाएगा। जिसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है। राजपूत समाज के युवाओं ने वीरों के बलिदान की स्मृति में बने हुए विभिन्न स्मारकों के संरक्षण की मांग करते हुए जनप्रतिनिधियों से निवेदन किया कि शहर के विभिन्न पौराणिक स्थलों का संरक्षण किया जाए तथा पुरातत्व विभाग द्वारा अपेक्षित सहयोग लिया जाए। इस अवसर पर पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल , भोपालसिंह, चंदनसिंह, परमवीरसिंह, गोविंदसिंह, रतनसिंह, गणपतसिंह, जबरसिंह, लालसिंह, रामसिंह, उगमसिंह, गजेंद्रसिंह, तखतसिंह, महेंद्रसिंह, उदयसिंह, राजेंद्रसिंह, भवानीसिंह, दिलीपसिंह, अभिमन्युसिंह, वीरबहादुर सिंह, कृष्णपालसिंह, खुशपालसिंह, तेजसिंह, शिवपालसिंह, गोविंदसिंह, चंदनसिंह, गोपालसिंह सहित सैकड़ों की संख्या में राजपूत युवा व शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में झुंझार रतनसिंह जी भाटी की छतरी पर सैकड़ों लोगों ने अपने पुष्पांजलि अर्पित की। कोटडी लालिया के भाटी परिवार व राजपूत समाज सहित क्षत्रिय कर्मचारी कल्याण समिति के सहयोग से संपन्न हुए इस कार्यक्रम में शहर के सूरजपोल से बाहर स्थित झुंझार रतनसिंह भाटी की छतरी और सारणेश्वर महादेव के मंदिर में भी पूजा अर्चना और जागरण का कार्यक्रम रखा गया।
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