*कुम्हारों के मोहल्ले में गोगाजी की प्रतिमा बनाते कुम्हार*।


मरूधर आईना


*कुम्हारों के मोहल्ले में गोगाजी की प्रतिमा बनाते कुम्हार*।
...ताकि पर्यावरण की सुरक्षा भी हो


कुम्हारों के मोहल्ले में गोगाजी की प्रतिमा बनाते कुम्हार*।
भले ही यह लोक त्योहार है लेकिन मिट्टी की प्रतिमा बनाने के पीछे पुरखों की सोच कहीं न कहीं पर्यावरण की सुरक्षा ही मानी जा सकती है। परबतसर तहसील के निकटवर्ती गांव सिडियास में कुम्हारों के मोहल्ले में करीब 10 घरों में पिछले दस दिनों से दो दर्जन से ज्यादा लोग प्रतिमाएं बनाने में जुटते हैं। इनके द्वारा बनाई गई गोगाजी की प्रतिमाएं जिन्हें गोगानवमी से एक-दो दिन पूर्व घरों में पहुंचाई जाती है। आर्थिक युग होने के बावजूद आज भी गांवों में इसकी कीमत की बजाय दस्तूर के रूप में कुछ धनराशि दी और ली जाती है।
ऐसे सजाए मिट्‌टी घोड़े।
और नया पुराने