यज्ञ में 1008 मंत्रों की आहूतियाँ देकर जन कल्याणार्थ हेतु की प्रार्थना



यज्ञ में 1008 मंत्रों की आहूतियाँ देकर जन कल्याणार्थ हेतु की प्रार्थना

ऋषि पंचमी सप्त ऋषियों को समर्पित है - महामण्डलेश्वर
मरुधर आईना / प्रकाश 

नागौर।   गो चिकित्सालय में भादवा के पावन माह में चल रहे मासिक सत्संग कार्यक्रम के दौरान यज्ञ में आहूतियाँ देकर ऋषि पंचमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। गो चिकित्सालय के व्यवस्थापक श्रवणराम बिश्नोई ने बताया कि महामण्डलेश्वर स्वामी कुशालगिरी महाराज व प्रसिद्ध कथा वाचिका देवी ममता के सानिध्य में ऋषि पंचमी के पावन पर्व पर पं. हरेन्द्र गौड़ ने विधिवत् मन्त्रोच्चारण के साथ यज्ञ कुण्ड में 1008 मंत्रों की आहूतियाँ देकर जन कल्याणार्थ हेतु प्रार्थना की और सात ऋषियों की विशेष पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान महामण्डलेश्वर ने बताया कि सनातन धर्म में ऋषि पंचमी का विशेष महत्व है, ऋषि पंचमी सप्तऋषियों के रूप में प्रख्यात महान सात ऋषियों को समर्पित है। जिन्होंने पृथ्वी से बुराई को खत्म करने के लिए स्वयं के जीवन का त्याग कर दिया और मानव जाति के उद्धार के लिए महान कार्य किये। प्राचीन समय से संत अपने शिष्यों को अपने ज्ञान और बुद्धि से शिक्षित करते आये है जिससे प्रेरित होकर मनुष्य दान, मानवता और ज्ञान के मार्ग की पालन करता है। महाभारत के अनुसार ऋषि कश्यप, ऋषि अत्रि, ऋषि भारद्वाज, ऋषि विश्वमित्र, ऋषि गौतम, ऋषि जमदग्नि और ऋषि वशिष्ट ये सभी सातों ऋषि सप्त ऋषियों के नाम से जाने जाते है। ऋषि पंचमी को व्रत रखने एवं कथा सुनने से लोगों के कष्ट दूर होते है और पापों से मुक्ति मिलती है साथ ही गो चिकित्सालय में गणेश उत्सव के दौरान महामण्डलेश्वर द्वारा भक्तों की उपस्थिति में गणेश जी की मूर्ति पर तिलक कर , पुष्पमाला अर्पित कर लड्डूओं का भोग लगाकर, पूजा-अर्चना व आरती की गई। मासिक सत्संग कार्यक्रम में चूरू के गायक कलाकार फूलचन्द एण्ड पार्टी द्वारा गुरूदेव, भगवान गणेश के  सुन्दर भजनों की प्रस्तुतियों पर श्रद्धालुओं ने झूम कर नृत्य का आनन्द लिया।  
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