*21 वें दिन भी जारी रहा धरना* *प्रशासन ने सहमति वार्ता हेतु भेजा डेलिगेशन , नहीं बनी सहमति।*

*21 वें दिन भी जारी रहा धरना*

*प्रशासन ने सहमति वार्ता हेतु भेजा डेलिगेशन , नहीं बनी सहमति।*


*विधायक राजपुरोहित ने कहा धरना रहेगा जारी और कल 22 को होगा महापड़ाव के साथ चक्का जाम,*

मरुधर आईना /


सांकरणा, जालोर।

जालोर में लंबे समय से सुर्खियां में रहने वाला धरना प्रदर्शन " रोड़ नहीं तो टोल नहीं" का 21 दिन गुजरने के बाद भी आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित व धरनार्थियों को अभी तक उचित न्याय नहीं मिलने से धरनार्थी आज भी धरना प्रदर्शन स्थल पर डटे हुए हैं और राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रोशित रूप में नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया, और धरनार्थियों की मांग है कि सरकार जल्दी ही उनकी मांग को स्वीकार कर जनहित में टोल सड़क का नवीनीकरण कार्य शुरू करवाये या एजेंसी टोल टैक्स ही लेना बंद कर दे, हालांकि बुधवार को जिला प्रशासन के कहने पर विधायक राजपुरोहित ने सहमति वार्ता हेतु प्रतिनिधिमंडल भेजा था लेकिन वार्ता बे नतीजा रही और अलग से गुरुवार को समय भी मांगा था और धरनार्थी गुरुवार को पूरे दिन वार्ता हेतु इंतजार करने के बाद जिला प्रशासन की ओर सहमति वार्ता हेतु शाम के वक्त डेलिगेशन भेजा जिसमें विधायक राजपुरोहित ने अपना प्रतिनिधिमंडल भेज कर टोल प्लाजा भवन में वार्ता की गई जिसमें प्रशासन की ओर से अतिरिक्त जिला कलेक्टर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उपखंड अधिकारी आहोर, सीओ जालोर, संबंधित वार्ता हेतु विभागीय अधिकारी, थानाधिकारी आहोर आदि शामिल रहे और प्रशासन व प्रतिनिधिमंडल के बीच करीब लेट तक चली *जिसमे वार्ता विफल रही* इस वार्ता के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्रवनसिंह राव, जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग ,विधायक छगनसिंह राजपुरोहित,भाजपा जिला उपाध्यक्ष ईश्वरसिंह थुम्बा, पूर्व उपराज्यमंत्री भूपेंद्र देवासी, पूर्व जिलाध्यक्ष गेनाराम मेघवाल, एससी मोर्चा जिलाध्यक्ष मिश्रीमल मेघवाल, भाजपा वरिष्ठ नेता महिपालसिंह  चारण, छोगसिंह खींची सहित भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे और जिसमें किसी प्रकार के निर्णय पर सहमति नहीं बनी, विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने कहा जब हमारी मांगे नहीं मांगे तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा और कल 22 अक्टूबर को विशाल धरना प्रदर्शन हेतु सरकार को सबक सिखाने के लिए समस्त आहोर व जालोर की जनता रोड़ पर आने के लिए आक्रोशित है इस दौरान  मंडल अध्यक्ष महावीरसिंह, हकमाराम प्रजापत, मांगीलाल राव, अनोपसिंह सामुजा,पूर्व सरपंच शंकरदान चारण, भवरसिंह, नरपतसिंह, मोहन मेवाड़ा, मंडल महामंत्री धीरेंद्रसिंह सामुजा, बंशीलाल सुथार, जोगसिंह, दिनेशसिंह, रामचंद्र ओझा, बिशनसिंह सोलंकी, परमवीरसिंह भाटी, शिवलाल, किशनाराम ,थानाराम, जेठूसिंह, यशवंत रावल, हितेश ओझा, दुर्गेश सुथार, रिखबेश सुथार, रामदेवसिंह, शिवशंकर ओझा,परबतसिंह, राहुल व्यास, मितेश राठी, वेदपाल डाबी, भीखसिंह, सगनसिंह, राजूसिंह, तूफानसिंह, खेताराम, हरीश कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे।
और नया पुराने