जालौर शहर में अतिक्रमण करके जेब भरने में लगे नगर परिषद , प्रशासन मौन
जालौर शहर के नये बस स्टेण्ड पर कुछ दिन पूर्व नगर परिषद की ओर से हो रहे अतिक्रमण को लेकर एक व्यक्ति एक केबिन की व्यवस्था की गई थी , लेकिन नगर परिषद इसकी आड़ में कुछ और ही खेल खेल रही थी जिसमे उसके कुछ कार्मिक अपना वजूद बढ़ाने के लिये पहले उन्हें हटाकर वापस उन्हें दोगुनी जगह दिलवाने की पैरवी कर रहे है और केबिन मालिक भी पहले से ज्यादा जगह पर अपनी दुकानें लगा रहे है । बस स्टेण्ड पर यात्रियों व बस वालो को हो रही परेशानी से इनको कोई मतलब नही है ये सिर्फ निजी स्वार्थ व चंद रुपयों के लालच में बस स्टेण्ड का स्वरूप बिगाड़ने में लगे हुये है जिसमे परिषद के आला अधिकारी सहित सभी शामिल है इसलिये नगर परिषद कार्रवाई करने के बजाय मौन धारण किये हुये है क्योंकि उन्हें भी अपनी जेब जो भरनी है इस तरह परिषद होने वाली राजस्व आय को दरकिनार करते हुये सिर्फ अपना स्वार्थ देख रहे है । जबकि हटाने के बजाय अतिक्रमण करने में लगा हुआ है , यहां कभी भी हो सकता है हादसा ,क्योंकि बस स्टैंड बहुत ही छोटा है और यहां दुकानदारों अपनी दुकानदार जमाकर बैठा हुआ है । बस स्टैंड पर दुकानदारों ने अतिक्रमण करके वहीं - वहीं लूट रहे है , जिससे बस मालिकों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है । जबकि यहां का पुरा प्रशासन मौन नज़र आ रहा है जबकि कार्रवाई करने का नाम तक नहीं रहें हैं । सबके - सब जेब भरने में लगे हुए हैं तो फिर कार्रवाई कौन करेगा । यहां के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है अब तो यहां पर कोई कुछ बोलने वाला तक नहीं है । जालौर शहर में अधिकारी भी चाहते हैं कि कोई बडा हादसे हो , जिससे राज्य सरकार से कुछ पैसे मिले सकें और मोटी कमाई हो सके जेब गर्म हो गई , यहां किसी बडा हादसे का इंतजार कर रहे हैं । प्रशासन और अधिकारी यहां बस स्टैंड पर बस मालिकों को बस घुमाने में बहुत ही परेशानी होती है । फिर भी कोई कार्रवाई को लेकर सब चुपचाप दिखाई दे रहे हैं ।
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