जालौर में दिन भी जलतीं है रोड़ लाईट , कर्मचारी भुला गया लाईट बंद करना , अधिकारी मौन
जालौर शहर नहीं है पूरे राजस्थान में लाईट को लेकर चर्चा का विशेष बना हुआ है । जहां एक ओर सरकारों द्वारा यह नारा दिया जाता है कि बिजली बचाओ वहीं दूसरी ओर विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के चलते दिन में भी रोड़ लाईट जलतीं रहतीं हैं । जबकि राज्य में बिजली की समस्या लगतार बनीं हुईं है । वही राज्य सरकार एक ओर कोयला संकट के चलते पर्याप्त मात्रा में बिजली आपूर्ति को लेकर सरकार परेशान है वहीं दूसरी ओर जालौर नगर परिषद् क्षेत्र में दिन भी रोड़ लाईट चालू पड़ीं दिखाई देती है , और जिससे लगता है कि सरकार के आदेश व नियमों की विभाग की उदासीनता के चलते धज्जियां उड़ाई जा रही है, जिसमें सबसे बड़ी लापरवाही बिजली विभाग और नगर परिषद विभाग की कर्मचारियों की लगती है कि वह रोड पर दिन में जल रही लाइटों को बंद करने सुध लेना भुला गया है । जालौर में कई स्थानों पर जहां रात के समय रोड़ लाईट एलईडी बल्ब की जरूरत होती है वहां पर ( अंधेरा सा ) रोशनी नहीं होती और दिन के समय हर जगह पर लाईट जलतीं है। दिन में रोड़ लाईट जलने के कारण, जिससे इसका नुकसान भी आमजनता को उठाना पड़ता है । साथ ही साथ में इस कारण हजारों रुपए का नुक़सान यु बर्बादी कर रहे है । फिर भी नगर परिषद के अधिकारियों चलते नगर परिषद में अनदेखी इस कदर हावी है कि उनकों कुछ पता भी नहीं है । रविवार को भी रोड़ लाईट ( एलईडी बल्ब ) गोडिजी मंदिर के पास के निकट जलतीं रहीं । साथ ही साथ में जालौर शहर में रामपुरा कॉलोनी , लालपोल , बड़ी पोल , शिवजी नगर , हनुमान नगर , राजेंद्र नगर , सरदार पटेल मार्ग , किला कि घाटी , ताशखाना बावड़ी , सुरज पोल , रेलवे स्टेशन , स्वरूप रोड़ , बागौडा रोड़ अन्य क्षेंत्र में लगीं दिखाई दिया , जिसे बिजली को हुई बर्बादी कर देता हैं , जालौर शहर में जली रोड़ लाईट एलईडी बल्ब के कारण जालौर शहर की अव्यवस्थाओं और लापरवाही पुर्ण रवैया अपनाया हुआ नजर आ रहा है । यदि जालौर शहर में सड़कों और गलियों में रात के समय रोड़ लाईट जलें तो लोगों को समझें में भी आता है और उसे फायदा भी मिला है । लेकिन अगर दिन में भी एलईडी बल्ब रोड़ लाईट जलतीं हुई दिखाई दे तो इसे लापरवाही के अलावा और कुछ नहीं कहा जा सकता है । जालौर शहर के ऐसे कहीं वार्ड में तो रात्रि के समय में भी रोड़ लाईट नहीं जलतीं है । और रात्रि के समय में भी रोड़ लाईट बंद नजर दिखाई देती है । जिससे अधिकारियों को अवगत कराने के बाद में भी अनसुना कर देता है , जिससे शहरवासियों को परेशानी उठानी पड़ती है , यहां लापरवाही किसकी है बिजली घर , नगर परिषद से लेकर प्रशासन तक सभी दोषी है । क्योंकि इसकों लेकर प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठाया है । जिससे कारण दिन भर सड़कों पर तकरीबन आधे शहर में भी रोड़ लाईट एलईडी बल्ब जलते रहता हैं । जिससे राज्य सरकार को लाखों रुपए का नुक़सान हो रहा है ।
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