पाली, सिटी,
मरूधर आईना
मिनिस्ट्री ऑफ हैल्थ एण्ड फेमेली वेलफेयर विभाग, सेंट्रल टी.बी.डिवीजन द्वारा ज्वाईट सर्पोटिंव सुपरविजन मिशन
अक्टूबर। पाली सिटी,जिले में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अन्तर्गत बुधवार को मिनिस्ट्री ऑफ हैल्थ एण्ड फेमेली वेलफेयर विभाग, सेंट्रल टी.बी.डिवीजन द्वारा ज्वाईट सर्पोटिंव सुपरविजन मिशन के अन्तर्गत अधीन चार सदस्यी केन्द्रीय दल पाली आए।
पाली जिला पिछले दो वर्षा से केन्द्रीय मानको पर क्षय रोग कार्यक्रम अन्तर्गत प्रथम स्थान पर काबिज है जिसकी समीक्षा एवम् अध्ययन टीम द्वारा किया गया। दल का मुख्य उद्देश्य प्रधानमत्री के मिशन टी.बी. मुक्त भारत वर्ष 2025 के अन्तर्गत जिले मे क्षय रोग निवारण कार्यक्रम की उपलब्ध्यिं का आंकलन करना था। दल में सेन्ट्रल टी.बी. डिवीजन टीम लीडर डॉ संदीप भारसवाडकर, डॉ. राणा जे. सिंह, डॉ. विरल बाजवाला तथा राम गोपाल वित्तीय विभाग, सेन्ट्रल टी.बी. डिवीजन, भारत सरकार व राज्य स्तर से डॉ. पी.आर. अग्रवाल, स्टेट प्रतिनिधि डॉ. विवेक मिश्रा, डब्लू.एच.ओ. स्टेट कन्सलटेन्ट, डॉ. आशुतोष शर्मा डब्लू एच.ओ. कन्सलटेन्ट, डॉ. लोकेश गुप्ता जिला क्षय रोग अधिकारी, अजमेर व स्टेट एसटीएसयू के सदस्यों ने जिले के मेडिकल कॉलेज, बांगड चिकित्सालय पाली के डी.आर.टी.बी.वार्ड, ए.आर.टी. सेन्टर लेब, उपजिला चिकित्सालय सोजत सिटी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, घाणेराव, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, गुन्दोज, फालना, उपस्वास्थ्य केन्द्र देवली पाबूजी तथा जिला क्षय निवारण केन्द्र पाली का विस्तृत भ्रमण किया। इस दौरान 12 टी.बी. रोगियों से भेंट कर जानकारी भी प्राप्त की।
भ्रमण पश्चात दल प्रमुख डॉ. संदीप भारसवाडकर द्वारा जिला कलेक्टर को प्रतिवेदन सौंपा जिसमें बताया गया कि जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.पी.मिर्धा एवम् जिला क्षय रोग अधिकरी डॉ. विकास मारवाल के नेतृत्व में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम काफी बेहतर तरीके से चलाया जा रहा है। टी.बी. रोग निदान एवम् उपचार हेतु एक जिला क्षय निवारण केन्द्र, 11 टी.बी. यूनिट सहित 118 माइक्रोस्कापिक केन्द्र कार्यशील है। टीम के द्वारा क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में निजी क्षेत्र की भागीदारी के मूल्यांकन हेतु लोढा अस्पताल तथा श्रीराम अस्पताल का भी निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त केमिस्ट एसोसिएसन से भी भेंट कर टी.बी. उन्मूलन कार्यक्रम में केमिस्ट की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु सुझाव दिये। टीम ने जिला कलेक्टर को अवगत कराया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अन्तर्गत जिला क्षय रोग अधिकारी, डॉ. विकास मारवाल एवम् सम्पूर्ण स्टॉफ द्वारा पूर्ण निष्ठा एवम् जवाबदेही से अपना कार्य सम्पादित किया जा रहा है। भ्रमण की गई सभी जगहों पर निक्शय पोर्टल एन्ट्री पूर्ण पायी गई।
भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही निक्शय पोषण योजना का लाभ पाली जिले के सभी क्षय रोगियों को समय पर मिल रहा है। दवाई की उपलब्धता एवम् प्रयोगशाला सम्बन्धित सेवाऐं, पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। ड्रग रेसीसटेन्ट टी.बी. के निदान हेतु जिला मुख्यालय पर ब्ठ छ।।ज् मषीन एवम् उप जिला चिकित्सालय सोजत सिटी में ज्तन छ।।ज् मशीन स्थापित है। टीम द्वारा जिला क्षय निवारण पर एक विस्तृत मीटिंग ली गई। जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. आर.पी.मिर्धा, जिला क्षय रोग अधिकारी, डॉ. विकास मारवाल, जिला क्षय निवारण केन्द्र का समस्त स्टाफॅ शामिल हुआ। दल द्वारा राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की उपलब्ध्यिं को काफी सराहा गया एवम् राज्य स्तर पर अन्य जिलों में भी इसी मॉडल पर कार्य करने की अभिशंषा की गई। जिला क्षय कार्यक्रम समन्वयक वियंग शर्मा ने टीम के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
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