राजस्थान में कोरोना केस की तुलना में मौतों के आंकड़े कम घट रहे हैं। पिछले 4 दिनों का डेटा से साफ है कि संक्रमितों की संख्या में तो करीब 34 फीसदी की कमी आई है, लेकिन मौतें सिर्फ 14 फीसदी ही घटी हैं। शनिवार को 5602 नए कोरोना संक्रमित मिले। 19 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा 6 मौतें हुईं। सिरोही में तीसरी लहर में पहली बार 3 लोगों की जान गई। सीकर और बीकानेर में 2-2 पॉजिटिव मरीजों ने दम तोड़ा। 6 जिलों जोधपुर, उदयपुर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, करौली, पाली में 1-1 संक्रमित की मौत रिकॉर्ड की गई है। उधर, प्रदेश में 9 हजार 309 मरीज रिकवर हुए हैं, जिसके बाद एक्टिव केस की संख्या कम होकर 51 हजार 143 पर पहुंच गई। राज्य में पॉजीटिविटी रेट 12 फीसदी से कम रही है।
मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक सबसे ज्यादा 916 केस जयपुर में मिले, वहीं 6 मरीजों की मौत हुई। जयपुर में पॉजीटिविटी रेट 10 फीसदी से कम रही। जयपुर के अलावा आज जोधपुर में 615, अलवर 465, उदयपुर 341, गंगानगर 311, भीलवाड़ा 257 और अजमेर में 203 केस मिले। जयपुर के अलावा सिरोही में 3, सीकर-बीकानेर में 2-2 और जोधपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा, पाली, बाड़मेर, करौली में एक-एक मरीजों की मौत हुई।राजस्थान में कोरोना की अब तक की रिपोर्ट देखें तो पूरे प्रदेश में कोरोना से 12 लाख 40 हजार 673 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 11 लाख 80 हजार 158 लोग रिकवर हो चुके हैं। वहीं 9372 मरीजों की डेथ हो चुकी है। वर्तमान में 51 हजार 143 एक्टिव मरीज हैं।
तारीख | पॉजिटिव केस | मौत | रिकवर केस |
5 फरवरी | 5602 | 19 | 9309 |
4 फरवरी | 5937 | 21 | 10560 |
3 फरवरी | 8073 | 22 | 7141 |
2 फरवरी | 8428 | 22 | 12839 |
1 फरवरी | 6212 | 20 | 10173 |
15 जिलों में मिले 100 से कम केस
राजस्थान के 33 में से 15 जिलों में शनिवार को 100 से कम केस मिले हैं। सबसे कम जालोर 12 केस मिले हैं। इसी तरह झालावाड़ 45, बूंदी 48, करौली 49, बाड़मेर 57, सवाई माधोपुर-डूंगरपुर में 58-58, धौलपुर 61, दौसा 63, जैसलमेर 68, चूरू 69, टोंक 75, बांसवाड़ा 78, सिरोही 86 और प्रतापगढ़ में 94 केस मिले हैं।
कोर्ट में 9 फरवरी से हाई ब्रिड मोड पर होगी सुनवाई
राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर, जयपुर और प्रदेश की सभी कोर्ट्स में 9 फरवरी से फिर से पैरवी के लिए व्यक्तिगत उपस्थिति शुरू होगी। साथ ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भी सुनवाई जारी रहेगी। वैक्सीन नहीं लगी होने पर कोर्ट में एंट्री नहीं मिलेगी। वकीलों को ई-पास और इंटर्न पर पाबंदी रहेगी।