#राजस्थान कोरोना LIVE: कंट्रोल में आया ओमिक्रॉन वैरिएंट, औसत पॉजिटिविटी रेट 5% से नीचे; गंगानगर, चित्तौड़गढ़, पाली में स्थिति खराब




 पूरे देश में कोरोना की तीसरी लहर लाने वाला ओमिक्रॉन वैरिएंट राजस्थान के तीन जिलों में अब कंट्रोल में आ गया है। सबसे ज्यादा तेजी से फैलने के कारण डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया था। वहीं, अब राज्य के इन तीन जिलों में पिछले 7 दिन की औसत पॉजीटिविटी रेट 5 फीसदी से भी नीचे आ रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना के कंट्रोल होने की स्थिति आ गई।

मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट की रिपोर्ट देखें तो जालोर, दौसा और करौली जिलों में पिछले एक सप्ताह की पॉजीटिविटी रेट 5 फीसदी से कम है। सबसे कम जालोर में 1.22 फीसदी पॉजीटिविटी रेट रही। दूसरे नंबर पर दौसा 4.13 और तीसरे नंबर पर करौली 4.62 फीसदी पॉजीटिविटी रेट रही।

इन जिलों में 20 फीसदी से ऊपर है पॉजीटिविटी रेट
राज्य में वर्तमान में सबसे खराब पॉजीटिविटी रेट गंगानगर जिले की है, जहां पिछले एक सप्ताह की पॉजीटिविटी रेट 23.73 फीसदी है। इसके बाद दूसरा नंबर चित्तौड़गढ़ और तीसरा नंबर प्रतापगढ़ जिले का आता है। इन दोनों जिलों में औसत पॉजीटिविटी रेट 21 फीसदी दर्ज हुई। वहीं, पाली, भरतपुर और जोधपुर जिलों में पॉजीटिविटी रेट 20 से 21 फीसदी के बीच रही।

7 जिले रेड जोन से आए बाहर
राजस्थान में पॉजीटिविटी रेट के हिसाब से जोनवार जिलों की स्थिति देखें तो 33 में से 7 जोन ऐसे हैं, जाे रेड जोन से बाहर हैं। इसमें बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, नागौर, बाड़मेर, दौसा, करौली और जालोर शामिल हैं। हालांकि बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, नागौर, बाड़मेर में अब भी संक्रमण की दर 5 फीसदी से ऊपर है, जिसके कारण यहां कोरोना का वैरिएंट अब भी नियंत्रण में नहीं आया है।

बूंदी में बिगड़ने लगे हालात
राज्य में लगभग सभी जिलों में औसत पॉजीटिविटी रेट बढ़ रही है, लेकिन बूंदी ऐसा जिला है, जहां इसका ग्राफ नीचे आने के बजाय धीरे-धीरे बढ़ रहा है। एक सप्ताह पहले यानी 27 जनवरी तक बूंदी में औसत टेस्ट पॉजीटिविटी रेट 8 फीसदी पर थी। यह अब बढ़कर 10.89 फीसदी पर पहुंच गई है। एक सप्ताह के अंदर बूंदी येलो जोन से हटकर रेड जोन की लिस्ट में शामिल हो गया।

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