बाड़मेर - बाड़मेर जिले के बालोतरा कांजी हाउस में डलवाए गए सूखे चारे के साथ रेत व नजदीकी गंदगी में पड़ी पॉलीथिन व रसायनयुक्त पानी पीने से गत दस दिन में 125 से अधिक गोवंश की मौत हो गई है। इसको लेकर राजस्थान गो सेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन ने जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाकर तीन दिन में जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। अध्यक्ष ने कहा है कि इसमें किसी भी अधिकारी या कर्मचारी या ठेकेदार की लापरवाही सामने आएगी तो उसे बक्शा नहीं जाएगा। सीएम और हमारी सरकार गोवंश को लेकर संवेदनशील है।
दरअसल, शुक्रवार सुबह बालोतर नगर परिषद के कांजी हाऊस परिसर में पड़े 20 से अधिक गोवंश के शव को देखकर बड़ी संख्या में ग्रामीण व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता एकत्रित हो गए। इसके बाद प्रशासन व नगर परिषद के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। नायब तहसीलदार की मौका रिपोर्ट में प्रथमदृष्टया गोवंश की मौत का कारण चारे में रेत की मात्रा, गंदगी के ढ़ेर में प्लास्टिक खाने तथा पास ही बह रहे रसायनयुक्त पानी पीने से मौत की आशंका होना जताई गई है। गत दस दिन में कांजी हाऊस के आस-पास 120 से अधिक गोवंश की मौत होने से कंकाल व शव पड़े नजर आए। ग्रामीण व विश्व हिंदू परिषद के लोग एकत्रित हो गए। उन्होंने परिसर व इसके आस-पास देखा तो 125 से अधिक गोवंश के शव व कंकाल पड़े मिले। इस पर लोगों ने नगर परिषद व प्रशासन के खिलाफ रोष जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
गो सेवा अध्यक्ष जैन ने कहा कि मैं, एडीएम, एसडीएम व पशुपालन आयुक्त सभी मौके पर पहुंच कांजी हाउस को निरीक्षण करेंगे और देखेंगे गोवंश की मौत कैसे हुई है। सीएम एवं सरकार संवेदनशील है। इसकी जांच करवाकर नियमानुसार जो कार्रवाई होगी वह की जाएगी। अगर किसी लापरवाही रखी है तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। कमेटी में कलेक्टर, एसडीओ, नगर परिषद कमिश्नर, तहसीलदार व पशुपालन अधिकारी को रखा है। चार सदस्यों की कमेटी मौके पर जाकर जांच करेंगी। अगर चारे-पानी की वजह से पशुओं की मौत हुई तो किसी को नहीं बख्शा जाएगा। ऐसी घटना दुबारा नहीं हो इसके लिए भी निर्देश दे दिए गए है।
कलेक्टर की अध्यक्षता में बनी कमेटी
गो सेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन ने बताया कि शुक्रवार को मुझे जानकारी मिलते ही मैंने कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी बनाते हुए जांच के निर्देश दे दिए थे। कमेटी यह यह पता लगाए कि यह गोवंश कैसे मरे है। कमेटी यह भी जांच करे कि इन गो वंश के लिए चारे-पानी की क्या व्यवस्था थी और इनके देखभाल करने वाला कौन था। नायब तहसीलदार व पशु डॉक्टरों की टीम को मौके पर भेजा।
लापरवाही अधिकारी व कर्मचारी को नहीं बख्शा जाएगा
गो सेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन ने कहा कि कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आने के बाद चल जाएगा कि गो वंश की मौत कैसे हुई है। जांच रिपोर्ट में जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, शुक्रवार सुबह बालोतर नगर परिषद के कांजी हाऊस परिसर में पड़े 20 से अधिक गोवंश के शव को देखकर बड़ी संख्या में ग्रामीण व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता एकत्रित हो गए। इसके बाद प्रशासन व नगर परिषद के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। नायब तहसीलदार की मौका रिपोर्ट में प्रथमदृष्टया गोवंश की मौत का कारण चारे में रेत की मात्रा, गंदगी के ढ़ेर में प्लास्टिक खाने तथा पास ही बह रहे रसायनयुक्त पानी पीने से मौत की आशंका होना जताई गई है। गत दस दिन में कांजी हाऊस के आस-पास 120 से अधिक गोवंश की मौत होने से कंकाल व शव पड़े नजर आए। ग्रामीण व विश्व हिंदू परिषद के लोग एकत्रित हो गए। उन्होंने परिसर व इसके आस-पास देखा तो 125 से अधिक गोवंश के शव व कंकाल पड़े मिले। इस पर लोगों ने नगर परिषद व प्रशासन के खिलाफ रोष जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
गो सेवा अध्यक्ष जैन ने कहा कि मैं, एडीएम, एसडीएम व पशुपालन आयुक्त सभी मौके पर पहुंच कांजी हाउस को निरीक्षण करेंगे और देखेंगे गोवंश की मौत कैसे हुई है। सीएम एवं सरकार संवेदनशील है। इसकी जांच करवाकर नियमानुसार जो कार्रवाई होगी वह की जाएगी। अगर किसी लापरवाही रखी है तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। कमेटी में कलेक्टर, एसडीओ, नगर परिषद कमिश्नर, तहसीलदार व पशुपालन अधिकारी को रखा है। चार सदस्यों की कमेटी मौके पर जाकर जांच करेंगी। अगर चारे-पानी की वजह से पशुओं की मौत हुई तो किसी को नहीं बख्शा जाएगा। ऐसी घटना दुबारा नहीं हो इसके लिए भी निर्देश दे दिए गए है।
कलेक्टर की अध्यक्षता में बनी कमेटी
गो सेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन ने बताया कि शुक्रवार को मुझे जानकारी मिलते ही मैंने कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी बनाते हुए जांच के निर्देश दे दिए थे। कमेटी यह यह पता लगाए कि यह गोवंश कैसे मरे है। कमेटी यह भी जांच करे कि इन गो वंश के लिए चारे-पानी की क्या व्यवस्था थी और इनके देखभाल करने वाला कौन था। नायब तहसीलदार व पशु डॉक्टरों की टीम को मौके पर भेजा।
लापरवाही अधिकारी व कर्मचारी को नहीं बख्शा जाएगा
गो सेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन ने कहा कि कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आने के बाद चल जाएगा कि गो वंश की मौत कैसे हुई है। जांच रिपोर्ट में जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।