सुराणा में छात्र इन्द्र मेघवाल की मौत प्रकरण, जालोर में भीम सेना का प्रदर्शन, चार घंटे तक मुख्य चौराहे पर किया सड़क जाम, 36 कौम के लोगों सैकड़ों की संख्या में हुये जमा, निष्पक्ष जांच की मांग

भीम आर्मी और भीम सेना ने किया प्रदर्शन


एक तरफ 50 लाख और नौकरी की मांग तो दूसरी और सही जाँच और न्याय की बात 

जालोर में भीम सेना का प्रदर्शन, चार घंटे तक मुख्य चौराहे पर किया सड़क जाम, वही 36 कौम के लोगों सैकड़ों की संख्या में हुये जमा, निष्पक्ष जांच की मांग 

चंद्रशेखर को बुधवार के दिन पुलिस ने दिल्ली छोड़ा, कल फिर लौटे: भीम आर्मी के कार्यकर्ता धरने पर बैठे; 6 जिलों की पुलिस तैनात

एक और ग्राउंड रिपोर्ट - जालोर के इंद्र का कमजोर था कान:बीमारी ऐसी कि पर्दे पर जरा सी चोट जानलेवा; 5 साल से था बीमार

36 कौम के लोगों सैकड़ों की संख्या में हुये जमा, निष्पक्ष जांच की मांग वरना उग्र आंदोलन की चेतावनी 





जालोरः (Hasmukh Garg)

जालोर के सुराणा में 9 साल के इन्द्र मेघवाल की मौत के मामले में अभी तक जालोर में शांति नहीं हुई हैं, चन्द्रशेखर को जोधपुर में रोकने के चलते जालोर में भीम सेना ने आज दिनभर विरोध प्रदर्शन और सड़कों पर बवाल किया, ज़िले में 144 धारा लागू होने के बाद भी 144 धारा का उल्लंघन करते हुये दिनभर सड़कों पर बवाल किया. सुबह कलेक्ट्रेट के आगे बड़ी संख्या में पहुंचे. भीम सेना के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम पर धरने पर बैठ गये जिसके बाद भीनमाल बाइपास चौराहे पर भी प्रदर्शनकारी पहुंचे और चार घंटे से अधिक समय पर सड़क के जाम कर प्रदर्शन किया.

इस दौरान एएसपी अनुकृति उज्जैनिया समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे और लगातार प्रदर्शनकारियों से समझाइस करते रहे लेकिन प्रदर्शनकारी चन्द्रशेखर से विडियो कॉल से बात करवाने की मांगो पर अड़े रहे . सुराणा गांव के पास सियावट चौराहे पर भी आज चन्द्रशेखर के आने के इनकार में बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई. एक बार के लिये मौक़े पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाई जिसके बाद सियावट चौराहे से भीड़ कम हुई. सांसद चिराग़ पासवान उदयपुर से आज बाईरोड़ सुराणा गांव पहुंचे जहां पर पीड़ित परिवार से मुलाक़ात कर सांत्वना दी वहीं पत्रकारों से रूबरू होते हुये कहा की पीड़ित परिवार की मांगो को प्रदेश सरकार को मान लेनी चाहिये, पीड़ित परिवार के साथ अन्याय हुआ हैं, न्याय मिलना चाहिये

जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचे भीम आर्मी के चंद्रेशेखर ने कहा कि मैं जालोर में अपने लोगों से मिले बगैर नहीं जाऊंगा


चंद्रशेखर को पुलिस ने दिल्ली छोड़ा, कल फिर लौटे

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर को राजस्थान पुलिस ने बुधवार रात दिल्ली बॉर्डर पर छोड़ा था, लेकिन वो 24 घंटे के भीतर ही वापस जोधपुर पहुंच गए। दरअसल, भीम आर्मी के चीफ दलित बच्चे के परिवार से मिलना जालोर जाना चाहते हैं, लेकिन माहौल बिगड़ने के डर से उन्हें रोका जा रहा है। वहीं, भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जालोर शहर के मुख्य हॉस्पिटल चौराहे को जाम कर दिया। पुलिस से बहसबाजी के बाद वे भीनमाल हाईवे पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए हैं।

जोधपुर एयरपोर्ट के बाहर बुधवार को चंद्रशेखर ने कहा था कि उन्हें रोके जाने का सही कारण पुलिस नहीं बता पाई। इसका सही जवाब तो गहलोत ही बता सकते हैं। जब सत्ता व विपक्ष के नेता वहां जा सकते है तो उस परिवार के भाई के रूप में मैं क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि मैं एक बार पीड़ित परिवार से मिलने अवश्य जाऊंगा।

भीम आर्मी और भीम सेना के प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्रेट के बाहर भारी पुलिस फोर्स लगाई गई है।

सुराणा गांव के रास्ते में पुलिस फोर्स तैनात

इससे पहले मंगलवार-बुधवार को भी दिनभर सुराणा गांव में नेताओं-जनप्रतिनिधियों के दौरे होते रहे। बुधवार को तनावपूर्ण स्थिति के बीच 4 बड़े नेता और आयोग के सदस्य पहुंचे। सबसे पहले बिलाड़ा विधायक हीरालाल मेघवाल, उसके बाद भीम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतपाल तंवर और देर शाम को कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नारवाल सुराणा गांव पहुंचे और सभी ने पीड़ित परिवार से बातचीत कर सांत्वना दी। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य शिव भगवान नागा ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की। सतपाल तंवर के दौरे को लेकर 15 किमी पहले पोषाणा गांव में मैदान तैयार किया गया। यहां पर पुलिस ने 2 जेसीबी, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और पुलिस टीम तैनात की गई। कलेक्टर निशांत जैन, एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला मॉनिटरिंग करते रहे।

सुराणा गांव के रास्ते में जगह-जगह भारी पुलिस फोर्स लगाई गई

आर्थिक मदद दी जा रही है

मामले के तूल पकड़ने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया कि SC-ST एक्ट की मुआवजा राशि व मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता राशि दी गई। इसके अतिरिक्त AICC के निर्देश पर पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा दी जा रही है। परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के संबंध में पूर्व के मामलों का परीक्षण करवाया जा रहा है।

भीम आर्मी और भीम सेना ने किया प्रदर्शन


भीम आर्मी और भीम सेना ने किया प्रदर्शन

भीम आर्मी और भीम सेना ने गुरुवार को जालोर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को सुराणा आने की परमिशन देने की मांग की।  भीम आर्मी कार्यकर्ताओं की बढ़ती संख्या व किसी भी घटना को रोकने के लिए शहर वा आसपास के एरिया में 400 से ज्यादा पुलिस वाले तैनात हैं। जिला प्रशासन की ओर से लगातार समझाइश के प्रयास किए गए इस दौरान एएसपी अनुकृति उज्जैनिया समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे और लगातार प्रदर्शनकारियों से समझाइस करते रहे लेकिन प्रदर्शनकारी चन्द्रशेखर से विडियो कॉल से बात करवाने की मांगो पर अड़े रहे . सुराणा गांव के पास सियावट चौराहे पर भी चन्द्रशेखर के आने के इंतजार में बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई. एक बार के लिये मौक़े पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाई जिसके बाद सियावट चौराहे से भीड़ कम हुई.

36 कौम के लोगों सैकड़ों की संख्या में हुये जमा

36 कौम के लोगों सैकड़ों की संख्या में हुये जमा, निष्पक्ष जांच की मांग वरना उग्र आंदोलन की चेतावनी 

आज गुरूवार को मलकेश्वर मठ में सैकड़ों की संख्या में पूरे घटनाक्रम को लेकर 36 क़ौम के लोग जमा हुये और पूरे मामले की पुलिस व प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की, लोगों ने पुलिस से कहा की मटकी से पानी पीने की बात झूठी बताकर स्कूल शिक्षक को फंसाया जा रहा हैं और गांव को बदनाम किया जा रहा हैं, लोगों ने आक्रोश जताया ओर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की. एडीजी क्राइम रवि प्रकाश और जोधपुर रेंज आईजी पी रामजी आज जालोर पहुंचे और सुराणा गांव पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली वहीं एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला से क़ानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा की, ज़िले की क़ानून व्यवस्था बनी रहे जिसको लेकर चर्चा की. वही ज्ञापन देकर निष्पक्ष जाँच की मांग की गयी 

दिल्ली में भी प्रदर्शन

गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात है। गुरुवार सुबह करीब 10 बजे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सुराणा पहुंचे। पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी। इसके बाद वे उस स्कूल में भी गए, जहां इंद्र मेघवाल पढ़ता था। चिराग ने इंद्र के भाई से घटना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजस्थान सरकार से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। इससे पहले सुबह करीब 9.45 बजे एडीजी क्राइम रवि प्रकाश मेहरड़ा सुराणा पहुंचे। उन्होंने सरस्वती विद्या मंदिर जाकर मुआयना किया और परिजनों से भी घटना की जानकारी ली।


मामले में नया मोड़ - जालोर के इंद्र का कमजोर था कान

राजस्थान में जालोर के सुराणा गांव में सरस्वती बाल विद्या मंदिर की तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले 9 साल के बच्चे इंद्र मेघवाल की मौत के मामले में नया खुलासा है। बच्चे के पहले से बीमार होने की बात सामने आई है। इस मामले का सच जानने मीडिया की टीम दूसरे दिन जालोर जिले के सुराणा गांव के अस्पताल पहुंची और रिकॉर्ड को देखा। सामने आया कि इंद्र करीब 5 साल से कान की बीमारी क्रोनिक सप्युरेटिव ओटाइटिस मीडिया (CSOM) से पीड़ित था। इंद्र का 2017 से 2019 तक इस अस्पताल में इलाज चला। डॉक्टर ने बताया कि CSOM ऐसी बीमारी है, जिससे कान में मवाद, सूजन, दर्द रहता है। बीमारी का समय पर निदान न हो तो इंफेक्शन इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि मरीज की जान भी जा सकती है। 




SP बोले- डिटेल पोस्टमार्टम रिपोर्ट और FSL से होगा खुलासा

SP हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि बच्चे को पहले से बीमारी होने और मटके को लेकर जांच चल रही है। बच्चे का मटके से छूना प्रमाणित नहीं हुआ है। सभी बिंदुओं को लेकर पुलिस जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकेगा।

कलेक्टर बोले- पुलिस कर रही है जांच

कलेक्टर निशांत जैन का कहना है कि पुलिस जांच कर रही है। मामले में धारा 302 में मुकदमा दर्ज कर आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार तुरंत किया गया था। पीड़ित परिवार को नियमानुसार मुआवजा दिलाया गया।


इंद्र मेघवाल के परिजनों से मिलने पहुंचे चिराग पासवान

गुरुवार सुबह करीब 10 बजे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सुराणा गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी। इसके बाद वे उस स्कूल में भी गए, जहां इंद्र मेघवाल पढ़ता था। चिराग ने इंद्र के भाई से पिटाई वाले दिन और घटना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजस्थान सरकार से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। चिराग पासवान ने प्रशासन पर मामले में लीपा पोती करने का आरोप लगाया।

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