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थानाधिकारी को पीटने वाला SP का बेटा अब तक आजाद:7 दिन बाद भी गिरफ्तार न करने पर पुलिस का तर्क- अभी जांच कर रहे हैं



पुष्कर- अजमेर के क्रिश्चियनगंज थाना प्रभारी करणसिंह के साथ बदसलूकी, जानलेवा हमला और राजकार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में आरोपी को अपने सामने होते हुए भी पुलिस गिरफ्तार करना तो दूर उसके यहां आने जाने वाले वीआईपी की सुरक्षा में लगी रही। मामले की रिपोर्ट दर्ज हुए सात दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

दरअसल, यह आरोपी जैसलमेर के एसपी भंवरसिंह नाथावत का बेटा प्रवीण नाथावत है। आरोप है कि उसने 26 जनवरी को थाना प्रभारी पर जानलेवा हमला किया था, लेकिन इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसके उलट पुलिसवाले एक फरवरी को आरोपी के शादी समारोह में गेस्ट की सुरक्षा में खड़े नजर आए।

विधायक-मंत्री हुए थे शामिल

आरोपी का पुष्कर के एक रिसोर्ट में आशीर्वाद समारोह था। इनमें राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़, जैसलमेर विधायक रुपाराम धनदेव भी आशीर्वाद समारोह में पहुंचे।

इन लोगों ने बाकायदा अपने सोशल अकाउंट पर यहां के फोटो भी शेयर किए। मामले की जांच कर रहे एएसपी भंवर रणधीर सिंह का कहना है कि अभी हम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं और आरोप सही पाए गए तो आरोपी को गिरफ्तार भी किया जाएगा।

इस पूरे मामले में यही चर्चा है कि यदि इस रसूखदार आरोपी की जगह पुलिस के साथ कोई आम आदमी बदसलूकी करता तो उसे मामला दर्ज करने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाता। मारपीट का 26 जनवरी का है और इसकी रिपोर्ट आईजी के निर्देश पर 29 जनवरी को दर्ज हुई थी।


पहले जानते हैं क्या हुआ था 26 जनवरी को

जानकारी के अनुसार क्रिश्चियनगंज थानाप्रभारी करण सिंह 26 जनवरी को पृथ्वीराज नगर क्षेत्र में साइकिलिंग कर रहे थे। भैरूबाड़ा चौराहा के सामने स्थित सतगुरू इंटरनेशनल स्कूल के पास सुनसान सड़क पर एक स्विफ्ट डिजायर कार में एक युवक और युवती बैठे शराब पी रहे थे। संदिग्ध लगने पर सीआई करणसिंह ने उससे पूछताछ की। जिस पर युवक ने खुद का नाम प्रवीण नाथावत बताया और कहा कि मेरे पापा भंवरसिंह नाथावत एसपी हैं। मेरे जीजा भी थानेदार हैं। थानाधिकारी ने जो रिपोर्ट दर्ज करवाई है उसमें बताया गया है कि एक बार तो आरोपी वहां से चला गया और अपने साथ बैठी लड़की को छोड़कर वापस आया। इसके बाद उन पर जानलेवा हमला किया और साइकिल भी तोड़ दी। 30 जनवरी को थानाप्रभारी ने जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में अपना मेडिकल भी कराया था।


तीन दिन बाद दर्ज हुआ मामला

यह पूरा मामला 26 जनवरी का है, लेकिन इसकी रिपोर्ट 29 जनवरी को दर्ज हुई। बताया जा रहा है कि शुरुआत में पुलिस भी इसको लेकर पीछे हट रही थी, लेकिन बाद में जब मामले ने तूल पकड़ा तो अजमेर आईजी रुपेंद्रसिंह के निर्देश पर यह मामला दर्ज हुआ और इसकी जांच एएसपी भंवर रणधीर सिंह को दी गई है।

आरोप साबित हुए तो दो से दस साल तक की सजा

मामले में प्रवीण नाथावत के खिलाफ आईपीसी की धारा 332, 353 और 307 के तहत मामला दर्ज हुआ है। इन धाराओं में यदि आरोप साबित हुए तो दो साल से दस साल तक की सजा हो सकती है। धारा 332 लोक सेवक के कार्य में बाधा पहुंचाने और लोक सेवक को नुकसान पहुंचाने की है।

इसमें आरोपी के खिलाफ साक्ष्य प्रमाणित होने पर बिना वारंट के गिरफ्तार किया जा सकता है। यदि आरोप साबित होते हैं तो दो साल तक की सजा हो सकती है। इसी प्रकार धारा 353 के तहत लोक सेवा के दौरान आरोपी द्वारा हमला करना शामिल है।

आरोप साबित होने पर 2 साल की जेल या जुर्माना या दोनों हो सकता है। इस मामले में धारा 307 भी जोड़ी गई है। जो हत्या के प्रयास से जुड़ी है। यदि इसके तहत आरोप साबित होते हैं तो आरोपी को दस साल की सजा हो सकती है।

पुलिस बोली, आरोप साबित हुए तो होगी गिरफ्तारी

इस मामले की जांच की जा रही है। अभी हमने क्रिश्चियन गंज थाना प्रभारी करण सिंह खंगारोत के बयान दर्ज किए हैं। मौका रिपोर्ट भी बना ली है, अब उस क्षेत्र के 1 किलोमीटर के दायरे में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। आरोप सही पाए जाने पर आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।


– भंवर रणधीर सिंह, एएसपी, अजमेर

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