जवाई के नीर से सिंचित होंगे खेत — जवाई कमांड क्षेत्र में शुरू हुई रबी की सिंचाई

जवाई के नीर से सिंचित होंगे खेत — जवाई कमांड क्षेत्र में शुरू हुई रबी की सिंचाई



आहोर। जवाई बांध से छोड़ा गया पानी अब किसानों के खेतों तक पहुँचने लगा है। रविवार को सिंचाई विभाग ने निर्धारित कार्यक्रमानुसार जवाई नहर प्रणाली के तहत पहली पाण का पानी छोड़ा, जिससे जवाई कमांड क्षेत्र में रबी की सिंचाई का शुभारंभ हो गया। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, रविवार शाम को छोड़ा गया यह पानी सोमवार सुबह तक कमांड क्षेत्र की हेड नहरों तक पहुँच जाएगा, जिसके बाद यह पानी के गेज और प्रेशर के अनुसार टेल क्षेत्र तक पहुँचेगा। पानी की पर्याप्त आवक होने से इस बार कुल 4900 एमसीएफटी पानी रबी फसलों की सिंचाई हेतु उपलब्ध कराया जाएगा।

किसानों में खुशी की लहर

पानी छोड़े जाने की खबर से जवाई कमांड क्षेत्र के काश्तकारों में उत्साह का माहौल है। खेतों में रबी की तैयारियाँ तेज हो गई हैं। किसान अब गेहूं, चना, राइड़ा, तारामीरा और इसबगोल जैसी फसलों की बुवाई में जुट गए हैं। भाजपा नेता व किसान प्रतिनिधि ईश्वरसिंह थुबा ने बताया कि “जवाई बांध के पानी से क्षेत्र के हजारों किसानों को नई उम्मीद मिली है। यह पानी हमारे लिए ‘अमृत’ समान है, जो खेतों में समृद्धि की नई धारा बहाएगा।”

चार पाण में दी जाएगी सिंचाई

सिंचाई विभाग के तय कार्यक्रम के अनुसार इस वर्ष चार पाण में सिंचाई दी जाएगी। पहली व दूसरी पाण — 24 दिन की, तीसरी व चौथी पाण — 25 दिन की, प्रत्येक चरण में नहरों से पानी का वितरण निर्धारित समयसारिणी के अनुसार किया जाएगा, जिससे हेड से लेकर टेल तक सभी काश्तकारों को समान रूप से लाभ मिल सके।

इन नहरों से मिलेगा सिंचाई जल

रबी की सिंचाई के लिए जवाई कमांड क्षेत्र के गांवों में पानी पावटा माइनर, बिठिया नहर, जोड़ा माइनर, तखतगढ़ माइनर, तखतगढ़ नहर, गोगरा नहर, गोगरा माइनर नंबर-2 और सांडेराव नहर के माध्यम से पहुँचाया जाएगा। इन नहरों के जरिये लगभग 24 गांवों के खेतों में पानी की आपूर्ति होगी। गत वर्ष भी जवाई नहर प्रणाली के तहत किसानों को चार पाण दी गई थी, जिससे रबी की फसलों का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर हुआ था। इस बार बांध में बेहतर जल भंडारण के चलते किसान और भी अधिक आशान्वित हैं। खेतों में फिर बहेगी समृद्धि की धारा ग्रामीणों ने बताया कि जवाई बांध क्षेत्र में अच्छी बरसात होने से इस बार पानी की कमी नहीं रहेगी। रबी सीजन में पर्याप्त सिंचाई मिलने से उत्पादन में बढ़ोतरी की उम्मीद है। “जवाई का पानी किसानों के लिए जीवनरेखा है। इस वर्ष समय पर पानी छोड़े जाने से गेहूं, चना और राइड़ा की फसलें खूब लहराएंगी,” — स्थानीय किसान विक्रम सिंह बालोत ने कहा।

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