एक आईना भारत
सेतरावा (रायसर)
(बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी व बच्चों से 170 किमी दूर दे रहे हैं सेवाएं)
लॉकडाउन के चलते रायसर स्थित वैलनेस एवं क्वारेंटाइन सेंटर शहीद दफादार गुमानसिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं नोडल अधिकारी रामकिशोर गहलोत पिछले 38 दिनों से अपने परिवार से अलग बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी व बच्चों से दूर रायसर स्थित क्वारेंटाईन सेंटर पर 24 घंटे में से रोजाना 12 से 15 घंटे ऑफिस व फील्ड में ड्यूटी दे रहे हैं ।
मूलतः गहलोत पीपाड़ शहर जिला - जोधपुर के निवासी हैं, जहां इनका परिवार निवास करता है, 22 मार्च से वे अपने परिवार से दूर हैं
वे बताते हैं कि इससे पूर्व बोर्ड परीक्षा केंद्र होने एवं बाद में लॉकडाउन हो जाने के कारण लगातार वे रायसर में बोर्ड परीक्षा एवं कोरोना की सेवा में निरंतर लगे हुए हैं ।
उन्होंने बताया कि सुबह 8:00 बजे से ही ऑफिस में आ जाते हैं तथा रोजाना वैलनेस सेंटर की व्यवस्था देखना, प्रवासियों की स्थिति का जायजा लेना, प्रवासी जिनके 14 दिन पूर्ण हो जाते हैं उनको डिस्चार्ज करने के साथ ही होम क्वारेंटाइन करना और अगले 14 दिवस उन पर मोनिटरिंग करना, विभागीय सूचनाओं को प्रातः 9:00 बजे, दोपहर 1:00 बजे, 3:00 बजे एवं सायं 5:00 बजे प्रेषित करना साथ ही चिकित्सा विभाग के कार्मिकों के साथ संपर्क बनाए रखने का दायित्व है ।
वे बताते हैं कि पूरे क्वारेंटाइन सेंटर को सोडियम हाइपोक्लोराइड से सेनीटाइज करवाया गया और ग्रामीण जनो के साथ समन्वय बनाते हुए प्रवासियों के लिए निशुल्क भोजन, चाय, नाश्ता की व्यवस्था भी करवाई गई ।
रायसर ग्रामीण क्षेत्र के मूक प्राणियों विशेषकर गायों हेतु कुछ दिन के लिए बंद पड़े विद्यालय के मैदान को भी उपलब्ध करवाया गया जिसमें चारा एवं पानी की व्यवस्था ग्रामीण जनों द्वारा की जा रही हैं ।
जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार रायसर के राशन डीलरो से संपर्क कर उन्हें सोशल डिस्टेंस के अनुसार डोर टू डोर राशन सामग्री वितरण करने के लिए भी निर्देशित किया गया, जिनके लिए गाड़ी की व्यवस्था ग्राम पंचायत रायसर द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है ।
ग्रामीण जनों के साथ समय-समय पर बैठक आयोजित कर उन्हें सोशल डिस्टेंस बनाए रखने, मास्क लगाने, घरों से बाहर बेवजह नहीं घूमने एवं सामूहिक कार्यक्रम, विवाह, भोज से दूरी बनाने हेतु भी जागरूक किया जा रहा हैं ।
साथ ही पंचायत कोर कमेटी की बैठकें आयोजित कर ग्राम विकास अधिकारी, सरपंच, वार्ड पंच के माध्यम से खाद्य सुरक्षा योजना से वंचित परिवारों का सर्वे करने एवं जरूरतमंदों को मदद देने के विशेष प्रयास किए गए ।
कालाबाजारी रोकने के लिए दुकानदारों के साथ बैठक की ।
पोस्टमैन हनवंतराम एवं ईमित्र संचालक महेंद्रसिंह भाटी के साथ संपर्क कर ग्रामीण जनों को घर-घर जाकर उनके खातों से रुपए उपलब्ध करवाने के भी प्रयास किए गए ।
प्रधानाचार्य ने बताया कि सेंटर पर इनके साथ बीएलओ चंद्रसिंह राठौड़ अरविंद कुमार मीणा, हरिसिंह आदि भी लगातार सेवाएं दे रहे हैं और ये लोग भी अपने घर-परिवार से कई दिनों से दूर है ।
सेतरावा (रायसर)
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38 दिनों से रायसर में कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे हैं प्रधानाचार्य |
लॉकडाउन के चलते रायसर स्थित वैलनेस एवं क्वारेंटाइन सेंटर शहीद दफादार गुमानसिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं नोडल अधिकारी रामकिशोर गहलोत पिछले 38 दिनों से अपने परिवार से अलग बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी व बच्चों से दूर रायसर स्थित क्वारेंटाईन सेंटर पर 24 घंटे में से रोजाना 12 से 15 घंटे ऑफिस व फील्ड में ड्यूटी दे रहे हैं ।
मूलतः गहलोत पीपाड़ शहर जिला - जोधपुर के निवासी हैं, जहां इनका परिवार निवास करता है, 22 मार्च से वे अपने परिवार से दूर हैं
वे बताते हैं कि इससे पूर्व बोर्ड परीक्षा केंद्र होने एवं बाद में लॉकडाउन हो जाने के कारण लगातार वे रायसर में बोर्ड परीक्षा एवं कोरोना की सेवा में निरंतर लगे हुए हैं ।
उन्होंने बताया कि सुबह 8:00 बजे से ही ऑफिस में आ जाते हैं तथा रोजाना वैलनेस सेंटर की व्यवस्था देखना, प्रवासियों की स्थिति का जायजा लेना, प्रवासी जिनके 14 दिन पूर्ण हो जाते हैं उनको डिस्चार्ज करने के साथ ही होम क्वारेंटाइन करना और अगले 14 दिवस उन पर मोनिटरिंग करना, विभागीय सूचनाओं को प्रातः 9:00 बजे, दोपहर 1:00 बजे, 3:00 बजे एवं सायं 5:00 बजे प्रेषित करना साथ ही चिकित्सा विभाग के कार्मिकों के साथ संपर्क बनाए रखने का दायित्व है ।
वे बताते हैं कि पूरे क्वारेंटाइन सेंटर को सोडियम हाइपोक्लोराइड से सेनीटाइज करवाया गया और ग्रामीण जनो के साथ समन्वय बनाते हुए प्रवासियों के लिए निशुल्क भोजन, चाय, नाश्ता की व्यवस्था भी करवाई गई ।
रायसर ग्रामीण क्षेत्र के मूक प्राणियों विशेषकर गायों हेतु कुछ दिन के लिए बंद पड़े विद्यालय के मैदान को भी उपलब्ध करवाया गया जिसमें चारा एवं पानी की व्यवस्था ग्रामीण जनों द्वारा की जा रही हैं ।
जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार रायसर के राशन डीलरो से संपर्क कर उन्हें सोशल डिस्टेंस के अनुसार डोर टू डोर राशन सामग्री वितरण करने के लिए भी निर्देशित किया गया, जिनके लिए गाड़ी की व्यवस्था ग्राम पंचायत रायसर द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है ।
ग्रामीण जनों के साथ समय-समय पर बैठक आयोजित कर उन्हें सोशल डिस्टेंस बनाए रखने, मास्क लगाने, घरों से बाहर बेवजह नहीं घूमने एवं सामूहिक कार्यक्रम, विवाह, भोज से दूरी बनाने हेतु भी जागरूक किया जा रहा हैं ।
साथ ही पंचायत कोर कमेटी की बैठकें आयोजित कर ग्राम विकास अधिकारी, सरपंच, वार्ड पंच के माध्यम से खाद्य सुरक्षा योजना से वंचित परिवारों का सर्वे करने एवं जरूरतमंदों को मदद देने के विशेष प्रयास किए गए ।
कालाबाजारी रोकने के लिए दुकानदारों के साथ बैठक की ।
पोस्टमैन हनवंतराम एवं ईमित्र संचालक महेंद्रसिंह भाटी के साथ संपर्क कर ग्रामीण जनों को घर-घर जाकर उनके खातों से रुपए उपलब्ध करवाने के भी प्रयास किए गए ।
प्रधानाचार्य ने बताया कि सेंटर पर इनके साथ बीएलओ चंद्रसिंह राठौड़ अरविंद कुमार मीणा, हरिसिंह आदि भी लगातार सेवाएं दे रहे हैं और ये लोग भी अपने घर-परिवार से कई दिनों से दूर है ।
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