जल ही जीवन है व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से प्रतिदिन जंगल के अनेकों स्थानों पर जंगली जानवरों, मवेशी और पशु पक्षियों के लिए पानी के टेंकरों से पानी डलवा रहे हैं।

सिरोही देवनगरी के जल ही जीवन है ग्रुप बना जंगली जानवरों और पक्षियों का सहारा 

एक आईना भारत सिरोही 

सिरोही से हितेश रावल की रिपोर्ट

सिरोही | देवनगरी जल ही जीवन है ग्रुप प्रतिनदिन जीव जंतुओं के लिए पानी के टेंकरों के द्वारा जंगली पशुओं के लिए जगह-जगह पानी की व्यवस्था कर रहे है, उनके साथ साथ  शहर के कही जगहों पर पशु पक्षियों के लिए पानी के परिंदे भी लगाए हैं। कोरोनो महामारी के चलते बता दे कि इस विशाल जंगल मे वैसे तो अनेक प्राकृतिक जलस्रोत है लेकिन मई- जून के महीने में जब जंगल के प्राकृतिक जल स्रोत सुख जाते है उस  समय जंगली जानवरों के लिए पानी के बिना जीवन ही संकट में आ जाता है। ऐसी विकट परिस्थितियों में कुदरत इस कार्य को समाज के समर्थ लोगों द्वारा करवाती है। दस साल पहले कचनाराम देवासी ने कुडाल भागली में जनसहयोग से जंगल मे बनवाया ओड़ू / नाड़ी श्रेष्ठतम उदारण है। इस ग्रुप व संस्था के  तत्वावधान में जगह-जगह राहगिरों को भौजन करवाया जा रहा है। एवं कुछ अनावश्यक सामग्री भी उन्हें दी जा रही है जल ही जीवन है ग्रुप के सयोजक रघुभाई माली ने बताया कि ग्रुप व संस्था द्वारा मानव सेवा के साथ साथ जंगल मे रह रहे पशु-पक्षी और जानवरों का भी ख्याल रखा जा रहा है। जंगलो में जाकर हम उन्हें पानी की यथा रूप व्यवस्था कर रहे हैं। कोरोना वायरस के इस संकट के दौर में जल ही जीवन है ग्रुप के सदस्य इन बेजुबान पशुओं की मदद के लिए आगे आ रहे है। इस ग्रुप संस्था का हमेशा किसी भी संकट में अच्छा सहयोग रहा है जितेंद्र राजपुरोहित ने बताया कि इस ग्रुप में खास सहयोग बाबा रामदेव रेस्टोरेंट के रघुभाई माली व राजेंद्र नरुका जितेंद्र, राजपुरोहित आदि स्थानीय लोगों,प्रवासियों और व्यापारियों के सहयोग से कार्य कर रहे है। रघुभाई माली ने बताया कि इस विशाल ओडू में अनेक जंगली जानवर,मवेशी और पशु पक्षी अपनी प्यास बुझाते है और इसमें और इसमें पानी भरने में ग्रुप के अनेक लोग सहयोग कर रहे है।
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