बालकवी नवीन सिंह ,राजकवि' राजेश,कविता के माध्यम से लोगों को कर रहे हैं जागरूक

एक आईना भारत सोजत
 कुलदीप सिंह रुपावास


हम सब की है जिम्मेदारी,
मिलकर करें ये दूर बीमारी।
करें छोटा पर सार्थक प्रयास,
बीमारों के मन में जगाएं विश्वास।,,
इसी भावना को केंद्र में रखते हुए  अध्यापक व कवि राजेश कुमावत ने कोरोना बीमारी से उत्पन्न इस संकट काल में देशवासियों को संदेश देते हुए कहा कि लाॅकडाउन के चलते कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को रोकने में  सफलता प्राप्त हुई है। परंतु अब लाॅकडाउन में ऑरेंज व ग्रीन जोन में छूट मिलने से अब जन-जन को औेर सतर्क रहने की आवश्यकता होगी। अब हमें कोरोना बीमारी के लक्षणों की पूर्णतया जानकारी प्राप्त है जिससे हमें सोशल डिस्टेंसिंग, हैंड सैनिटाइजेशन के साथ-साथ सरकार
की गाइडलाइन की पालना करते हुए अपनी दिनचर्या एवं कार्य करने का तरीका बदलना होगा। इस राहत में सोच समझकर घर से निकले एवं नियत नियमानुसार ही अपना कार्य करें। अब राज्य सरकार ने प्रवासी श्रमिकों को भी अपने घर पर लाने की पहल की है। इससे हमें कोरोना वॉरियर्स जैसे पुलिस, डॉक्टर, पेरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, अखबार हाॅकर के सम्मान के साथ साथ हमें प्रवासी श्रमिकों का भी उसी उत्साह के साथ साथ स्वागत करना होगा एवं सम्मान देना होगा l  साथ ही साथ कोरोना बीमारी का शिकार हो चुके मरीजों के साथ भी पूर्णतः सहानुभूति के साथ उनकी पूरी देखभाल करनी होगी l गुरुदेव प्रमोद श्रीमाली के सान्निध्य में तथा आउटपोरिंग ग्रुप से जुड़े कवि राजेश कुमावत ने कविताओं के माध्यम से इसके बचाव के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया है। हाल ही में इस महामारी पर रचित कविता ,
समय यह करवट बदल रहा है, कोरोना वायरस मचल रहा है........हाथ जोड़कर करे नमन, देश ये मेरा खिला चमन, अपने घर की करें सफाई, कभी न भूले हाथ धुलाई, योग करें सहयोग करें, सेनिटाइज प्रयोग करें, यह सबसे कहता राजेश, जन-जन में फैले संदेश,, औरकोरोणों कुचमादी भायां,बच नै सब नै रैणों है।
लोक डाउन अर सोशल डिस्टेन्सिगं,जन जन नै अपणाणौं है।(कवि नवीन  सोजत,
 सोशल मीडिया पर प्रचारित कर लोगों को इसके बचाव के संदेश से अवगत करा रहे हैं l
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