सलाम करोना के योद्धाओं को लूणावास खारा की बेटी प्रियंका पटेल ने कोरोना पर लिखा आर्टिकल
रिपोर्टर श्रवणसिंह सिसोदिया
लूणावास खारा
नमस्ते, मैं पटेल प्रियंका वैसे आप जानते हैं मानव महामारी कोरोना के बारे में बताना चाहती हूं कि मानव सभ्यता के उद्गम से दुनिया में कई प्रकार की महामारी हुई जैसे कि स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू, इबोला और अन्य। अब हम कोरोना वायरस से पीड़ित हैं हम जानते हैं कि भारत में कोरोना के बहुत से मरीज सामने आए हैं। इस श्रृंखला को तोड़ने के लिए इतना महत्वपूर्ण है कि हम भी COVID 19 के बारे में जाने। यदि कोरोना हमारे शरीर में प्रवेश करता है तो हमें मामूली बुखार आता है सर्दी और छींक और कुछ समय यह हमारी इमुन प्रणाली को परेशान करता है। इसलिए हम कोरोना के खिलाफ क्या कदम उठा सकते हैं जो पहली सामाजिक दूरी है जो बहुत महत्वपूर्ण है। नज़दीकी दूरी से बचें और यदि आप अपने घर से बाहर जाते हैं तो आपको अपने हाथों को साबुन से धोना चाहिए l और साथ ही अपने चेहरे को मास्क से ढंकना चाहिए और हमेशा हैंड सैनिटाइज़र का भी इस्तेमाल करना चाहिए,और अपने हाथ को गर्म पानी से धोना चाहिए और अपने कान, आँखों और नाक को दोबारा नहीं छुना चाहिए और फिर से आपके लिए हानिकारक है और आप सभी जानते हैं कि एक ऐप आरोग्य सेतु ऐप आपको कोरोना से लड़ने में मदद करता है और विशेष रूप से हमारे कोरोना फाइटर्स के लिए धन्यवाद जैसे एक डॉक्टर , नर्स, पुलिस, भारतीय सेना और वे लोग जो इस समय में गरीब आदमी की मदद करते हैं।लोग कहते हैं भगवान को किसी ने नहीं देखा लोग कहते हैं लेकिन वास्तविकता ये है कि क्या भगवान को सब ने देखा है। हाँ आज हमरा पूरा देस एक वायरस से परेशान है और बात करूं डॉक्टर नर्स पुलिस और इंडियन आर्मी की तो यह भी इंसान ही है। पर यह मेरी नजर में भगवान से कम नहीं क्योंकि यह सब अपने परिवार को छोड़कर हमारे परिवार की प्रोटेक्शन में लगे हैं बिना डरे। वास्तव में उन पर सलाम और गर्व करें कि खुद की जान खतरे में डालकर हमारी जान बचा रहे हैं। खुद के परिवार से दूर रहकर हमारे परिवार को पास ला रहे हैं तो क्या हम इनके लिए कुछ दिन घर पर नहीं रह सकते तो कृपा करके घर पर रहेगी यह सब हमारे लिए इतना कुछ कर रहे हैं तो हम इनके लिए थोड़ा तो कर ही सकते हैं वह डॉक्टर और नर्स जो पूरे दिन हॉस्पिटल में कोरोना के मरीज के बीच में रहकर अपनी जान खतरे में डाल रहे हैं तो हम उनके लिए घर पर रह सकते हैं।वह पुलिस जो सबके घर पर जाकर सबको प्रोटेक्ट कर रही है। उन्हें लोग पत्थर से मार रहे हैं। क्यों क्योंकि पुलिस आपको बाहर जाने से रोक रही है लेकिन वह आप के खातिर है उनके खातिर नहीं।कृपा इन ए सपोर्टर प्रोटेक्ट करें वह इंडियन आर्मी जो हमेशा हमें प्रोटेक्ट कर रही है। उन्हें सपोर्ट करें और हां हम उन्हें कैसे भूल सकते हैं जो इस वायरस में भी हमारे शहर गांव गली को साफ कर रहे हैं। उन्हें भी सपोर्ट करिए यह सभी आपकी जिंदगी बचाने के लिए काम कर रहे हैं नहीं कि खुद के लिए कृपया इन्हें सपोर्ट करें और घर पर रहिए सिर्फ रहिए और इस वायरस में भी कुछ लोग इसकी मदद कर रहे हैं। जैसे कि कुछ लोग करो ना मरीजों के लिए पैसे दे रहे हैं। कुछ लोग गरीबों को खाना दे रहे हैं। इन्हें भी धन्यवाद। यह सब हमारे देश के लिए लड़ रहे हैं इनको जितना धन्यवाद बोले उतना कम है और अभी जो आगे गवर्नमेंट का फैसला होगा उसका साथ दीजिएगा। मैं इनके लिए दो लाइन कहना चाहती हूं
अपने परिवार को छोड़कर वे हमें बचाते हैं। शांत रूप से वे प्रकाश देने वाले सूर्य के समान हैं ताकि हमारा देश उज्ज्वल हो सके। रखो स्वछता अब किसी से डरो ना।
बिना काम के आप घूमो फ़िरो ना।
मेरा भाषण पढ़ने के लिए धन्यवाद।
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