कवि कर्मवीर सिंह द्वारा कोराना पर देश को संदेश

एक आईना भारत
सोजत
 कवि कर्मवीर सिंह द्वारा कोराना पर देश को संदेश
कोरोना महामारी के चलते देश का हर वर्ग अपने तहे दिल से देश सेवा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। जहां एक ओर प्रशासन,पुलिस,चिकित्साकर्मी, एवम् अन्य सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा इस महामारी के बचाव में फ्रंट वॉरियर्स के रूप में दिन प्रतिदिन झुंझ रहे हे वहीं लोक डाउन के दौरान साहित्य,गायन,भजन भी सोशल मीडिया पर धूम मचा रहे हैं।देश के प्रख्यात भजन सम्राट अपने भजनो ,गीतोंं के माध्यम से लोगों को इस महामारी के भय से मुक्त रखने का प्रयास कर रहे हैं।
साहित्य सेवा से जुड़े राजस्थानी कवि गीतकार स्व अमर सिंह राजपुरोहित चाड़वास के पुत्र कवि गीतकार कर्मवीर सिंह राजपुरोहित भी इन दिनों अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए कोराना महामारी पर अपनी राजस्थानी गीतों ओर कविताओं के माध्यम से लोगों को महामारी से सावधानी बरतने का संदेश जन जन तक पहुंचा रहे है। हाल ही में इस महामारी पर स्वरचित गीत "चिनीड़ौ कुचमादी भायां, महामारी फैलायो रै,कोरोनो वायरसियो देखो सब ने किया तायो रै" को सोशल मीडिया पर गा कर लॉक डाउन,सोशल डिस्टेन्सिगं, मास्क पहनने जैसी आवश्यक सावधानियों से  लोगों को अवगत करा रहे हैं। साथ ही विभिन्न राजस्थानी गीतों व कविताओं के माध्यम से सोशल मीडिया पर लॉक डाउन के दौरान लोगों को घर बैठे महामारी के इस तनाव को कम करने का सार्थक प्रयास कर रहे हैं।
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