सिरोही - कोविड 19 ड्यूटी से परेशान शिक्षक द्वारा आत्महत्या की निष्पक्ष जांच की मांग

दोषी अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही हो - धर्मेंद्र गहलोत 

एक आईना भारत सिरोही

हितेश कुमार रावल

सिरोही | राजस्थानशिक्षक संघ  (प्रगतिशील) के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेंद्र गहलोत ने मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजकर कोविड-19 की ड्यूटी में शिक्षक द्वारा आत्महत्या करने की निष्पक्ष जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ़ कठोर सजा की मांग सरकार से की है । गहलोत ने भेजे ज्ञापन में बताया कि राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 में शिक्षकों की डयूटी रोटेशन से लगाने के आदेश अधिकारियों को दीये गये है, तथा कल शुक्रवार को ही शिक्षामंत्री द्वारा शिक्षकों की डयूटी कोविड-19 के अतिरिक्त अन्य गैर शैक्षणिक कार्यो में नहीं लगाने का आदेश जारी किया है, लेकिन फीर भी अधिकारियों द्वारा सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाकर कोविड-19 की आड़ में मनमाने आदेश जारी करके शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, जिससे परेशान होकर शिक्षक आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे है । सिरोही जिले में भी रेवदर सहित कुछ  ब्लॉक के अधिकारियों द्वारा कोविड-19 की आड़ में मनमाने आदेशों द्वारा शिक्षकों को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है, इस तरह के आदेशों से मानसिक रूप से परेशान होकर रेवदर तहसील में भीमाराम राणा नामक शिक्षक ने आत्महत्या की है, जो बीएलओ के रूप में नियुक्त था तथा बीएलओ के लिए भी अधिकारियों  द्वारा  कोविड-19 की ड्यूटी की आड़ में मनमाने आदेश विभिन्न विभागों के कार्यो को करने के लिए आये दिन जारी किए जा रहे है । गहलोत ने कोविड-19 की ड्यूटी में शिक्षक द्वारा आत्महत्या करने पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए अधिकारियों की मनमानी पर गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए दोषी अधिकारियों को कठोर सजा दिलाने एवं शिक्षकों बीएलओ जैसे गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त करने की मांग सरकार से की है ।

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