टिड्डियों का सबसे बडा़ हमला, एक तरफ खाई दूसरी तरफ कुआं अधर में किसान

खरीफ की फसल बुवाई के बाद टिड्डियों के हमले से किसानों को भारी नुकसान
मारवाड़ उपखंड क्षेत्र के गांवों में खरीफ की फसल बुवाई के बाद टिड्डियों ने एक बार फिर बडा़ हमला कर दिया। बुवाई के बाद बिज अंकुरित होने के बाद पौधों के धरा से मुँह बाहर निकालते ही टिड्डियों ने एक साथ लाखों की संख्या में हमला बोल कर फसलों को चट कर गई। खरीफ की फसल बुवाई से पहले हुए टिड्डियों के हमले से नुकसान की आशंका को कम आंका गया था क्योंकी उस समय रबी की फसल कटाई हो चुकी थी लेकिन अब खरीफ की फसलों की बुवाई भी कर दी गई और बिज अंकुरित होकर पौधे के रूप में धरती से बाहर निकल आए इसलिए इस समय टिड्डियों का हमला सर्वाधिक नुकसानदायक रहा। एक तरफ  "इंद्र देव से आस लगाए किसान" बारिश का इंतजार कर रहें हैं और दूसरी तरफ टिड्डियां फसलों को चट कर जा रहीं हैं। किसानों के लिए दोहरी समस्या पैदा हो गई। किसानों के लिए टिड्डियों का यह हमला "एक तरफ खाई दूसरी तरफ कुआं साबित हुआ, बारिश न आए तो फसलें जल जाएं, टिड्डियां आई फसलों को चट कर गई। 

आसमान में बादल की जगह मंडरा रहीं टिड्डियां
क्षेत्र के किसान इस समय बारिश की आस लगाएं बेसब्री से इंतजार कर रहें हैं। भगवान ने बारिश की जगह टिड्डियों को भेज दिया आसमान में इस समय बारिश के बादल मंडराने गरजने चाहिए इस वक्त टिड्डियां मंडरा रहीं हैं। इस हमले से उपखंड क्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान उठाना पडा़।  रिसाणियां, बाली, मांडा, कोलपुरा, निम्बलि, दुदौड़, रेवडिया, खारिया सोढा़, भैंसाणा, बिजलीयावास, जोड़ दुदौड़, अकावास के साथ उपखंड क्षेत्र के कई गांवों में टिड्डियों ने दस्तक दी व फसलों को नुकसान पहुंचाया।

चिंता परिवार को पालने की
टिड्डियों के हमले से किसान चिंतित नजर आए। कोरोना काल से सभी प्रकार के व्यवसाय ठप हो गए। राज्य से बाहर व्यापार करने वाले प्रवासी कोरोना काल से घर लौट आए। जहां तहां से पैसों की व्यवस्था कर किसानों ने हजारों रूपये लगाकर खेतों को तैयार कर निराई गुडा़ई जुताई कर फसल बोई। टिड्डियों के लगातार हमले व प्रशासन के द्वारा काबू न कर पाने के कारण किसानों की आस पर पानी फिरता दिख रहा हैं। क्षेत्र के किसानों के ज्यादातर पुत्र बाहर व्यवसाय कर रहें थे कोरोना की वजह से वे व्यवसाय बंद कर घर लौट आए। किसानों को स्वयं के साथ उनके पुत्रों के परिवार को पालने की चिंता सता रही हैं। 
दुदौड़ सरपंच लक्षमण राम ने किसानों को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग करते हुए कहा की इस हमले में किसानों को सर्वाधिक नुकसान हुआ अगर सरकार द्वारा किसानों की समय पर सहायता नहीं की गई तो किसानों की आर्थिक रूप से कमर टुट जाएगी।

टिड्डी दल दो दलो में बंट कर एक दल सोजत की ओर व दूसरा दल रिसाणियां की ओर निकला हैं। टिड्डियों के मुवमेंट पर पर नजर रखी जा रही हैं जहां पडा़व डालेगी वहां स्प्रे कर काबू पाने का प्रयास किया जाएगा। : ईओ कृषि विभाग मारवाड़ जंक्शन


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