खरीफ पर टिड्डी का संकट, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें
संवाददाता कैलाश सिंह राजपुरोहित
बड़ी संख्या के करीब होगी इस बार खरीफ की बुवाई
घाणा :- कस्बे में किसानों ने खेती में खरीफ की फसल की बुवाई शुरू कर दी है, लेकिन टिड्डी दल ने उनके माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है! पश्चिमी राजस्थान में टिड्डी दल के प्रकोप के कारण खरीफ पर संकट छाया हुआ है! किसानों ने इस बार लॉकडाउन व कोरोना महामारी की वजह से प्रवासियों ने भी खेतों में बुवाई की है! वही आसमान में टिड्डी को देखकर किसान घबरा रहे हैं! इधर कस्बे में प्रशासन व कृषि विभाग के पास कोई उपाय टीड्डी से निपटने के लिए नहीं है ऐसे में किसानों की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है समय पर टिड्डी को नहीं रोका गया तो बुवाई से उपजने वाली पौध को नुकसान पहुंच सकता है!
सभी पड़ोसी जिलों में टीड्डी दल का पडाव
जालौर जिले के पड़ोसी जिले बाड़मेर, पाली, सहित कई जिलों में इन दिनों टिड्डी का पडाव है! घाणा सहित आस - पास कस्बे में टिड्डी का प्रकोप है, वर्तमान में कस्बे में खरीफ की बुवाई शुरू हो चुकी है! किसानों ने ग्वार, बाजरा, ज्वार, मुगं, मोठ, तिल की बुवाई शुरू कर दी है! अभी छोटे छोटे पौध निकलने लगे हैं, ऐसे में टिड्डी किसानों को भारी नुकसान पहुंचा सकतीं है!
किसानों ने आवाज लगाकर उडाए टिड्डी दल
यह तय है कि खरीफ की मुंबई के बाद भी की थी इस बार किसानों को सताएगी सभी जगह प्रशासन व कृषि विभाग का पहुंचना मुश्किल है ऐसे में कृषि विभाग ने अपील की है कि किसान खुद ही अपने स्तर पर टिड्डी को उड़ाएँ
इनका कहना है :-
काश्तकार सतर्क रहें :-
खरीफ की बुवाई शुरू हो चुकी है टिड्डी का संकट रहेगा, किसान सतर्क रहें!
अणदाराम/ प्रकाश पटेल - किसान
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