देवी ममता ने किया महामारी के नाश हेतु महायज्ञ
माँ भगवती के ग्यारह हजार एक सौ आठ मंत्रो की दी आहुतियाँ
मजदुर वर्ग के लोगों की बढ़ती परेशानी को देखते माँ भगवती से की प्रार्थना
कोरोना के संक्रमण के प्रभाव से बचने हेतु दुर्लभ जड़ी बूटीयों का प्रयोग
एक आइना भारत / प्रकाश इन्दलिया
नागौर। विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय, नागौर में हरतालिका तीज के अवसर पर प्रसिद्ध कथा वाचिका देवी ममता ने संत गोविन्दराम महाराज के सानिध्य में कोरोना वायरस की समाप्ति एवं संक्रमण को रोकने हेतु महायज्ञ का आयोजन किया।
कथा प्रभारी हरेन्द्र गौड ने बताया कि इस महामारी से ग्रसीत लोगों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। इस हालात में मजदूर वर्ग के जो लोग हैं, उनकी तो आर्थिक कमर पुरी तरह से टुट चुकी है। करोड़ो लोगो की हालात नाजूक है, ऐसे में नागौर जिले में फिर 22 व 23 तारीख को पुर्ण रूप से लाॅकडाउन लगा हैै।
ऐसी विकट परिस्थितीयों में कथा वाचिका देवी ममता ने लोक कल्याण हेतु एक बड़ा ही सुन्दर फैसला लिया, जिसमें उन्होंने विशेष कोरोना नाशक वेदमंत्रों के द्वारा विशेष जड़ी-बूटी से युक्त हवन सामग्री से ''जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी, दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा नमोस्तु ते।'' इस मंत्र का 11108 बार जाप करते हुए महायज्ञ में आहुतिया दी गई। पश्चात् देवी ममता ने महामारी की समाप्ति के लिए माँ भगवती से प्रार्थना की।
हरेन्द्र गोड़ ने बताया कि हवन सामग्री में चावल, शुद्ध घी, गुड़, कपूर, गिलोय, लौंग, इलायची, अगर, तगर, जटामासी जैसी औषधियुक्त सामग्री मिलाकर आहूति प्रदान करने से निकलने वाला धुआं कीटाणुओं का नाश करता है। संक्रमण के प्रभाव को कम करता है एवं शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है।
Tags
nagour