बागरा कस्बे में 21 सितंबर की रात शराब ठेके के सामने हुई युवक की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। हत्या ताना मारने से उपजे विवाद के बाद सिर पर पत्थर मारकर की गई। मामले में आरोपी श्रवण कुमार (38) पुत्र पोलाराम मेघवाल निवासी बागरा को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक मृतक शिवलाल उर्फ भादू 21 सितंबर रात को शराब ठेके के पास ही बंद अंडों की केबिन के पास झाडिय़ों में बैठकर शराब पी रहा था।
उसी दौरान वहां श्रवण भी आ गया। वो भागली निवासी डूंगाराम मेघवाल की तलाश में आया था। उन दोनों के बीच सुबह उसी जगह पर झगड़ा हुआ था, जिसमें डूंगाराम ने श्रवण की आंख पर मुक्का मार दिया था। इसी का बदला लेने श्रवण ठेके पर आया। यहां पहले से मौजूद मृतक शिवलाल ने उसे ताना मारते हुए कहा कि तेरा तो डूंगाराम ने गुरूर ही उतार दिया। ऐसे तो मोहल्ले में तू डोन बना घूमता हैं। इससे आरोपी तैश में आ गया और उसने शिवलाल के सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी। मामले में मृतक के चचेरे भाई ने हत्या का मामला दर्ज करवाया था।
भागने की फिराक में था आराेपी, पुलिस ने दबाेचा, पांच दिन तक करता रहा गुमराह : पुलिस के अनुसार हत्या के अगले दिन सुबह ही आरोपी भागने की फिराक में था। उसने बैग जमा लिए थे और फरार हाेने वाला था, लेकिन पुलिस ने मामले में 12 संदिग्धों काे पकड़ा जिसमें श्रवण भी शामिल था। पुलिस उसे पकड़कर थाने ले आई लेकिन आरोपी पुलिस काे गुमराह करता रहा। सख्ती से पूछताछ की ताे आरोपी टूट गया और वारदात करना कबूल लिया।
डूंगाराम से बदला लेने आया था, शिवलाल काे मार दिया
बागरा में बिजली घर के पास खाली प्लॉट में शराब ठेके पर सोमवार को दिन में भागली निवासी डूंगाराम और आरोपी श्रवण के बीच झगड़ा हुआ था। उस दौरान तो लोगों ने समझाइश कर मामला निपटा दिया था। लेकिन दोनों के बीच हुए झगड़े में आरोपी की आंख पर गहरी चोट लग गई थी। उसी का बदला लेने वह देर शाम को फिर ठेके पर आ गया। उसे वहां डूंगाराम नहीं मिला, लेकिन ठेके के सामने झाड़ियों के बीच बैठे शिवलाल से उसका विवाद हो गया। मृतक शिवलाल ने उसे ताना मार दिया, जिससे आरोपी ने आवेश में आकर शिवलाल की हत्या कर दी।
गिरफ्तारी की मांग पर अड़े परिजनों ने तीसरे दिन उठाया था शव, हत्या की जताई थी आशंकाबागरा के शिवलाल उर्फ भादू की मौत के बाद परिजनों सहित बड़ी तादाद में ग्रामीण थाने के सामने एकत्रित हो गए थे। मामले में परिजनों सहित ग्रामीणों ने सिर में पत्थर मारकर हत्या की आशंका जताई थी। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव उठाने से इनकार कर दिया था, जिसके चलते शव अस्पताल की मोर्चरी में पड़ा रहा।
इस बीच पुलिस अधिकारियों ने मामले का जल्द खुलासा करने का भरोसा दिलाया, लेकिन वे नहीं माने। आखिर तीसरे दिन मेघवाल समाज के प्रबुद्धजनों की पुलिस से वार्ता हुई। उसमें सहमति बनी और परिजनों ने तीसरे दिन शव उठाया। इस दौरान पुलिस ने करीब 12 संदिग्धों को थाने लाकर पूछताछ की। जिससे कड़ी जुड़ती गई और मौत का खुलासा हो गया।
ऐसे खुला हत्या का राज : युवक की हत्या के बाद पुलिस अधीक्षक श्यामसिंह के द्वारा एएसपी सत्येन्द्रपाल सिंह के निर्देशन तथा जयदेव सिहाग सीओ के सुपरविजन एवं थानाधिकारी रामसिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाएं। वहीं सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। मामले में संदिग्धों की सीडीआर निकलवाकर पूरी पड़ताल की गई। जिसमें भागली निवासी डूंगाराम मेघवाल व बागरा निवासी श्रवण कुमार मेघवाल के आपस में शराब ठेके पर झगड़ा होने की जानकारी सामने आई। इसके बाद दाेनाें काे थाने लाकर पूछताछ शुरू की गई।