एक आइना भारत / नागौर
विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय, नागौर में महाराष्ट्र से झंवर परिवार का आगमन हुआ। जो तीन दिनों के यहां रूककर गो माता की सेवा कर रहे है। झंवर परिवार ने नन्दा कामधेनु से पुत्र प्राप्ति की मन्नत मांगी जो एक साल बाद नन्दा कामधेनु की कृपा से पुत्र की प्राप्ति हुई उनका नाम प्रथमेश झंवर जोे अभी 9 साल का हो गया। झंवर परिवार 10 सालों से गो चिकित्सालय से जुड़े हुए है और प्रतिवर्ष आगमन होता रहता है, संतो के सानिध्य में सत्संग करते है। उनका समय-समय पर अच्छा सहयोग रहता है। प्रसिद्ध कथा वाचिका देवी ममता द्वारा भागवत् कथा भी करवाई है।
गो चिकित्सालय के व्यवस्थापक श्रवणराम बिश्नोई ने बताया कि महामण्डलेश्वर स्वामी कुशालगिरी महाराज व प्रसिद्ध कथा वाचिका देवी ममता के सानिध्य में आयोजित सत्संग कार्यक्रम की शुरूआत भजन-कीर्तन, प्रवचन धर्ममय वातावरण के साथ की गई ।
सत्संग के महत्व का वर्णन करते हुए महामंडलेश्वर ने बताया कि जीवन में हमेशा बड़ों का आदर करना चाहिए। उच्च स्तरीय शिक्षा के साथ-साथ में अच्छे संस्कार भी होना चाहिए। अच्छे संस्कारों की बदौलत ही हमे अपने गुणों से पहचाने जाते है और यही संस्कार हमारी संस्कृति को बचाए रखते है। आज हमारे देश की संस्कृति यहां से अच्छे संस्कारों के कारण ही विश्वभर में प्रसिद्ध है। बचपन में माता-पिता,गुरू अच्छे संस्कार देते है। वहीं बड़ों की भूमिका भी अच्छे संस्कार देने में अहम होती है।
कथा वाचिका देवी ममता ने बताया कि गुरू,माता-पिता व संतो के बताये मार्गो पर चलना चाहिए। ऐसा व्यक्ति हमेशा अपने जीवन में आगे बढ़ता है। जीवन के विकास के लिए गुरू की महत्त्वपूर्ण भूमिका मानी गई है। गुरू,माता-पिता व संतों का सानिध्य,प्रवचन,आशीर्वाद और अनुग्रह जिसे भी भाग्य से मिल जाए उसका तो जीवन कृतार्थता से भर उठता है।
सत्संग कार्यक्रम में फूलचन्द मुंदड़ा एण्ड पार्टी द्वारा दी गई शानदार भजनों की प्रस्तुतियों पर पधारे हुए सभी यात्रियों ने भावविभोर होकर आनन्द लिया।
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