Newsदेश की गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास - पटेल

मध्यप्रदेश कृषि मंत्री कमल पटेल ने गौ चिकित्सालय में पधारे
पीड़ाग्रस्त गोवंश की सेवा देख हुए अभिभुत   

देश की गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास - पटेल

मध्यप्रदेश में भी नागौर जैसा विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय बनाना है इस हेतु नागौर से प्रेरणा लेने आये है - मंत्री पटेल

नागौर । विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय में मध्य प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल का अपने परिवार व टीम के साथ आगमन हुआ।
गो चिकित्सालय के व्यवस्थापक श्रवणराम बिश्नोई ने बताया कि सत्संग भवन में मंत्री व सभी टीम का मंत्रोच्चारण कर तिलक, पुष्पमाला व साफा पहनाकर धुमधाम से स्वागत सम्मान किया। इस दौरान गायक करणाराम एण्ड पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी गई।
          पश्चात मंत्री ने महामण्डलेश्वर के सानिध्य में अनाथ बछड़ो को दूध पिलाया। नन्दा कामधेनु को तिलक व पुष्पमाला पहनाकर आशीर्वाद लिया। मंत्री ने विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय का बारिकी से निरीक्षण किया। 
             इस दौरान मंत्री पटेल ने बताया कि मध्यप्रदेश में भी इस विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय से प्रेरणा लेकर मध्यप्रदेश में भी ऐसा गो चिकित्सालय बनाने का प्रयास करेगें और इस हेतु महाण्डलेश्वर से अनुभव का सहयोग मांगा । मंत्री ने महामण्डलेश्वर से कहा आप टीम सहित म.प्र. आकर हमे सहयोग करें गो चिकित्सालय निर्माण हेतु उचित दिशा-निर्देश देवें साथ इस शुभ कार्य हेतु आपको मध्यप्रदेश में एक सप्ताह रूकना होगा। महामण्डलेश्वर ने मंत्री पटेल को आश्वासन देते हुए कहा मैं ज्यादा तो नहीं परन्तु दो से तीन दिन रूककर आपको पूरा सहयोग करूंगा, पर मेरी टीम आपके यहां एक सप्ताह रूककर पूरा सहयोग करेगी। मंत्री का मानना है नागौर में जिस प्रकार बीमार व दुर्घटनाग्रस्त गोवंश की चिकित्सा सेवा हो रही है ऐसी अन्यत्र कहीं नहीं। 
            इस दौरान मंत्री ने उपस्थित गोभक्तो को बताया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के नेतृत्व में हम गो हत्या पर प्रतिबंध लगाने का कानून लेकर आये। हमने गो संरक्षण और सवंर्धन के लिए एक अच्छा निर्णय लिया है, गोपाष्टमी पर हमने पहली गो कैबिनेट बनाई है इसमें मुख्यमंत्री के 6 मंत्री एवं 6 विभाग शामिल है इस पहली गो कैबिनेट में गोवंश की रक्षा के लिए जो भी कदम उठाने पड़ेगें, उठायेगें। प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए गोधन का इस्तेमाल किया जाएगा। स्वावलंबन के लिए गौमाता की अवधारणा को लागू करेगें। गो अभयारण की जमीन पर चारा उगाया जाएगा। गोवंश के इलाज के लिए संजीवनी योजना चालू की जाएगी, गोवंश के लिए राज्य वित्त आयोग फंड का इंतजाम करेगें। 
            इस मौके पर मंत्री के साथ विरेन्द्र डूडी (रतकुड़ीया सरपंच), राजेश पटेल, सुबोध पटेल, किर्ती पटेल, रामेश्वर पटेल, कन्हैयालाल पटेल, प्रभुसिंह पटेल, चंचल पटेल, कृतिका पटेल व  आस-पास गांवों के अनेक गोभक्त उपस्थित रहे।
और नया पुराने