Newsज्योतिबा फुले की 130 वीं पुण्यतिथि पर कथा वाचिका ने की पुष्पांजलि अर्पित

ज्योतिबा फुले की 130 वीं पुण्यतिथि पर कथा वाचिका ने की पुष्पांजलि अर्पित

समाज सुधारक फुले अपने क्रांतिकारी विचारों द्वारा हमारे बीच आज भी अमर -देवी ममता

कथा वाचिका ने किया देश के  प्रसिद्ध समाज सुधारक को नमन्


एक आइना भारत / नागौर

नागौर में हनुमान बाग में स्थित ज्योतिबा फुले पार्क में भारतीय सामाजिक क्रांति के जनक कहे जाने वाले महात्मा ज्योतिबा फुले की 130 वीं पुण्यतिथि पर प्रसिद्ध कथा वाचिका देवी ममता ने उनकी मूर्ति पर पुष्पमाला पहनाकर व श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया। 
भागवत कथा मीडिया प्रभारी कंचन पंचारिया बताया कि देवी ममता ने इस अवसर पर उनकी संघर्षमय जीवन गाथा को एक मिसाल बताते हुए सभी से उनके बताए मार्ग पर शिक्षाओं पर चलने का आवाहन किया। उन्हांेने कहा कि वह एक महान विचारक, कार्यकर्ता, समाज सुधारक, लेखक, दार्शिनिक, संपादक और क्रांतिकारी थे। उन्होेनें जीवन भर निम्न जाति महिलाओं और दलितो के उद्धार के लिए कार्य किया।  इस कार्य में उनकी धर्मपत्नी सावित्री फुले ने पूरा योगदान दिया। 
  समाजोत्थान के अपने मिशन पर कार्य करते हुए ज्योतिबा ने 24 सितंबर 1873 को अपने अनुयायियों के साथ 'सत्यशोधक समाज'  नामक संस्था का निर्माण किया वह स्वंय इसके अध्यक्ष थे इस संस्था का मुख्य उद्ेश्य शूद्रो और अति शूद्रों को उच्च जातियों के शोषण से मुक्त करना था। 
 इस दौरान देवी ममता ने बताया कि ज्योतिबा फुले एक अच्छे समाज सुधारक थे उनके बताए रास्ते पर सभी को चलना चाहिए। उन्होनें हमारे देश में नारी शिक्षा पर बल दिया था, हम सभी को उनके आदर्शो पर चलना चाहिए। देश से सबसे अच्छे समाज सुधारक भले ही हमारे बीच ना हो लेकिन उनकी सोच हमेशा जीवित रहेगी। 
इस अवसर पर साँखला कलर लैब के मालिक कानाराम साँखला, अर्जुन नाथ, युवा नेता मुलचंद साँखला, लीलाधर लखारा,विमलेश गोदारा, रामनिवास राड़ एवं अशोक योगी इत्यादि उपस्थित थें।
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