एक आईना भारत
नौकरी के लिए तैयारी कर रहे युवाओं
फरवरी पाली सिटी बिना कोचिंग 5 साल में सात सरकारी नौकरी पाई, अब आरएएस बनना लक्ष्य
कहते है कि कुछ करने का जज्बा व लक्ष्य के प्रति समर्पण हो तो कोई काम कठिन नहीं होता। इसे सच साबित कर दिखाया है नागौर के मेडता सिटी के मुंगदडा गांव के मनोज खुडखुडिया ने। मनोज ने पांच साल में सात सरकारी नौकरियांें की परीक्षा उŸाीर्ण कर मिसाल पेश की है। यह ऐसे युवाओं के लिए प्रेरणा भी है जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है। मनोज अभी पाली के जिला अल्पसंख्यक कार्यालय में कनिष्ठ लेखाकार है और आरएएस व काॅलेज व्याख्याता की तैयारी कर रहे है। मनोज का कहना है कि उनकी सम्पूर्ण पढाई सरकारी स्कूल में हुई है। बडी बात है कि मनोज ने यह सभी परीक्षाऐं बिना किसी कोचिंग किए तथा सरकारी सेवा के दौरान पास की है। सरकारी सेवा के दौरान ही मनोज ने सबसे पहले जोधपुर उच्च न्यायालय 2016 में कनिष्ठ न्यायिक सहायक परीक्षा उŸाीर्ण की। इसी दौरान पटवारी, हाॅस्टल वार्डन एवं ग्राम सेवक, एलडीसी ग्रेड द्वितीय 2013 व 2018 की परीक्षा में भी चयन हुआ, लेकिन समान वेतनमान होने के कारण उन्होंने कार्यग्रहण नहीं किया। इसके बाद कनिष्ठ लेखाकार के पद पर चयन होने पर कार्यग्रहण किया।
मनोज के पास 2017-18 में पाली अल्संख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय के साथ ही जिला रसद विभाग पाली व जोधपुर में अल्संख्यक कार्यालय में अतिरिक्त चार्ज दिया गया। इसी दौरान मनोज ने राजनीति विज्ञान से एमए प्रथम श्रेणी से उŸाीर्ण की और आरएएस 2016 व 2018 तथा एसआई प्री परीक्षा 2016 में सफलता हासिल की। क्षैत्र के लोगों ने सफलता को लेकर खुशियां जताई तथा बधाई दी।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयार के लिए मनोज ने कभी भी काॅचिंग का सहारा नहीं लिया। उनके घर खुद की लाईबे्ररी है। इस लाईब्रेरी में संविधान, इतिहास, भूगोल, गणित, हिन्दी, अंग्रेजी व राजस्थानी भाषा सहित एनसीईआरटी की 400 से अधिक पुस्तकें है। मनोज का हाल ही में राजस्थानी साहित्य में व्याख्याता पद पर चयन हुआ है। मनोज ने सात नौकरियों में से चार सामान्य श्रेणी एवं 3 ओबीसी श्रेणी से प्राप्त की है।
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