राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना के तहत विनिर्माण एवं सेवा उ़द्यमों में छूट का प्रावधान





राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना के तहत विनिर्माण एवं सेवा उ़द्यमों में छूट का प्रावधान

जालोर ( श्रवण कुमार  ) राज्य सरकार द्वारा संचालित राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2019 के तहत पात्र विनिर्माण एवं सेवा उद्यमों के लिए निवेश अनुदान-एसजीएसटी का 75 प्रतिशत, रोजगार सृजन अनुदान-श्रमिकों के ईपीएफ व ईएसआई के नियोक्ता के अंशदान का न्यूनतम 50 प्रतिशत पुनर्भरण तथा विद्युत कर, मण्डी शुल्क, भूमि कर के 7 वर्षों के लिए शत-प्रतिशत छूट एवं स्टाम्प ड्यूटी व भूमि रूपान्तरण शुल्क में शत-प्रतिशत छूट का प्रावधान है।  जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा देश में राज्य को सबसे पसंदीदा गंतव्य के रूप में स्थापित करने तथा रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2019 शुरू की गई थी जिसकी प्रभावी अवधि मार्च 2026 तक हैं। अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए योजनान्तर्गत थ्रस्ट सेक्टर्स के लिए अतिरिक्त प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है। योजना में विनिर्माण क्षेत्र में 26 (कृषि प्रसंस्करण, ऑटो-कम्पोनेन्ट, बायो- टेक्नोलोजी, सेरेमिक एण्ड ग्लास, केमिकल, डेयरी, डिफेन्स, दिल्ली मुम्बई इण्डस्ट्रीयल कॉरिडोर (डीएमआइसी) एरिया के उद्यम, इलेक्ट्रीक व्हीकल, इलेक्ट्रोनिक सिस्टम डिजाईन-निर्माण, फुड प्रोसेसिंग, जेम्स एण्ड ज्वेलरी, हेण्डीक्राफ्ट, औद्योगिक गैस, चमड़ा, जूते एवं सह-उत्पाद, एम-सेण्ड, मेडिकल डिवाईस निर्माण, खनिज आधारित निर्माण, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, पेट्रोलियम सहायक उ़द्यम, पेट्रोकेमिकल, दवा निर्माण, सौर ऊर्जा उपकरण, स्टार्ट-अप्स, टेक्सटाइल, विंडटर्बाइन निर्माण क्षेत्र) एवं सेवा क्षेत्र में 12 (दवा निर्माण क्षेत्र में कोल्ड चेन, कॉमन युटिलिटी सेन्टर, औद्योगिक पार्क, कृषि उत्पाद संरक्षण व मूल्य संवर्धन के लिए आधारभूत सुविधा, सूचना प्रौ़द्योगिकी पार्क, सूचना प्रौद्योगिकी उद्यम, लॉजिस्टिक इन्फ्रास्टक्चर, प्लग एण्ड प्लेऑफिस कॉम्पलेक्स, स्टार्ट-अप्स, सामाजिक आधारभूत सुविधा, टेस्टिंग व रिसर्च प्रयोगशाला एवं पर्यटन) सेक्टर्स को थ्रस्ट सेक्टर्स के रूप में सम्मिलित किया गया है। राज्य के संतुलित क्षेत्रीय विकास के लिए पिछड़े, अति पिछड़े जन जातीय क्षेत्र, पहाड़ी, मरूस्थलीय क्षेत्रों में निवेश के लिए जाने पर भी अधिक परिलाभ देय है।
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