बस सुविधा के अभाव में टेवाली से खैरवा तक राहगीर पैदल जाने में मजबूर

बस सुविधा के अभाव में टेवाली से खैरवा तक राहगीर पैदल जाने में मजबूर 

 गर्म दोपहर की धूप में सामान कन्धे पर लेकर पैदल यात्रा करने में हो रही हैं परेशानी, प्रशासन मौन 

एक आईना भारत /अशोक राजपुरोहित 


खरोकडा / सामाजिक कार्यकर्ता कल्पेश सैन खैरवा ने बताया कि टेवाली से सापुनी,शिवपुरा,वडेरावास तथा खैरवा जाना हो तो निजी वाहन मिल जाये तो आपकी किस्मत हैं नही तो पैदल ही चलना पड़ता हैं। खासकर किसी महिला को अकेला जाना पड़े या बीमार हो जाने की स्थिति में अस्पताल जाना पड़े तो सरकारी बसे तो इस  रूट में चलती ही नही है पर निजी वाहन सुविधा भी समय पर उपलब्ध नही होने से हालात खराब हो जाते हैं। आजादी के 73 सालों बाद भी जहाँ सरकारें आधुनिक भारत की बाते करती हैं जो यहाँ खोखली ही साबित हो रही हैं। क्षेत्रवासियों ने बताया हैं कि इस रूट पर सरकार तथा प्रशासन जल्द से जल्द कोई कदम नहीं उठाती हैं या जनता की आम समस्या का समाधान नही करती हैं तो जनांदोलन किया जायेगा । गर्मी के मौसम में पैदल चलने में काफी परेशानी होती हैं तथा सुनसान एवं जंगल होने से महिलाओं के साथ लूटपाट एवं अनहोनी की घटनाएं होने की आशंका बनी हुई रहती हैं। पैदल यात्रा कर रही महिलाओं ने कहाँ की नेताओं को वोट लेने होते हैं, उस समय आते हैं तथा आश्वासन देकर चले जाते हैं। उसके बाद 5 सालों तक सामने तक नही देखते हैं। जिससे आम व्यक्ति ठगा सा महसूस करता हैं। आसपास के ग्रामीणों एवं महिलाओं ने आक्रोश व्यक्त किया ।
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