औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाला रंगीन पानी किसी भी सूरत में नदी, नालों में प्रवाहित न हो।





एक आईना भारत
पाली सिटी 

औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाला रंगीन पानी किसी भी सूरत में नदी, नालों में प्रवाहित न हो।

मार्च।पाली सिटी जिला कलक्टर अंश दीप ने भू-जल विभाग से रेगूलर अण्डरग्राउण्ड वाॅटर सैम्पलिंग करने तथा इसकी रिपोर्ट आवश्यक रूप से जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। 
जिला कलक्टर ने यह निर्देश सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के निर्देशों की पालना की समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने इस दौरान परिवहन विभाग से अवैध टैंकरों के परिचालन व उनके मार्गो की रिपोर्ट मांगी साथ ही नगर परिषद से एसटीपी से किए जा रहे घरेलू कनेक्शनों की साप्ताहिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि एनजीटी के निर्देशों की पालना में औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाला रंगीन पानी किसी भी सूरत में नदी, नालों में प्रवाहित न हो पाए इसके लिए एक्शन प्लान बनाकर कार्य करने की जरूरत है। जिला कलक्टर ने नियमित सैम्पलिंग कर सीओडी लेवल पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के साथ कैमिकल युक्त पानी के स्त्रौत का पता लगाने को कहा। उन्होंने नगर परिषद को रिहायसी क्षेत्रों में संचालित औद्योगिक इकाईयों का सर्वे करने व स्ट्रोंग वाॅटर ड्रेन में मिलने वाले गैर उपचारित पानी की रोकथाम पर रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए।  
उन्होंने कहा कि नगर परिषद के माध्यम से आबादी क्षेत्रों में संचालित हो रही औद्योगिक इकाईयों के खिलाफ म्यूनिसिपल एक्ट के तहत कार्यवाही का प्रावधान है। सर्वे पूर्ण हो जाने के बाद नगर परिषद के अधिकारी इस एक्ट के तहत ऐसी औद्योगिक इकाईयों के खिलाफ कार्यवाही करे। उन्होंने रीको के अधिकारियों से केमिकल युक्त पानी के स्त्रौतों का पता लगाने के लिए लगाए गए रोको के रखरखाव व निरीक्षण करने की हिदायत दी तथा इस संबंध में पिछले दिनों की गई कार्यवाही की रिपोर्ट मांगी। जिला कलक्टर ने सीईटीपी संख्या 6 के आउटलेट पर सैम्पलिंग पोईन्ट बनाने व नियमित सैम्पलिंग करने के निर्देश दिए। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर चन्द्रभानसिंह भाटी, उपखण्ड अधिकारी उत्सव कौशल, प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के क्षेत्रीय अधिकारी आर.के. बोडा, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी वेद प्रकाश आशिया, जिला परिवहन अधिकारी राजेन्द्र दवे, नगर परिषद आयुक्त ब्रजेश राय, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता मनीष परिहार, आरएसपीसीबी की कामिनी सोनगरा, सीईटीपी, डिस्काॅम, रूडीप, जलदाय समेत कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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