चाकसू कस्बे में लगने लगा हर मंगलवार को हाट' बाजार

चाकसू कस्बे में लगने लगा हर मंगलवार को हाट' बाजार

हाट बाजार में खरीदारी को उमड़ रहे ग्राहक

एक आईना भारत

 चाकसू कस्बे के नगर पालिका के पास गणगौरी मैदान में फिर से हर मंगलवार को साप्ताहिक हाट बाजार लगने लगा है। कोरोना संक्रमण के कारण लंबे समय से हाट बाजार नहीं लग रहा था किंतु बीते मंगलवार से दोबारा हाट बाजार (हटवाड़ा) लगना शुरू हो गया है। इसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोग खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं। इस बार की हाट में बीते मंगलवार की तुलना में ज्यादा रौनक दिखाई दी। वहीं दुकानदारों व लोगो को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए नगर पालिका द्वारा मास्क भी वितरण किए गए।


हाट बाजार में क्षेत्र के छोटे दुकानदार कपड़े, चश्मे, जुते चप्पल, महिलाओं के आइटम, सलवार सूट साड़ी, सब्जी, बच्चों के आइटम, मसाले, फल आदि लेकर दुकानदारी के लिए आए। लंबे समय बाद शुरू हुई हाट बाजार में अब ग्राहकी भी बढ़ने लगी है। हाट मेंआए एक दुकानदार ने बताया कि कोरोना के कारण बंद हुई हाट बाजार में कई तरह की परेशानी उठानी पड़ी थी। अब दोबारा हाट बाजार लगने से उन्हें भी थोड़ी कमाई हो जाएगी। वरना अब तो घर चलाने का इंतजाम करना ही मुश्किल हो रहा था। 

छोटे दुकानदारों से खरीदारी करें जिससे इनका भी घर चले


पिछले दिनों दिल्ली में दुकान लगाकर जीवनयापन करने वाले बुजुर्ग दंपती का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में बताया गया था कि ग्राहकी नहीं होने से दंपती परेशान थे। इसके बाद कई लोग दुकान पर खरीदारी के लिए पहुंचे और देखते ही देखते उनकी आय बढ़ गई। वही कुछ लोगो का कहना हैं की हाट बाजार में छोटे दुकानदार आते हैं और इन छोटे दुकानदारों से सामान की खरीदारी की जाए, जिससे वह भी जीवन यापन करने के साथ अपना घर परिवार चला सके।

गौरतलब है कि  यह हाट बाजार (हटवाड़ा)  पहले  चाकसू स्थित  देशवालियों के मोहल्ले में हर गुरुवार को लगता था जो कोरोना संक्रमण के चलते  बंद हो गया था।  वही यह हाट बाजार अब फिर से गुरुवार की जगह  मंगलवार को चाकसू नगर पालिका के पास गणगौरी मैदान में लगने लगा है।

हाट बाजार में कम भाव मे मिलता हैं सामान
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हाट बाजार में सजावट व घरेलू सामान, दालें, कपड़े, बर्तन, प्लास्टिक सामान, आर्टिफिशियल आभुषण, महिला पुरुष व बच्चों के आइटम, मसाले, मिठाई, बच्चों के खिलौने, चाट, फल-सब्जियों आदि लगने लगी हैं। यहां स्थानीय दुकानदारों के साथ जयपुर दौसा, टोंक आदि दूर-दराज के शहरों के व्यापारी दुकानें लगाने आते हैं। गृहणियों का कहना है कि अन्य बाजारों की अपेक्षा हाट बाजार हटवाड़े में 25 प्रतिशत कम भाव में वस्तुएं मिल जाती हैं।
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