भाद्राजून थानेदार जसराज हुआ निलंबित

भाद्राजून  थानेदार जसराज  हुआ निलंबित

 जालौर में एक बार   खाकी हुई फिर शर्मसार

 

 आहोर के निकटवर्ती  निकटवर्ती भाद्राजून थाना प्रभारी का एक वाट्सएप कॉलिंग का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिस पर लोग बार-बार कमेंट करके चटकारे लेकर उसे सुन रहे हैं व जिसमें किसी मामले को रफा दफा करने के लिए २ लाख रुपए बात सामने आई है। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद जालोर पुलिस अधीक्षक  श्याम सिंह ने भाद्राजून थाना प्रभारी जसराज को निलम्बित कर दिया है। निलंबन काल के दौरान थाना प्रभारी को अपनी ड्यूटी पुलिस लाइन जालौर में देनी पड़ेगी उस दौरान  नियमानुसार  आधावेतन निर्वाह भत्ता के रूप में मिलेगा
जालोर में पुलिस के पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके है। इस बार भाद्राजून थानाप्रभारी ने रिश्वत के लिए वाट्सएप कॉलिंग का प्रयोग किया ताकि कोई रिकॉर्डिंग नहीं हो सके। लेकिन तकनीक के इस दौरान वाट्सएप कॉल भी पीड़ित महिला ने रिकॉर्ड  कर दिया और थानाप्रभारी निलम्बित हो  गया

थानाप्रभारी और एक महिला के बीच करीब 4.48 मिनट बातचीत का ऑडियो है। बड़ी बात यह है कि इतनी लम्बी व्हाट्सएप कॉलिंग का पीडि़त ने वीडियो भी बनाया है, जिसमें थानाप्रभारी के नम्बर भी साफ-साफ दिखाई दे रहे है।
जिले में यह पहला मामला नहीं है। इसी तरह का एक ऑडियो जसवंतपुरा तत्कालीन थाना प्रभारी का भी वायरल हुआ था, जिसमें उनकी एक महिला से अंतरंग वार्ता के साथ उसके घर पर नियम विरुद्ध बजरी पहुंचाने की बात हो रही थी। और  बजरी के बदले में महिला से मिलने की डिमांड की जा रही थी जिसे भी पुलिस अधीक्षक द्वारा सस्पेंड कर दिया गया था उसके बाद उम्मेदाबाद चौकी से भी एक पुलिसकर्मी का ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह उसी गांव की एक युवती से अंतरंग बातें कर रहा था।   पूर्व में एक थानेदार द्वारा महिला कांस्टेबल को अश्लील बातें करने का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था   2 वर्ष पूर्व एक महिला कांस्टेबल ने जब सुसाइड किया था तब उसने भी एक पूर्व उप अधीक्षक पर परेशान करने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया थाजालौर पुलिस के कॉन्स्टेबल पर युवती से दुष्कर्म करने का भी आरोप लग चुका है जिसे भी सस्पेंड किया गया था हाल ही पुनासा चौकी प्रभारी दीपसिंह द्वारा एक पक्ष को मामला दर्ज करवाने के लिए उकसाने का ऑडियो वायरल होने पर भी एसपी ने कार्रवाई करते हुए उसे भी लाइन हाजिर किया था। पुलिस का कार्य आमजन में डर और अपराधियों में विश्वास बनाने का होता है लेकिन पिछले  कई सालों से देखा जा रहा है जालौर के कई पुलिस अधिकारी और कांस्टेबल नियम विरुद्ध कार्य करके हमेशा चर्चा में रह रहे हैं इसके कारण आमजन में काफी गुस्सा और आक्रोश है सोशल मीडिया पर लगातार युवाओं ने ऐसे लोगों को सस्पेंड की बजाए सरकारी सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो  सिरोही के निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा पी कई बार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं फिर भी इन लोगों की हरकतों की वजह से पुलिस के प्रति आम जन का विश्वास था जा रहे हैं लोग इनके पास में जाने से डरते हैंऔर पुलिस पर आम जन का विश्वास हमेशा बना रहे अब देखते हैं आगे जसराज पर कुछ कार्रवाई होती हैं या फिर मामला निलंबित तक ही सिमट जाएगा
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