मनोहर राजपुरोहित प्रकरण को लेकर ट्विटर पर हुआ जबरदस्त ट्रेड 36कॉम के लोगों ने केंद्र सरकार और पालीं सांसद के खिलाफ खोला मोर्चा



मनोहर राजपुरोहित प्रकरण को लेकर ट्विटर पर हुआ जबरदस्त ट्रेड 36कॉम के लोगों ने केंद्र सरकार  और पालीं  सांसद के खिलाफ खोला मोर्चा

 30,000 ट्वीट पूरे दिन में किए गए जनता में दिखा जबरदस्त आक्रोश

 एक आईना भारत  / 

 जयपुर   राजस्थान का बहुत चर्चित अपहरण प्रकरण जिसको लेकर एक बार फिर पूरे भारतवर्ष में ट्विटर पर बड़ा मोर्चा देखने को मिला केंद्र सरकार और पाली सांसद पीपी चौधरी के खिलाफ आपको बता दें कि राजस्थान के पाली जिले के नेतरा गांव के मनोहर राजपुरोहित का 23 नवंबर 2016 को अपहरण हो गया था उक्त घटना को 5 वर्ष बीत चुके हैं राजस्थान पुलिस के हाथ खाली हैं जिसको लेकर अखिल भारतीय राजपुरोहित  समाज संघर्ष समिति ने सुमेरपुर में धरना दिया था जिसको लेकर राजस्थान के जननायक अशोक गहलोत ने सीबीआई जांच की अनुशंसा केंद्र को की थी जिसको लेकर केंद्र सरकार द्वारा कोई जवाब नहीं आया इस बात को गंभीरता से लेते हुए सिरोही के विधायक संयम लोढ़ा ने राजस्थान सरकार के माध्यम से 2 जुलाई को वापस केंद्र सरकार को रिमाइंडर नोटिस भेजा गया लेकिन उसके बावजूद भी  ढाक के तीन पात वाली स्थिति सामने आने पर  संघर्ष समिति ने  ट्विटर पर मनोहर प्रकरण की सीबीआई जांच हो  शीर्षक के नाम से ट्रेड करने की योजना बनाई जिसमें रविवार को हजारों लोगों की संख्या में ट्वीट किए गए रिट्वीट किए गए और सभी ट्वीट और रिट्वीट भारत के गृह मंत्री अमित शाह प्रधानमंत्री कार्यालय और बीजेपी के  मुख्या  को लेकर एक जबरदस्त आक्रोश भारत की जनता में देखा गया क्या के तीन बहनों के  इकलौते भाई को आखिर इंसाफ  क्यों नहीं मिल रहा है जब तस्कर कमलेश प्रजापति के एनकाउंटर मामले में भारत सरकार सीबीआई जांच शुरू कर सकती हैं तो मनोहर मासूम के लिए क्यों नहीं ऐसे अलग-अलग प्रकार से सुबह 9:00 बजे से लेकर पूरे दिन ट्विटर पर घमासान मचा हुआ दिखाई दिया जिसमें लोगों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी और पूरे मामले में सीबीआई जांच तुरंत प्रभाव से शुरू करने की ट्विटर के माध्यम से सभी  लोगों ने मांग की है

 इनका कहना  

 केंद्र सरकार मनोहर मामले की जल्द से जल्द सीबीआई जांच शुरू करा वे अन्यथा एक बहुत बड़ा आंदोलन  जंतर मंतर दिल्ली  में किया जाएगा जिस में होने वाली घटना की समस्त जिम्मेदारी भारत सरकार की रहेगी

 रामसिंह राड़बर 
 संयोजक 
अखिल भारतीय राजपुरोहित  समाज संघर्ष समिति
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