सिंधल रामदेवरा बाबा के अनन्य भक्त, सोलह साल से कर रहे चांदी का मुकारबंद भेंट


सिंधल रामदेवरा बाबा के अनन्य भक्त, सोलह साल से कर रहे चांदी का मुकारबंद भेंट
   

कहावत हैं कि आस्था से बड़ा कुछ भी नहीं होता। भगवान के प्रति अगर सच्ची श्रद्धा हो तो भक्त किसी भी विपरीत परिस्थिति से लड जाता है और उसकी इस लडाई में भगवान भी उसका पूरा साथ भी देते हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं जैसलमेर जिले के रामदेवरा तीर्थ आने वाले एक ऐसे ही अनन्य भक्त की। जो लोकदेवता बाबा रामदेव के एक ऐसे विशिष्ट भक्त हैं, जिनके रग रग में बाबा रामदेव समाहित है। भगवान बाबा रामदेव के प्रति इतनी गहरी श्रद्धा की आम बोलचाल में भी वे आमजन से वार्ता की शुरुआत जय बाबा री से करतें हैं। 
ऐसे ही अनन्य भक्त हैं पश्चिमी राजस्थान के जालोर जिले के पादरली गांव निवासी अर्जुन सिंह सिंधल। जो इस महातीर्थ में पिछले सोलह सालों से पैदल एवं वाहन के द्वारा लगातार रामदेवरा संघ लेकर आते हैं। वे पैदल संघ के साथ पिछले सोलह सालों से चांदी और सोने के मिश्रण से निर्मित सवा दो किलो के मुकारबंद अर्पण करते हैं। मुकारबंद लोकदेवता बाबा रामदेव की रूणीचा वाली समाधि पर पहनाया जाता है। पिछले सोलह सालों से बाबा रामदेव की समाधि पर पादरली निवासी अर्जुन सिंह सिंधल मुकारबंद चढ़ाते हैं। 

16 साल से लगातार कर रहे दर्शन
भक्त अर्जुन सिंह भोमिया राजपूत ने बाबा रामदेव से एक मन्नत मांगी थी उसकी पूर्ति होने पर जिसके बदले उन्होंने 16 सालों से पादरली से रामदेवरा बाबा की समाधि के दर्शन के लिए संघ लेकर आते हैं। कोरोना जैसी महामारी में भी उन्होंने अपनी आस्था के बल पर सपरिवार बाबा रामदेव के दरबार में हाजिर रहें। दूरभाष पर बातचीत में सिंधल ने बताया कि पिछले 16 सालों से वो लगातार यात्रा करते हुए रामदेवरा पहुंच रहे हैं। उनका कहना है इस कठिन यात्रा के लिये उसका शरीर भले ही थक जाता हो लेकिन बाबा रामदेव उसे शक्ति प्रदान करते हैं जिसके बलबूते वो अपनी इस कठिन यात्रा को आसानी से पूरा कर लेता है।

बाबा से क्षेत्र की उन्नति एवं जनकल्याण की थी प्रार्थना
सिंधल ने इस बार भी समाधि पर मुकारबंद अर्पण कर बाद क्षेत्र के उन्नति एवं जनकल्याण की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि इस बार क्षेत्र की जनता इन्द्र देवता की उदासीनता से वर्षा से अब तक वंचित हैं। मैं बाबा रामदेव से प्रार्थना कर रहा हूं कि वे बरसात कर क्षेत्र के किसानों, मजदूरों के चेहरे पर मुस्कान लाए। पादरली से रामदेवरा यात्रा संघ रविवार को रामदेवजी की समाधि पर मुकारबन्ध पूजा अर्चना कर के समाधि पर स्थापित किया। इस मौके पर पादरली के जुजार सिंह, महेंद्र सिंह, श्रीपाल सिंह, पुष्पेन्द्र पुरी, बनेसिंह देवड़ा, वीर सिंह  पोमावा, खेताराम सुथार, उम्मेद सिंह रावणा  राजपूत, ललित सिंह वलदरा, जब्बर सिंह परमार, लच्छीराम मेघवाल और सैंकड़ो की संख्या में बाबा रामदेव जी के भक्त उपस्थित रहे।
और नया पुराने