गरीबों पर पड़ी बिजली की मार : जितनी महीने की कमाई नहीं उससे ज्यादा आ रहे बिजली बिल
पत्रकार अशोक राजपुरोहित ने गरीब परिवारो के बिजली बिल माफ करने की मांग
एक आईना भारत/
खरोकडा / मामला पाली जिले के गांव खरोकडा का है जहां एक गरीब परिवार के बुजूर्ग का हर महिने 1400 का बिल आ रहा है बुजुर्ग व्यक्ती इतने गरीब है कि उनके पास घर के नाम पर एक टूटा हुआ कमरा है जिसमे सिर्फ एक बल्ब और एक पंखा ही है वो भी एक दो घंटे चालू रहता है बिमारीओं से ग्रसित गरीब का कमाना वाला कोई नहीं है इनका का घर खर्च वृद्धावस्था पैंशन से चलता है अगर बिमार भी पड जाये तो इलाज के पैसे नही होते है ऐसे ही कई जगह खबरे आ रही है कि दिनभर मजदूरी कर पेट पालने वाले गरीब जब हजारों रुपए के बिजली बिल आए।बिलों को देखकर इनको बिजली का झटका लगा है। इनके पास दिनभर मजदूरी के बाद जमा पूंजी भी इतनी नहीं है कि ये बिजली का बिल जमा कर सकें। इसकी शिकायत लेकर जब ये लोग बिजली विभाग के कार्यालय में शिकायत करते है तो अधिकारियों ने बिजली बिल में सुधार की जगह इन्हें जमा करने की सलाह देते और ना भरने पर बिजली कट करने की धमकी तक देते है यही वजह है कि अब इन लोगों में सरकार एवं बिजली व उनकी नीति को लेकर गुस्सा है।
आम उपभोक्ता के घर में एलइडी टीवी, बल्ब, फ्रिज, पंखा, कूलर, एसी, मोबाइल चार्जर, इन्वर्टर, पानी की मोटर आदि उपकरण होते हैं। इनका बिल आमतौर पर डेढ़ से दो हजार रुपए आता है, किंतु गरीब मजदूरी करने वाले परिवारों को एक माह का 1400 आना कही ना कही बडी लाफरवाही है यह बिल दो-तीन गुना तक बढ़ गया है। अचानक से बड़ा बिल देखकर उपभोक्ता हैरान और परेशान हैं। यही नहीं नगर में जितने उपभोक्ता हैं, उसमें अधिकांश को हजारों के बिल थमा दिए, जबकि उनके द्वारा इतनी बिजली का उपयोग नहीं किया है।
अगस्त माह से बढ़ाई थी बिजली की दरें-सरकार द्वारा अगस्त माह बिजली की दरों में बढ़ोतरी करते हुए नया टैरिफ प्लान लागू किया है।
पत्रकार अशोक राजपुरोहित ने सरकार उठाये सवाल
एक आईना भारत के पत्रकार अशोक राजपुरोहित ने सरकार की गरीबी नीति और गरीबो को हितैषी बनने वाली सरकारो पर सवाल उठाये। अशोक राजपुरोहित ने कहा कि गरीबी रेखा से जीवन यापन करने वालो का इतना बिल आ रहा है उनका जीवन कैसे परेशानी से कट रहा है सिर्फ एक बल्ब उसमे अधिकतर बंद ही रहता है फिर इतना बिल कैसे आ रहा है जब शिकायत करते है तो अधिकारी क्यूं बिल भरने का दवाब बनाते है? क्यों अधिकारी शिकायत के बाद सहायता नही करते है क्या ये सब भाषणो मे ही है कि गरीबी हटायेंगे। ऐसे कई प्रश्न खडे हो रहे है पर सरकार गरीब का भला वास्तव मे नही करना चाहती। अशोक राजपुरोहित ने गहलोत सरकार से निवेदन किया है कि ऐसे परिवारो को राहत दे और इन परिवार को बिजली फ्री करने का आग्रह किया।
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