अधिवेषन में 1 हजार गो सैनिकों को दी गई त्रिशूल दीक्षा राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर राठौड़ को किया गया नियुक्त




जोधपुर ग्रामीण


अधिवेषन में 1 हजार गो सैनिकों को दी गई त्रिशूल दीक्षा
राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर राठौड़ को किया गया नियुक्त 

राजस्थान की हर तहसील में होगी त्रिशूल दीक्षा-महामण्डलेश्वर
देश में 5 लाख गौ सैनिक बनायेंगे, 2 लाख गो सेनिको को देंगे त्रिशूल दीक्षा
कामधेनु सेना के राजस्थान प्रदेश प्रभारी नरसिंह गहलोत ने बताया कि देषभर में कामधेनु सेना द्वारा गोरक्षार्थ, गोसेवार्थ, हिन्दुत्व, राश्ट्रहित, धार्मिक व जनहितार्थ मुद्दो पर देषभर में विशाल स्तर पर कार्य करवाने हेतु कामधेनु सैनिकों को एक मंच पर एकत्रित करने हेतु विशाल अधिवेशन श्री प्रभुप्रेम गोसेवा समिति, ग्राम जेलू-गगाड़ी, तह. तिंवरी, जिला जोधपुर में सम्पन्न हुआ। जिसमें जोधपुर जिले सहित सम्पूर्ण राजस्थान से कामधेनु सेना के पदाधिकारी, सदस्यगण व गौ सैनिको ने भाग लिया।
मीडिया प्रभारी सुमेर सिंह राठौड़,ने बताया कि नागौर से सुबह 8 बजेे सैंकड़ों कामधेनु सैनिक करीब 30-40 फोर व्हीलर वाहनों के काफिला के साथ रवाना होकर अधिवेशन स्थल पहुँचते-पहुँचते 70-80 फोर व्हीलर वाहनों का काफिला हो गया। नागौर से लेकर अधिवेशन स्थल तक अलग-अलग जगहों पर पूर्णिमा धर्म कांटा केवलचन्दटाक,सरपंच मथानिया,ओमप्रकाश सोलंकी, मनोहरलाल भगवती मोटर्स तिंवरी,श्रीराम हैंडलूम मोतीलाल गहलोत, धूत पेट्रोल पंप तिंवरी, श्री आशापुरा अमूल डेयरी लक्ष्मण टाक,सहित अनेक व्यापारी बंधुओं ने व कामधेनु सैनिकों ने अपने टीम के साथ मिलकर कामधेनु सेना के संस्थापक का ढोल-नगाड़े बजाकर व माला पहनाकर स्वागत किया व महामंडलेश्वर नेे रूद्राक्ष माला पहनाकर वापस आशीर्वाद दिया व अन्य सभी समाज के लोगों ने काफिले का जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत-सम्मान किया। इन सभी वाहनों पर बड़े बड़े भगवा ध्वज लगे हुए थे। वातावरण को भगवामय बनाने के लिये कामधेनु सैनिकों के भगवा बैल्ट पहना हुआ था एवं सर पर भगवा दुपट्टा धारण किया हुआ था। कार्यक्रम व्यवस्थापक कालूराम प्रजापत ने बताया कि जय धरती माँ-जय गौमाता, देश भक्ति गानों के साथ यह काफिला रास्ते में खींवसर, सोयला, खेड़ापा, बावड़ी, नेतड़ा, विश्वस्तरीय गौ चिकित्सालय ग्राम रलावास जोधपुर,करवड़, मंण्डलनाथ चौराहा, माणकलाव, रामपुरा भाटीयान, मथानियां,मैन बाजार होते हुए तिंवरी, गीता धाम फांटा,खोखरी माता मन्दिर के पास से जेलू- गगाडी रोड़ होते हुए 11ः15 बजे श्री प्रभुप्रेम गौशाला जेलू-गंगाड़ी अधिवेशन स्थल पहुंचा । कार्यक्रम के दौरान श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर स्वामी कुशालगिरी महाराज, श्री श्री 108 महन्त रामप्रसाद महाराज (बड़ा रामद्वारा, सुरसागर, जोधपुर), 72  फिट बालाजी आश्रम, पाली के पिठाधिश्वर ओम महाराज, महन्त प्रेमाराम महाराज, मदनपुरी महाराज, कल्याणदास महाराज, संत गोविन्दराम महाराज, संत रामेश्वर महाराज, संत गोपाल महाराज, संत रमताराम महाराज,संत हिमराम महाराज, संत सुगनाराम महाराज,इत्यादि संतों का पुष्पमाला व शॉल ओढाकर स्वागत-सम्मान किया गया।कामधेनु सेना के संस्थापक महामण्डलेश्वर कुशाल गिरी महाराज ने बताया कि जिस जमीन पर वर्तमान में गौशाला संचालित हो रही हैं उस जमीन को गौशाला के नाम आवंटित किया जाये चाहे वह गोचर/अंगोर या किसी भी किस्म की जमीन हो। जो भी गोशालाऐं रजिस्टर्ड हैं उन सभी गौशालाओं को अनुदान दिया जाये। गौशालाओं हेतु दो वर्ष रजिस्टर्ड व 200 गोवंश की सीमा को सरकार द्वारा समाप्त किया जायें। गोचर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाकर उसका सीमाज्ञान करके गौशालाओं को सौंपी जाये। मुख्यमंत्री घोषणानुसार हर पंचायत समिति स्तर पर एक नन्दीशाला खोली जाये। गौशालाओं के लिए बिजली पानी की सुविधा को निःशुल्क की जानी चाहिए। प्रदेश की 1481 ग्राम पंचायतों में नये पशु चिकित्सा उपकेन्द्र खोलने हेतु मांग की जाये ताकि बीमार पशुओं के इलाज के साथ-साथ गोवंशों को भी इलाज मिल सकें। संता रामप्रसाद महाराज ने भी गोहितार्थ जानकारी देते हुए बताया कि शहर के अन्दर प्लास्टिक थैलियों व थैलियां बनाने वाली फैक्टरियों पर पूर्णतः प्रतिबंध लगे। कामधेनु सेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. ओम मुण्डेल ने बताया कि गोमाता को राष्ट्रीय माता घोषित करवाने हेतु 7 नवम्बर 2021 को लाखों गोभक्तों के साथ दिल्ली कुच करेंगे।  कामधेनु सेना के प्रदेश प्रभारी नरसिंह गहलोत ने बताया कि गांवों के अंदर जितनी भी गौचर भूमि है उस गोचर भूमि को मुक्त करवाया जाएगा और उस पर गोवंश के चरने हेतु चारागाह विकसित किए जाएंगे, साथ ही सभी संतों ने गोहितार्थ अपने-अपने विचार प्रकट किये।कार्यक्रम के दौरान कामधेनु सेना के बढ़ते कार्य व वर्चस्व को देखते हुए नये राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर झुंझुनूं जिले की उदयपुरवाटी तहसील के इन्द्रपुरा ग्राम से संगठन में राष्ट्रीय महासचिव का दायित्व निभा रहे दीपेन्द्रसिंह राठौड़ को सैंकड़ो गोसैनिकों, गोभक्तों व संतों की उपस्थिति में कामधेनु सेना संस्थापक महामण्डलेश्वर स्वामी कुशालगिरी जी महाराज ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर चयन करते हुए तलवार भेंट कर, नियुक्ति पत्र, लेटर पैड व परिचय पत्र सुपुर्द किया। पदभार ग्रहण करते ही राठौड़ ने अपने उद्बोधन में कहा कि संगठन ने विश्वास करते हुए जो जिम्मेदारी सौंपी है उस पर हमेशा खरा उतरूंगा तथा गोरक्षार्थ, गोसेवार्थ हर समय तैयार रहूंगा। उपस्थित सभी पदाधिकारियों व गोसैनिकों ने राठौड़ को माला व साफा पहनाकर बधाईयां दी।अधिवेशन में अब तक जिन गौ सैनिकों ने त्रिशूल दीक्षा नहीं ली हुई थी ऐसे 1 हजार गो सैनिकों को 2 राउण्ड के अन्दर महामंडलेश्वर ने त्रिशूल दीक्षा देकर गौ सेवा की शपथ दिलायी तथा तिंवरी तहसील की 8 गौशालाओं सहित सहित जोधपुर जिले की 2 दर्जन गौशालाओं के प्रतिनिधीयों को  कामधेनु सेना की और से 1100 -1100  रूपये प्रोत्साहन राशि व त्रिषूल बेल्ट, साफा पहनाकर सम्मानित किया।
इस दौरान गोहितार्थ उत्कृष्ट कार्य करने पर कामधेनु सेना के बीकानेर जिला प्रभारी श्रवण नाई  व जोधपुर तहसिल उपाध्यक्ष महेन्द्र गहलोत को 'गोेभक्त' की उपाधि देकर सम्मानित किया।
महामण्डलेश्वर ने बताया कि असामाजिक तत्वों द्वारा जेलु-गंगाड़ी गोशाला के अध्यक्ष महन्त प्रेमराम महाराज को बार-बार परेशान किया जा रहा था,  कामधेनु सैनिकों द्वारा कार्यवाही करने पर अब वो असामाजिक तत्व माफी मांगने लगे हैं, यदि आगे से प्रेमदास महाराज को परेशान करेंगे तो सैकड़ों की संख्या में कामधेनु सैनिक जोधपुर जिला कलेक्टर को ज्ञापन देंगे। फिर भी नही मानेंगे तो जयपुर में कामधेनु सेना का प्रदेश प्रदेश प्रभारी के नेतृत्व में राज्य स्तर का सम्मेलन कर जयपुर में 5000 कामधेनु सैनिकों को त्रिशुल दीक्षा दी जायेगी और हजारों की संख्या में कामधेनु सैनिक मुख्यमंत्री को असामाजिक तत्वों के खिलाफ ज्ञापन दिया जायेगा। 
 महामंडलेश्वर ने कहा देश में 5 लाख गौ सेनिक बनायेंगे, अब तक सवा लाख गो सैनिक बन चुके है, देश में 2 लाख गो सैनिकों को त्रिशुल दीक्षा देंगे अब तक 27000 गो सैनिको को त्रिशुल दीक्षा दी जा चुकी है।
 प्रदेश प्रभारी नरसिंह गहलोत ने बताया कि अधिवेशन में भाग लेने हेतु जालोर, बाड़मेर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बीकानेर व चुरू तथा नागौर, खीवंसर, मेड़ता सिटी, कुचेरा, जायल, मकराना, परबतसर, डीडवाना, नावां, लाडनूं , कोटा, बूंदी, झालावाड़ जालौर,इत्यादि स्थानों से सैंकड़ों कामधेनु सेनिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम समापन अवसर पर प्रभु प्रेम गौशाला के संस्थापक प्रेमाराम  महाराज राजस्थान और प्रदेश प्रभारी नरसिंह गहलोत ने पधारे हुए सभी कामधेनु सैनिकों का धन्यवाद आभार ज्ञापित किया।
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