भगवान जांभोजी का जागरण आज
मरुधर आईना /
विष्णु धाम सोनड़ी में 384 वां भगवान गुरु जंभेश्वर मेला कल
सेड़वा बाड़मेर जिले में बिश्नोई समाज का सबसे प्राचीन भव्य श्री गुरु जंभेश्वर मंदिर सोनड़ी में 384 वां विशाल श्री गुरु जंभेश्वर मेला सोमवार 6 सितंबर को भरा जाएगा। मेले की पूर्व संध्या आज रविवार 5 सितंबर को बिश्नोई समाज के महंत आचार्य डॉक्टर गोवर्धन राम जी शिक्षा शास्त्री के पावन सानिध्य में रात्रि विशाल जागरण कार्यक्रम होगा।
बिश्नोई समाज सेवा समिति सोनड़ी के कोषाध्यक्ष सुखराम खिलेरी ने बताया कि बाड़मेर जिले में बिश्नोई समाज का सबसे प्राचीन भव्य श्री गुरु जंभेश्वर मंदिर सोनड़ी में 384 वां विशाल श्री गुरु जंभेश्वर मेला कल सोमवार 6 सितंबर को भरा जाएगा मेले की पूर्व संध्या आज रात्रि विशाल जागरण बिश्नोई समाज के महंत आचार्य डॉक्टर गोवर्धन राम शिक्षा शास्त्री के पावन सानिध्य में भगवान जांभोजी का जागरण होगा जागरण के मुख्य कलाकार स्वामी सुखदेव मुनि, स्वामी रामानंद महाराज, स्वामी अखिलेश मुनी शास्त्री, बालूराम सियाग के पावन श्री मुख से विशाल जागरण कार्यक्रम होगा जिसमें भगवान जांभोजी की आरती, साखी, भगवान जांभोजी द्वारा प्रदत 29 नियमों की व्याख्या जाम्भाणी परंपरा अनुसार विशाल जागरण कार्यक्रम होगा। 6 सितंबर सोमवती अमावस्या के शुभ अवसर पर प्रातः 8:00 बजे सोनड़ी के महंत स्वामी आचार्य डॉक्टर गोवर्धन राम जी शिक्षा शास्त्री एवं स्वामी रामानंद महाराज श्री के पावन सानिध्य में विशाल यज्ञ एवं पाहल होगा। भगवान जांभोजी द्वारा उच्चारित 120 शब्दों,एवं वेद मंत्रों के माध्यम से पहाल एवं यज्ञ का आयोजन किया जाएगा भगवान जंभेश्वर मंदिर सोनड़ी में 140 वर्षों से प्रचलित अखंड ज्योत का दर्शन कर भगवान जांभोजी से सुखाल की कामना करते हुए दर्शन करेंगे पर्यावरण एवं जीव प्रेमी बिश्नोई समाज अपने पवित्र अमावस्या को पशु पक्षियों के लिए चुगा एवं यज्ञ में घी व नारियल के साथ में आहुतियां देते हुए भगवान जंभेश्वर से मन्नाते मांगेंगे। दिन में 1:00 बजे बिश्नोई समाज सेवा समिति सोनड़ी व श्री गुरु जंभेश्वर सेवक दल का खुला अधिवेशन होगा जिसमें विश्नोई समाज ने क्या खोया क्या पाया पर विशेष रूप से विचार विमर्श किया जाएगा जिसमें समाज के कई जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी शिरकत करेंगे मेले की आम सभा में बिश्नोई समाज सेवा समिति सोनड़ी के कोषाध्यक्ष शसुखराम खिलेरी द्वारा आय व्यय का ब्यौरा दिया जाएगा। मेले की तैयारियों को लेकर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना गाइड लाइन की पालन करवाने के लिए सेवक दल एवं पुलिस प्रशासन द्वारा जगह-जगह की व्यवस्था की जाएगी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को 2 गज की दूरी मास्क है जरूरी कि नियम का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। श्रद्धालुओं के लिए यातायात पानी बिजली की पूर्ण रूप से व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार से समस्याओं का सामना न करना पड़े। भादवा की सोमवती अमावस्या लगने का समय सोमवार 6 सितंबर सूर्य उदय के बाद प्रात: 7:38 पर लगेगी और मंगलवार 7 सितंबर सूर्य उदय से पूर्व 7:21 पर अमावस्या उतरेगी।
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